अजब फर्जीवाड़ाः फर्जी वारिस सर्टिफिकेट बनाकर गाजियाबाद के दंपति को बेची कोठी
मोहिनी रोड पर एक कोठी मालिक की मौत के बाद दो महिलाओं ने फर्जी वारिस सर्टिफिकेट बना लिया। आरोप है कि इसके जरिए उन्होंने इस कोठी को गाजियाबाद के एक दंपति को बेच दिया। इस मामले में डालनवाला थाना पुलिस...
मोहिनी रोड पर एक कोठी मालिक की मौत के बाद दो महिलाओं ने फर्जी वारिस सर्टिफिकेट बना लिया। आरोप है कि इसके जरिए उन्होंने इस कोठी को गाजियाबाद के एक दंपति को बेच दिया। इस मामले में डालनवाला थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
इंस्पेक्टर एनके भट्ट के अनुसार, अभिनव सेठ निवासी आनंदपुरी थाना मंडी सहारनपुर यूपी ने एसएसपी कार्यालय स्थित शिकायत प्रकोष्ठ में तहरीर दी। अभिनव के पिता कुलभूषण ने वर्ष 2005 में मोहिनी रोड पर एक कोठी खरीदी थी।
19 मार्च 2020 को उनका निधन हो गया। अभिनव उनके अकेले उत्तराधिकारी हैं। लेकिन, आरोप है कि शालू पुत्री सरदार मोहन सिंह और सुहासिनी पुत्री विक्रम मेहंदी दोनों निवासी मोहिनी रोड देहरादून ने कुलभूषण की वारिस होने का फर्जी प्रमाण-पत्र बनाया।
इसके जरिए उन्होंने यह कोठी विक्रम सिंह पुत्र मुनीराम नागर और उनकी पत्नी पिंकी नागर निवासी रामपुरी चंदरनगर गाजियाबाद यूपी को बेच दिया। इंस्पेक्टर एनके भट्ट ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस दस्तावेजों की जांच के आधार पर फर्जीवाड़े का पता लगा रही है।
इधर, पीड़ित ने पुलिस को बताया कि प्रॉपर्टी खरीदने की मूल रजिस्ट्री उनके पास है। इसके बावजूद यह फर्जीवाड़ा किया गया। आरोप है कि खरीदारों को भी इस पूरे फर्जीवाड़े की जानकारी थी। पीड़ित को इसका पता चला तो उन्होंने आरोपियों से बात की, लेकिन उन्हें धमकियां दी गईं। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।