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हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों के प्रदर्शन से यात्री परेशान, उत्तराखंड में पेट्रोल पंप खाली; रसाई गैस पर भी संकट

रोडवेज बसों की 30 फीसदी बसों के संचालन से थोड़ी बहुत राहत ही मिल पाई। निजी बसों का संचालन पूरी तरह से ठप रहा। टैक्सियां भी नहीं चल पाई। कुछ यात्री बस अड्डों तो कुछ सड़क किनारे इंतजार करते दिखे।

Himanshu Kumar Lall देहरादून, हिन्दुस्तान टीम, Wed, 3 Jan 2024 05:05 AM
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हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण यात्री दूसरे दिन भी परेशान रहे। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में सब्जियां महंगी हो गई तो राशन पर भी संकट गहराया। पेट्रोल पंपों में लोगों की भीड़ दिखाई दी।  

रोडवेज बसों की 30 फीसदी बसों के संचालन से थोड़ी बहुत राहत ही मिल पाई। निजी बसों का संचालन पूरी तरह से ठप रहा। टैक्सियां भी नहीं चल पाई। कुछ यात्री बस अड्डों तो कुछ सड़क किनारे इंतजार करते दिखे, लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी बसें नहीं मिल पाईं।

ज्यादातर यात्रियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। दून शहर में हालांकि, हड़ताल का ज्यादा असर नहीं दिखा। यहां सभी रूटों पर सिटी बस, ऑटो, विक्रम, मैजिक और ई रिक्शा चलते दिखे। दोपहर बाद संख्या और बढ़ गई थी।

टैक्सी वालों ने सवारियों से वसूला मनमाना किराया
हड़ताल के चलते कुछ टैक्सी वालों ने सवारियों की मजबूरी का पूरा फायदा उठाया। हड़ताल के बावजूद कुछ रूटों पर कुछ ड्राइवरों ने टैक्सियां चलाई, लेकिन सवारियों से मनमाना किराया वसूला गया। रेलवे स्टेशन स्थित टैक्सी स्टैंड पर यूनियन की ओर से काउंटर पर टैक्सी बुक नहीं की गई।

कुछ ड्राइवर सवारी तलाशते दिखे। उनके द्वारा मसूरी के लिए 600 रुपये प्रति सवारी किराया लिया गया। रिस्पना से पहाड़ के लिए भी यात्रियों से मनमाना किराया वसूला गया

आईएसबीटी में बसों के लिए भटकते रहे यात्री
आईएसबीटी में रोडवेज प्रबंधन ने सुबह से ही बसों का संचालन शुरू करवा दिया था। आरएम संचालन संजय गुप्ता सुबह ही आईएसबीटी पहुंच गए थे। लेकिन ज्यादातर ड्राइवर ड्यूटी पर नहीं मिले। दिल्ली रूट पर ही ज्यादातर बसें भेजी गई। बाकी रूटों पर इक्का-दुक्का बसें ही चल पाई। हरोडवेज 30 फीसदी बसों का संचालन ही करवा पाया।

रोडवेज की बस रोके जाने पर चालक ने बुलाई पुलिस
आईएसबीटी से रोडवेज की बस आ रही थी, उसमें बैठने के लिए धक्का-मुक्की होती दिखी। इस दौरान टैक्सी ड्राइवरों ने रोडवेज की बस को भी रोका और वापस आईएसबीटी जाने को कहा। ड्राइवर ने अधिकारियों को सूचना दी। अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में चीता पुलिस मौके पर पहुंची और बस को ऋषिकेश के लिए रवाना किया।

पहाड़ों में राशन की सप्लाई भी रुकी
इन दिनों मैदानी क्षेत्रों से राशन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। उत्तराखंड में मेरठ, सहारनपुर, हरियाणा, दिल्ली समेत यूएसनगर, नैनीताल, रुद्रपुर, काशीपुर आदि से चावल, गेहूं, दाल, तेल और अन्य सामान आता है।

