सतर्कता: हवाई यात्रा से पहुंचने वाले यात्रियों को संस्थागत क्वारंटाइन अनिवार्य
राज्यभर में आज से शुरू हो रही हवाई यात्रा के जरिये जौलीग्रांट एयरपोर्ट उतरने वाले सभी यात्रियों को अनिवार्य तौर पर संस्थागत क्वारंटाइन रहना होगा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की ओर से हवाई...
राज्यभर में आज से शुरू हो रही हवाई यात्रा के जरिये जौलीग्रांट एयरपोर्ट उतरने वाले सभी यात्रियों को अनिवार्य तौर पर संस्थागत क्वारंटाइन रहना होगा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की ओर से हवाई यात्रियों के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी गई है।
हवाई यात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन और आईजी संजय गुंज्याल को राज्य नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही सभी जिलों में डीएम को जिला नोडल, एसडीएम को एडिशनल नोडल अफसर बनाया गया है।
इस गाइडलाइन के मुताबिक, अब एयरपोर्ट पर प्रशासन-पुलिस की तरफ से एक-एक लायजन ऑफिसर नियुक्त रहेगा एवं सभी यात्रियों को प्रवासियों के लिए बने सरकार के वेब पोर्टल पर खुद को पंजीकृत भी करना होगा।
एडिशनल नोडल अफसर हवाई यात्रियों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर नोटकर संबंधित जिलों और राज्य सेटेलाइट कंट्रोल रूम को मुहैया करांएगे। यात्रियों की अनिवार्य रूप से थर्मल स्क्रीनिंग भी होगी।
रेट लिस्ट भी दी जाएगी
गाइडलाइन के मुताबिक, यात्रियों को एयरपोर्ट से ही विशेष वाहन के जरिए होटलों में बनाए क्वारंटाइन सेंटर पर ले जाया जाएगा। इन्हें एयरपोर्ट पर ही रेट लिस्ट दी जाएगी।
क्वारंटाइन अवधि में रहने-खाने का भुगतान इन यात्रियों को ही करना होगा। हालांकि, रेट पहले से तय होंगे। यदि किसी यात्री में प्रारंभिक लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें अस्पताल में क्वारंटाइन किया जाएगा। अवधि पूरी होने पर यात्रियों को घर जाने के लिए अलग से अनुमति पत्र दिया जाएगा।
सभी जांचें मशीनों से
डोईवाला। एयरपोर्ट निदेशक डीके गौतम ने बताया कि यात्रियों के साथ कर्मचारियों की सुरक्षा प्राथमिकता रहेगी। सभी प्रकार की जांचें यथासंभव मशीनों से होंगी। बोर्डिंग पास भी वेबकैम से देखा जाएगा। सोमवार को सात उड़ानें संचालित होंगी।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी
देहरादून। सोमवार से शुरू हो रही घरेलू उड़ान को लेकर डीएम डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सीएमओ को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग को मेडिकल टीम तैनात करने के निर्देश दिए।
रविवार को डीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सीएमओ एवं एम्स, दून मेडिकल कॉलेज, महंत इंदिदरेश अस्पताल के अफसरों संग संवाद किया। डीएम ने जरूरी उपकरण, मेडिकल टीम की सुरक्षा, अस्पतालों में कोविड-19 केयर सेंटर एवं भर्ती मरीज के साथ ही उनके परिजनों की काउंसिलिंग को भी कहा।
दूसरी ओर, सरकार का आकलन है कि एक हजार यात्री दो-तीन दिन में ही पहुंच जाएंगे। इसके लिए ऋषिकेश, हरिद्वार, मसूरी तक के होटलों का विकल्प देखा जा रहा है।
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