Corona: उत्तराखंड में लगातार घातक हो रहा वायरस,अस्पतालों में गंभीर मरीज भर्ती, मृत्यु दर भी बढ़ी
राज्य में पिछले पंद्रह दिनों से कोरोना वायरस लगातार घातक होता जा रहा है। अस्पतालों में भर्ती हो रहे मरीजों में वायरस के सभी लक्षण दिखाई देने लगे हैं और मरीजों की स्थिति गंभीर हो रही है। यही नहीं...
राज्य में पिछले पंद्रह दिनों से कोरोना वायरस लगातार घातक होता जा रहा है। अस्पतालों में भर्ती हो रहे मरीजों में वायरस के सभी लक्षण दिखाई देने लगे हैं और मरीजों की स्थिति गंभीर हो रही है। यही नहीं राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ रहे हैं।
राज्य में कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला 15 मार्च को शुरु हुआ था और जब से अभी तक 7800 मरीज मिल चुके हैं। लेकिन मार्च से लेकर 15 जुलाई तक मिले मरीज सामान्य किस्म के थे और इनमें से 85 प्रतिशत के करीब मरीजों में कोरोना वायरस के या तो लक्षण नहीं थे।
कुछ मरीजों में लक्षण दिखाई भी दे रहे थे तो सिर्फ एक या दो ही लक्षण दिखाई दे रहे थे। गंभीर मरीजों का प्रतिशत से तीन से चार तक ही था। लेकिन पिछले 15 दिनों से राज्य में मिल रहे कोरोना मरीजों की स्थिति में बदलाव दिखाई दे रहा है। अस्पतालों में इलाज के लिए लाए जा रहे अधिकांश कोरोना मरीजों में अब सभी प्रमुख लक्षण दिखाई दे रहे हैं और मरीजों की स्थिति भी गंभीर हो रही है।
दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ एनएस खत्री ने बताया कि मरीजों की प्रकृति में पिछले एक दो सप्ताह में बदलाव देखा गया है। अब ऐसे मरीज आ रहे हैं जिन पर वायरस के सभी प्रमुख लक्षण दिखाई दे रहे हैं और उनकी स्थिति गंभीर हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि दून के अलावा हल्द्वानी और एम्स ऋषिकेश में भी लगातार गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
राज्य में तेजी से बढ़ रही मृतकों की संख्या
राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को चार, रविवार को तीन, शनिवार को भी तीन, जबकि शुक्रवार को भी चार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी। इससे पहले पिछले सप्ताह राज्य में 20 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई थी जो अभी तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है। राज्य में कोरोना संक्रमण के बाद मरने वाले मरीजों की संख्या सौ के करीब पहुंच गई है। अकेले देहरादून जिले में अभी तक पचास लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
कोरोना मरीजों की स्थिति में कुछ बदलाव नजर आ रहा है। पहले अस्पतालों में आने वाले अधिकांश मरीज बिना लक्षण वाले होते थे। लेकिन अब धीरे धीरे गंभीर लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में सभी डॉक्टरों को मरीजों के इलाज में अधिक सतर्कता बरतने को कहा गया है।
डॉ. आशुतोष सयाना, प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज
कमजोर लोगों तक पहुंच रहा वायरस
कोरोना मरीजों की स्थिति में बदलाव क्यों हो रहा है यह तो रिसर्च के बाद ही पता चल पाएगा। लेकिन फिलहाल स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा होने की प्रमुख वजह यह हो सकती है कि वायरस का प्रसार उन लोगों तक हो रहा है जो इम्युनिटी के मामले में कमजोर हैं और पहले से ही किसी दूसरी बीमारी के चपेट में हैं। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी इस बात को स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि मरीजों की स्थिति में बदलाव इसी वजह से हो सकता है। उन्होंने कहा कि कमजोर और बीमार लोगों में वायरस पहुंचने की वजह से ही पिछले दिनों में मौत का ग्राफ भी बढ़ा है।
अब सावधानी की ज्यादा जरूरत
कोरोना वायरस को लेकर शुरू में लोग बहुत अधिक सतर्क थे। कोई बेवजह घरों से बाहर नहीं निकल रहा था तो सामाजिक दूरी और मास्क, सेनेटाइजर आदि के मानकों का भी पूरा पालन हो रहा था। लेकिन देश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से इस सतर्कता में कमी आई है और बाजारों में लोगों की भारी भीड़ जुट रही है। जगह जगह कोरोना के मानकों का खुले आम उल्लंघन हो रहा है। ऐसे में वायरस का प्रसार तेजी से होने लगा है और पिछले दिनों में अचानक बढ़े मरीज इसी का नतीजा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।