देहरादून में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या में बदमाशों का एनकाउंटर, दो मुठभेड़ में तीन गिरफ्तार; पैर में लगी गोली
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार को गिरफ्त में आए मुख्य आरोपी रामबीर सिंह से पता चला कि आरोपी मनीष निवासी बलिया, योगेश कुमार निवासी मेरठ हरिद्वार में हैं। प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर फरार थे।

प्रॉपर्टी कारोबारी की हत्या के बाद से फरार तीन आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। सीएम पुष्कर धामी के निर्देश ऐक्शन में आई पुलिस को दो अलग-अलग शहरों में एनकाउंटर के बाद यह कामयाबी मिली। इन आरोपियों में यूपी के मुजफ्फरनगर का रामबीर मुख्य शूटर है।
रायपुर थाना क्षेत्र के तहत डोभाल चौक के पास गढ़वाली कॉलोनी स्थित लेन-14 में रविवार रात गोली मारकर प्रॉपर्टी कारोबारी रवि बडोला की हत्या कर दी गई थी। रवि के दो साथी भी गोली लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
इस मामले में पुलिस ने सात लोगों पर मुकदमा दर्ज करते हुए कार डीलर समेत तीन लोगों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन, दो शूटर समेत चार आरोपी फरार हो गए। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि रवि की हत्या के बाद मुख्य शूटर रामबीर और मनीष आशारोड़ी बैरियर तोड़ने के बाद करीब डेढ़ किमी आगे कार छोड़ कर यूपी की तरफ भागे थे।
इस बीच, दून से 400 किमी दूर राजस्थान के कोटपुतली के तलवार गांव से रामबीर को मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया गया। वहीं, सीओ रायपुर अभिनय चौधरी ने बताया कि अंकुश निवासी शिवलोक कॉलोनी रायपुर ने अपने वकील के जरिए पुलिस के सामने आत्म-समर्पण किया।
हरिद्वार में दो बदमाशों को गोली लगी
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार को गिरफ्त में आए मुख्य आरोपी रामबीर सिंह से पता चला कि आरोपी मनीष निवासी बलिया, योगेश कुमार निवासी मेरठ हरिद्वार में हैं। इस पर एसओ-बहादराबाद नरेश राठौर और एसओ-रायपुर कुंदन राम की टीम ने बदमाशों को घेरा तो उन्होंने फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी।
हत्याकांड की वजह
सीओ रायपुर अभिनय चौधरी के अनुसार, आरोपी अंकुश इस घटनाक्रम से पूर्व रवि से मिलकर सोनू और मोनू के घर गया था। उसने आरोपियों को गलत सूचना दी कि रवि साथियों संग हमला करने आ रहा है। इस पर सोनू और मोनू के साथ उनके घर में मौजूद शूटर रामबीर, मनीष एवं कुछ अन्य लोग असलहे लेकर तैयार हो गए। जैसे ही रवि सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी संग पहुंचे तो आरोपियों ने हमला किया।
हत्यारोपी भाइयों के घर तोड़फोड़ सड़क पर तीन घंटे लगाया जाम
देहरादून में डोभाल चौक के पास गढ़वाली कॉलोनी में रविवार रात हुए रवि हत्याकांड से गुस्साए लोगों ने मंगलवार सुबह पहले गढ़वाली कॉलोनी मंदिर के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद सवा दस बजे छह नंबर पुलिया चौराहा जाम कर दिया।
तीन घंटे जाम लगाने के बाद आक्रोशित भीड़ आरोपी सोनू भारद्वाज और उसके भाई मोनू भारद्वाज के घर पहुंची। वहां घर में पथराव के साथ ही तोड़फोड़ की गई। वे हत्यारोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठा रहे हैं।
इस मामले में मंगलवार दिनभर पुलिस ने लोगों का आक्रोश झेला। रवि के भाई धनेश्वर दत्त बडोला ने कहा कि जिस घर में बैठकर आरोपियों ने हत्याकांड की रणनीति बनाई, वहां बुलडोजर चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपी की तर्ज पर ऐसे अपराधियों से सख्ती से निपटा जाए।
सुबह करीब आठ बजे गढ़वाली कॉलोनी लेन-14 स्थित मंदिर के बाहर भीड़ जमा हुई थी। लोगों ने यहां दस बजे तक धरना दिया। इसके बाद सवा दस बजे छह नंबर पुलिया चौराहे पर जाम लगा दिया गया। ट्रैफिक दबाव वाले इस चौराहे पर जाम लगते ही दून पुलिस ने फव्वारा चौक, जोगीवाला चौक, रायपुर और लाडपुर से इस चौक की ओर आने वाले वाहनों को डायवर्ट कर दिया।
इस बीच, मौके पर आक्रोशित लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब तीन घंटे से तेज धूप झेल रहे पुलिस के अफसर कुछ देर अपनी कारों में बैठे तो दोपहर 115 बजे भीड़ वहां से गढ़वाली कॉलोनी स्थित सोनू और मोनू के घर पर पहुंच गई।
देखते ही देखते तोड़फोड़ शुरू हो गई। भीड़ ने मकान के बाहर लगी बाउंड्री ग्रिल उखाड़ने के साथ ही सामान भी तोड़ दिया। पीछे से पहुंची पुलिस ने भीड़ को वहां से किसी तरह हटाया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर धक्कामुक्की हुई।
घर पर तोड़फोड़ के बाद दोबारा लगा दिया जाम
आरोपी सोनू-मोनू के घर तोड़फोड़ के बाद लोग गढ़वाली कॉलोनी की लेन नंबर 14 के बाहर धरने पर बैठ गए। यहां रवि की पत्नी उर्मी सुबह से डटी थीं। लोगों ने दोपहर 240 बजे रिंग रोड से रायपुर की तरफ जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत करते हुए बीस मिनट बाद जाम खुलवाया। इसके बाद लोग वापस सड़क किनारे धरने पर बैठ गए।
हत्यारोपियों के मकान की पैमाइश करने पहुंची टीम
रवि हत्याकांड के बाद आक्रोशित भीड़ ने मंगलवार दोपहर हत्यारोपी भाई सोनू-मोनू भारद्वाज के घर तोड़फोड़ की। यहां इनके दो मकान हैं, जिनमें से एक को अवैध बताया गया। पुलिस ने लोगों का दबाव बनता देखकर नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम को अवैध निर्माण चिन्हित करने के लिए बुलाया।
नगर निगम और बंदोबस्त लेखपाल यहां घंटों तक नक्शा खंगालते रहे। पैमाइश के लिए पुराने निशान ढूंढे गए। देर शाम तक नगर निगम अवैध निर्माण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाया। उधर, पैमाइश में देरी पर लोगों में आक्रोश बढ़ता गया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।