योग प्रशिक्षितों की सीएम पुष्कर से मांग, कहा-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक हो भर्ती
योग को अनिवार्य विषय के रूप में प्राइमरी लेबल से लेकर उच्च शिक्षा तक लागू करने की मांग और योग प्रशिक्षित बेरोजगारों के लिए सरकार द्वारा जल्द से जल्द शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में पदों का सृजन कर...
योग को अनिवार्य विषय के रूप में प्राइमरी लेबल से लेकर उच्च शिक्षा तक लागू करने की मांग और योग प्रशिक्षित बेरोजगारों के लिए सरकार द्वारा जल्द से जल्द शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में पदों का सृजन कर रोजगार देने की मांग को लेकर दर्जनों प्रशिक्षितों ने मुख्यमंत्री पत्नी गीता धामी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में कहा कि आज जहां संपूर्ण विश्व योग कर रहा है और योग को अपना रहा है तथा इससे लाभान्वित हो रहा है । स्कूली शिक्षा में योग अत्यंत आवश्यक है आसन प्राणायाम ध्यान व अन्य योगिक क्रियाओं के द्वारा छात्रों का शारीरिक मानसिक सामाजिक व आध्यात्मिक विकास तीव्र गति से होता है । तथा बच्चों को पढ़ाई के बोझ तनाव व दिन भर की थकान में भी योग द्वारा राहत मिलती है।
योग प्रशिक्षकों ने कहा कि खटीमा वासियों का सौभाग्य है कि खटीमा जैसे छोटे व सीमांत क्षेत्र से पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री बने हैं। विधायक कार्यकाल के दौरान भी वे युवाओं को हमेशा प्रोत्साहित किया करते थे । पहले भी योग प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं की मांगों को सरकार के समक्ष प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया जाता रहा है । परंतु अब स्वयं विधायक पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के मुखिया हैं ऐसे में बेरोजगारों और योग प्रशिक्षकों दर्द हुए समझते हैं । अतः समस्त प्रदेश के योग बेरोजगार प्रशिक्षित शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोजगार सृजन करने की मांग कर रहे है। इस दौरान गौरव पांडे, हरीश चंद्र ओझा ,पूजा, शंकर सिंह, बबीता, गुरनाम ,गीता, जीवन आदि मौजूद रहे।
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