होल सेल डीलर्स एसोसिएशन आढ़त बाजार देहरादून के महामंत्री विनोद गोयल ने बताया कि होलसेल विक्रेताओं के पास फिलहाल दो से तीन दिन का राशन है। लेकिन ट्रक नहीं मिलने के कारण देहरादून जिले से विकासनगर, टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी आदि क्षेत्रों में राशन नहीं भेजा जा रहा है। फिलहाल, दून में राशन का संकट नहीं है।

मंडियों में सब्जियों की आवक पर पड़ा असर
हड़ताल के कारण मंडियों में सब्जियों की आवक भी कम हो गई है। निरंजनपुर मंडी के निरीक्षक अजय डबराल ने बताया कि दून और अन्य मंडियों में नासिक, अलवर से आलू, प्याज की सप्लाई आती है। आधे ट्रक ही मंडियों तक पहुंच रहे हैं। जबकि कुछ ट्रक रास्ते में फंसे हैं। हालांकि देहरादून में अभी सब्जियों के रेट तो नहीं बढ़े, लेकिन हड़ताल जारी रही तो रेट बढ़ने भी लगभग तय हैं।

हड़ताल के बीच 20 गाड़ियां पेट्रोल-डीजल लेकर निकलीं
लंढौरा। थिथौला स्थित तेल और गैस डिपो के चालक दूसरे दिन भी चक्का जाम कर हड़ताल पर रहे। हालांकि, आईओसी डिपो से बीस गाड़ियां पेट्रोल-डीजल सप्लाई करने के लिए रवाना हुई। इस डिपो से 130 से अधिक वाहन चालक हड़ताल पर रहे। थिथौला में आईओसी, एचपी और भारत गैस के डिपो है। तीनों डिपो से सप्लाई बंद रहने से तेल और गैस के संकट गहरा गया है।

रुड़की में पेट्रोल और डीजल का संकट
हिट एंड रन कानून के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का बड़ा असर रुड़की समेत आसपास के इलाकों में देखने को मिल रहा है। शहर में करीब 12 पेट्रोल पंप है। इसमें से दस में पेट्रोल और डीजल खत्म हो गया है। पुलिस की निगरानी में मालवीय चौक के शिखा पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल की बिक्री हो रही है। चार पहिया वाहन चालकों की पेट्रोल के लिए एक किलोमीटर की लंबी लाइन लग गई।

श्रीनगर-श्रीकोट को वाहन आज रहेंगे बंद
पर्वतीय टैक्सी/मैक्सी महासंघ उत्तराखंड श्रीनगर ने आज एक दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया है। महासंघ के सचिव महावीर बहुगुणा ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से डीएम डॉ.आशीष चौहान को ज्ञापन प्रेषित किया है।

घरेलू और कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की किल्लत 
हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में परिवहन यूनियनों के चक्काजाम के कारण हरिद्वार में घरेलू और कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की किल्लत हो गई है। सोमवार और मंगलवार को वाहनों से गैस सिलेंडर एजेंसियों के गोदामों तक नहीं पहुंचे। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की गैस एजेंसियों पर सिलेंडर का स्टॉक समाप्त हो गया। सिलेंडर की होम डिलीवरी भी बंद हो गई है। सब्जियों के दामों में उछाल आया है।

हरिद्वार में करीब 80 फीसदी उपभोक्ताओं को विभिन्न गैस एजेंसियां गैस सिलेंडर की घर पर सप्लाई करती है। मंगलवार को अधिकांश गैस एजेंसियों पर मांग के अनुरूप सिर्फ 30 फीसदी उपभोक्ताओं को ही गैस सिलेंडर उपलब्ध हो सके।

एजेंसियों पर सिलेंडर का स्टॉक सुबह के समय ही खत्म हो गया। दोपहर और शाम को सप्लाई एजेंसियों ने बंद कर दी। बुधवार को भी चक्का जाम के कारण गैस सिलेंडर के वाहनों की एजेंसियों के गोदामों में पहुंचने की उम्मीद कम है

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