फर्जी शिक्षक सालों से छात्रों को दे रहा था शिक्षा, फर्जीवाड़े का ऐसे हुआ खुलासा
उत्तराखंड में एक फर्जी शिक्षक का खुलासा हुआ है। मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह पूरा हैरान करने वाला पौड़ी जिले में सामने आया है।
उत्तराखंड में एक फर्जी शिक्षक का खुलासा हुआ है। मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह पूरा हैरान करने वाला पौड़ी जिले में सामने आया है। जिले के रिखणीखाल ब्लाक में तैनात एक प्राइमरी शिक्षक के शैक्षिक प्रमाण पत्र सत्यापन में फर्जी पाए जाने के बाद डीईओ बेसिक पौड़ी ने शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
इस संबंध में बीईओ रिखणीखाल ने अपनी जांच रिपोर्ट डीईओ बेसिक को भेजी थी। रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए डीईओ बेसिक ने यह कार्रवाई की। निलंबित शिक्षक को उप शिक्षाधिकारी दफ्तर रिखणीखाल से अटैच कर दिया गया है। साथ ही उपशिक्षाधिकारी नैनीडांडा को 20 दिन में इस प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए भी कहा गया है।
पौड़ी जिले के ब्लाक रिखणीखाल के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय चपडेत में तैनात सहायक अध्यापक दिनेश सिंह रावत की इंटर मीडिएट की मार्क शीट सत्यापन में फर्जी पाई गई। शिक्षक दिनेश रावत ने यह मार्कशीट गाजियाबाद के एक जनता इंटर कॉलेज की लगाई थी। प्रभारी डीईओ बेसिक सावेद आलम ने बताया कि इस संबंध में बीईओ रिखणीखाल ने अपनी जांच आख्या दी थी।
जांच आख्या मिलने के बाद सहायक अध्यापक दिनेश सिंह रावत के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई अमल में लाई गई है और निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही शिक्षक के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई भी प्रस्तावित है। निलंबन के बाद उपशिक्षाधिकारी दफ्तर रिखणीखाल से संबद्ध किया गया है।
कोर्ट के आदेश पर रिखणीखाल ब्लाक के राजकीय प्राथमिक, राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ को भेजे गए थे।
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