अंकिता भंडारी मर्डर केस में वीआईपी कौन? खुलासे को हरीश रावत का बना प्लान
अंकिता हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक दिवसीय धरने की घोषणा की है। गांधी पार्क में 26 दिसंबर से एक दिवसीय धरना देने का ऐलान किया है।
अंकिता हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक दिवसीय धरने की घोषणा की है। गांधी पार्क में 26 दिसंबर की दोपहर से 27 दिसंबर की दोपहर तक चलने वाले इस धरने में शामिल होने के लिए रावत ने भाजपा सहित अन्य दलों को भी निमंत्रण दिया है।
रावत ने अपने बयान में कहा है कि बेटियां राज्य का सामूहिक स्वाभिमान हैं, इसलिए धरने में भाजपा, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही उक्रांद, कम्युनिस्ट पार्टियों, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को भी शामिल होना चाहिए। रावत ने बताया कि पहले उन्होंने उक्त धरना 23 से 24 दिसंबर के बीच करने का निर्णय लिया था, लेकिन अब इसे 26 की अपराह्न 12 बजे से 27 दिसंबर अपराह्न 12 बजे तक कर दिया गया है।
रावत ने कहा कि उत्तराखंड आध्यात्मिक, नैसर्गिक, पर्यावरणीय, साहसिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के लिए आए उसका स्वागत है, मगर दैहिक आनंद के लिए आने वाले लोगों के लिए साफ मनाही है। उन्होंने कहा है कि उक्त रिर्जाट में वीआईपी के साथ आए बाउंसर और सुरक्षाकर्मी अब तक चिन्हित नहीं हो पाए हैं। विधानसभा में सरकार के आधिकारिक बयान में भी वीआईपी को नकार दिया गया है। इससे सरकार के इरादे पर संदेह खड़ा हो रहा है।
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