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पूर्णागिरि मेला:एक दिन में 10 हजार श्रद्धालु ही कर पाएंगे दर्शन,पढ़ें पूरी गाइडलाइन्स 

पूर्णागिरि मेले के दौरान इस बार एक दिन में अधिकतम दस हजार श्रद्धालु ही मां पूर्णागिरि के दर्शन कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को मेले में आने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी अनिवार्य रूप से कराना होगा। इस संबंध...

Himanshu Kumar Lall हिन्दुस्तान टीम, चम्पावत , Mon, 22 March 2021 11:51 AM
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पूर्णागिरि मेले के दौरान इस बार एक दिन में अधिकतम दस हजार श्रद्धालु ही मां पूर्णागिरि के दर्शन कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को मेले में आने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी अनिवार्य रूप से कराना होगा। इस संबंध में चम्पावत जिला प्रशासन ने एसओपी जारी कर दी है। शनिवार देर शाम डीएम विनीत तोमर की अध्यक्षता में हुई बैठक में एसओपी को अंतिम रूप दिया गया। मेले में पहली बार श्रद्धालुओं की संख्या सीमित की गई है। इससे पूर्व तक मेले एक दिन में लाखों भक्त मां के दर्शन करते थे। इसके अलावा श्रद्धालुओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना भी अनिवार्य किया गया है। श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा। सेनिटाइजर आदि की व्यवस्था भी खुद करनी होगी। इस बार मेला अवधि घटाकर एक माह की गई है। एक माह का मेला 30 मार्च से शुरू होगा।

15 किमी का सफर टैक्सी से तय करेंगे श्रद्धालु
टनकपुर। बसों और ट्रैक्टर समेत भारी वाहनों में पूर्णागिरि दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को अब नायकगोठ पार्किंग स्थल से टैक्सी लेनी पड़ेगी। यहां से टैक्सी से 15 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद भैरव मंदिर से पैदल आवाजाही शुरू होगी। इससे पहले बूम पार्किंग तक बड़े वाहन और ठुलीगाड़ तक टैक्सियां चलती थी। 

खास बातें 
-mvcdeveloper.uttara online.in and champawat.nic.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
-आश्रम, धर्मशाला और होटल स्वामी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करेंगे।
-वनाग्नि से बचने को श्रद्धालु जंगल में भोजन नहीं बना सकते।
-नियमों की अवहेलना करने पर महामारी अधिनियम के तहत दर्ज किया जाएगा मुकदमा।
-60 वर्ष से अधिक, गर्भवती महिला और दस साल से कम उम्र के बच्चों को यात्रा नहीं करने की सलाह  

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