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40 के बाद और मिले 14 HIV पॉजिटिव कैदी, उत्तराखंड के हल्द्वानी जेल में पहुंची 54 संक्रमितों की संख्या

उत्तराखंड के इस शहर में एचआईवी (HIV) पॉजिटिवों की संख्या में इजाफा हुआ है। एक साथ इतने एचआईवी संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया है। एचआईवी पॉजिटिवों के मिलने के बाद जांच का दौर भी शुरू हो गया है। 

Himanshu Kumar Lall हल्द्वानी, कार्यालय संवाददाता, Sat, 8 April 2023 06:53 PM
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उत्तराखंड के इस शहर में एचआईवी (HIV) पॉजिटिवों की संख्या में इजाफा हुआ है। एक साथ इतने एचआईवी संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया है। एचआईवी पॉजिटिवों के मिलने के बाद जांच का दौर भी शुरू हो गया है। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में इस साल-2023 जांच के बाद संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ हे। हल्द्वानी जेल में कैदियों की जांच करवाई गई थी।

जांच के बाद इस साल 14 और कैदी एचआईवी पॉजिटिव मिले हैं। मालूम हो कि पिछले साल हल्द्वानी जेल में 40 एचआईवी पॉजिटिव कैदी मिले, जो इस साल 35 फीसदी के इजाफे के साथ अब एचआईवी संक्रमितों की संख्या 54 तक पहुंच गई है। अब जेल प्रबंधन ने पॉजिटिव बंदियों की देखरेख में एहतियात बढ़ा दी है।

कुमाऊं के सबसे बड़े जेल में एचआईवी पॉजिटिव भी बंद हैं। उप कारागार में इस समय 1629 पुरुष और 70 महिला कैदी और बंदी हैं। बीते वर्ष तक जेल में एचआईवी पॉजिटिव 40 बंदी रह रहे थे। इस वर्ष यह संख्या 54 पहुंच गई है। जेल प्रशासन की ओर से एचआईवी पॉजिटिव मरीजों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

बंदियों को बेहतर इलाज देने के लिए जेल प्रशासन की ओर से कारगर कदम भी उठाया गया है। जेल में बंद कैदियों के लिए एसटीएच के एआरटी सेंटर में उपचार किया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार की ओर से मरीजों को निशुल्क उपचार के साथ नियमित दवाइयां दी जा रही हैं। 

एचआईवी पॉजिटिव कैदियों के लिए बना स्पेशल बैरक
महिला समेत जेल में 54 एचआईवी पॉजिटिव मिलने के बाद जेल प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। कैदियों का विशेषतौर से ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा अन्य बंदी एचआईवी पॉजिटिव न हो, इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से सतर्कता बरती जा रही है। जेल प्रशासन की ओर से एचआईवी पॉजिटिव मरीजों के लिए अलग से बैरक बनाया गया है, जिससे उनकी देखरेख में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

नशे के आदी हैं अधिकांश मरीज
जेल प्रशासन के मुताबिक एचआईवी पॉजिटिव निकले अधिकांश बंदी नशे के आदी हैं। एचआईवी पॉजिटिव से मिली जानकारी से पता चला है कि ये लोग नशे के लिए एक ही इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। इसी के कारण इंजेक्शन से नशा करने वालों में एचआईवी संक्रमण फैलता है। 

उप कारागार में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी है। जेल प्रशासन की ओर से उनके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाता है। पॉजिटिव मरीजों का जेल में दवा तो एसटीएच में उपचार दिया जा रहा है।
प्रमोद पांडेय, जेल अधीक्षक उप कारागार हल्द्वानी

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