Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़रुद्रपुरWorkers Health Deteriorates After 32 Days of Hunger Strike for Minimum Wage in Rudrapur

महिला श्रमिकों की हालत नाजुक, हायर सेंटर रेफर करने की जरूरत

रुद्रपुर में न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे श्रमिकों की सेहत बिगड़ने लगी है। 32 दिनों से भूखे-प्यासे चार महिला श्रमिकों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रशासन ने अभी तक कोई...

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरThu, 21 Nov 2024 06:59 PM
share Share

रुद्रपुर, संवाददाता। न्यूनतम वेतन मजदूरी सहित विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे श्रमिकों की सेहत बिगड़ने लगी है। पिछले 32 दिनों से भूखे प्यासे अनशन पर बैठे श्रमिकों में से चार महिला श्रमिकों का स्वास्थ खराब होने के चलते उनका जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। उनकी सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है। इसको लेकर जिला अस्पताल की ओर से जिला एवं पुलिस प्रशासन को उपचारधीन श्रमिकों की निरंतर बिगड़ रही हालत को लेकर उनको हायर सेंटर रेफर किए जाने के संबंध में कई बार पत्राचार किया गया है, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक केके अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में भर्ती चार महिला श्रमिकों के भूखे-प्यासे रहने की वजह से उनके शरीर में कीटोन्स बॉडी आने लगी है। इसके चलते उनके स्वास्थ पर बुरा असर पड़ रहा है। अभी महिला श्रमिक ग्लूकोज के सहारे ही हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल के लिए ग्लूकोज की मात्रा बढ़ाई गई है, लेकिन उनके मौजूदा स्वास्थ्य को देखते हुए हायर सेंटर रेफर किया जाना बेहद जरूरी है। बताया कि महिलाओं से लगातार अन्न-पानी लेने का आग्र्रह किया जा रहा है, लेकिन वे अपनी जिद पर अड़ी हुई हैं। लगातार उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है। वहीं श्रमिक गुरुवार को भी गांधी पार्क में अनशन पर डटे रहे। इस दौरान श्रमिकों ने कहा कि लगातार भूखे-प्यासे श्रमिक अपनी न्याय संगत मांगों को पूरा कराने को लेकर अनशन पर बैठे हुए है, लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें