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CBSE Result: उत्तराखंड की शगुन के टॉपर बनने का राज, जानिए

दून के कालागांव स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा शगुन मित्तल ने 99.4 प्रतिशत अंक हासिल कर उत्तराखंड में पहला स्थान हासिल किया है। शगुन का कहना है कि पढ़ाई में टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। दिन में...

लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादून Tue, 7 May 2019 11:58 AM
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दून के कालागांव स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा शगुन मित्तल ने 99.4 प्रतिशत अंक हासिल कर उत्तराखंड में पहला स्थान हासिल किया है। शगुन का कहना है कि पढ़ाई में टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। दिन में 2 से 4 घंटे पढ़कर भी अच्छे अंक प्राप्त किये जा सकते हैं। शगुन का सपना कंप्यूटर इंजीनियर बनना है। 
शगुन के पिता डा. आशीष मित्तल मैक्स अस्पताल में ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं। वह मूल रूप से दिल्ली के वसंत कुंज के रहने वाले है और यहां रेसकोर्स में रहते हैं। उनकी बेटी शगुन ने 497 अंक लाकर प्रदेश में टॉप किया है। बताया कि नियमित और मैनेजमेंट के साथ पढ़ाई कर शगुन को यह सफलता मिली। उसे डांसिंग, बैंडमिंट और पेंटिंग का शौक है। शगुन की मां हीना मित्तल और उनके छोटे बेटे शुभम की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। प्रधानाचार्य बीके सिंह ने छात्रा को बधाई देकर उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।  शगुन को हिंदी में 100, मैथ्स में 100,  अंग्रेजी में 100,  एसएसटी में 100 और  विज्ञान में 97अंक मिले हैं।

 

कथक की बेहतरीन नृत्यांगना है टॉपर शगुन
देहरादून। सीबीएसई 10वीं में देश में तीसरे और उत्तराखंड में पहला स्थान हासिल करने वाली शगुन मित्तल बेहतरीन कथक नृत्यांगना भी है। उसे स्वीमिंग और नृत्य का शौक है।  कक्षा तीन से ही वह कथक सीख रही हैं। कत्थक में उन्होंने डिप्लोमा भी किया हुआ है। शगुन का परिवार देहरादून के रेसकोर्स में रहता है। उसके पिता डॉ. आशीष मित्तल मैक्स अस्पताल में ऑर्थोपेडिक सर्जन और मां डॉ. हीना मित्तल हिमालयन अस्पताल, जौलीग्रांट में गायनोक्लोजिस्ट है। शगुन ने आठवीं तक की पढ़ाई नोएडा से की। इसके बाद परिवार देहरादून में शिफ्ट हो गया। दून में डीपीएस कालागांव से 10वीं 99.4 प्रतिशत अंकों के साथ पास की है। शगुन दून में अपने नाना योगेश चंद गर्ग और नानी राजकुमारी गर्ग के साथ रहती है। शगुन ने बताया कि उसने मैनेजमेंट के साथ रोजाना महज चार से पांच घंटे पढ़ाई की। जो पढ़ती थी, उसे रिवाइज जरूर करती थी। उसका लक्ष्य 12वीं में पूरे देश में पहले स्थान पर रहना है। 

 

शगुन को स्वीमिंग का भी है शौक
शगुन ने बताया कि उनके मम्मी-पापा दोनों डॉक्टर हैं। उनकी लाइफ बहुत बिजी रहती है। इसलिए वह डॉक्टर बनना नहीं चाहती। इसके बजाए वह कंप्यूटर इंजीनियर बनेंगी। शगुन को स्वीमिंग और नृत्य का शौक है। कहा कि इंजीनियर बनकर वह देश की तरक्की में योगदान देना चाहती है।  

 

 

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