लापता फौजी का एक माह बाद भी पता नहीं
11वीं गढ़वाल राइफल्स के लापता जवान हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी का एक महीने बाद भी कुछ पता नहीं लगा पाया है। वह बीती आठ जनवरी से लापता हैं। राजेंद्र के लापता होने के बाद गमगीन परिजनों को सेना, शासन या...
11वीं गढ़वाल राइफल्स के लापता जवान हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी का एक महीने बाद भी कुछ पता नहीं लगा पाया है। वह बीती आठ जनवरी से लापता हैं। राजेंद्र के लापता होने के बाद गमगीन परिजनों को सेना, शासन या प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली। जवान के परिजनों पर आर्थिक तंगी भी बढ़ने लगी है। पाकिस्तान सीमा पर स्थित अनंतनाग में बर्फ पर फिसलने से दून के सैनिक कॉलोनी, अंबीवाला निवासी जवान राजेंद्र सिंह नेगी लापता हो गए थे। नौ जनवरी को इसका पता लगा। इसके बाद से परिजन गमगीन हैं। जवान की दो बेटियां और एक बेटा है। तीनों केवि आईएमए में पढ़ाई कर रहे हैं। शुरुआत में उनके घर में सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। हालांकि, धीरे-धीरे घर आने वालों की संख्या भी सीमित हो गई है। जवान का परिवार उनके वेतन से ही चलता है। वह मिले नहीं और परिवार को सेना या किसी अन्य से आर्थिक मदद नहीं मिली है। ऐसे में परिवार पर अब आर्थिक तंगी बढ़ने लगी है।
पत्नी का खाता खुलवाया, रुपये नहीं आए
राजेंद्र के लापता होने के बाद सेना ने राजेश्वरी देवी को एसबीआई में शाखा खुलवाने के लिए कहा। उन्होंने प्रेमनगर एसबीआई शाखा में खाता खुलवाकर इसकी जानकारी सेना को काफी दिन पहले भेज दी गई। सेना से फरवरी के पहले सप्ताह में उक्त खाते में रकम जमा किए जाने की बात कही गई थी। हालांकि, शुक्रवार तक उनके खाते में रकम नहीं पहुंची। सेना ने हर महीने उनके बैंक खाते में मदद राशि जमा कराने का भरोसा दिया है।
सेना की जिस रेजिमेंट से वह हैं, वहां से उनको हर महीने मदद मिलनी चाहिए। अगर यह दिक्कत है तो परिवार से जानकारी लेकर सेना में संपर्क किया जाएगा।
शमशेर सिंह बिष्ट, अध्यक्ष, पीबीओआर (पूर्व सैनिक संगठन)
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