Hindi NewsUttarakhand NewsRudrapur NewsUttarakhand Government Signs MoU with Iceland s Workis Consulting for Geothermal Energy Development

उत्तराखंड का भूतापीय ऊर्जा के लिए आइसलैंड से एमओयू

उत्तराखंड सरकार और आइसलैंड की कंपनी वर्किस कंसल्टिंग इंजीनियर्स के मध्य भूतापीय ऊर्जा के अन्वेषण और विकास के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। मुख्यमंत्री धामी ने इसे ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास में...

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरFri, 17 Jan 2025 05:37 PM
share Share
Follow Us on

खटीमा, संवाददाता। उत्तराखंड सरकार और आइसलैंड की कंपनी वर्किस कंसल्टिंग इंजीनियर्स के मध्य सचिवालय में मुख्यमंत्री धामी और आइसलैंड के राजदूत डॉ. बेनेडिक्ट हॉस्कुलसन की उपस्थिति में उत्तराखंड में भूतापीय ऊर्जा के अन्वेषण और विकास के संबंध में समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ। सीएम धामी कैम्प कार्यालय लोहियाहेड, खटीमा से वर्चुअल माध्यम से जुड़े। इसके बाद सीएम भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनता से मिले और उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने इस समझौते को उत्तराखंड के साथ-साथ देश की ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि भूतापीय ऊर्जा के इस एमओयू के माध्यम से स्वच्छ और नवीनीकरण ऊर्जा का लक्ष्य प्राप्त होगा। पर्यावरणीय सुरक्षा सुनिश्चित रहते हुए समावेशी विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि आइसलैंड भूतापीय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी देश है और इनके तकनीकी सहयोग और अनुभव से उत्तराखंड भूतापीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण राज्य बनकर उभरेगा।

सीएम धामी ने कहा कि भारत सरकार के तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से इसकी अनापत्ति भी प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्य में भूतापीय ऊर्जा के व्यावहारिकता के अध्ययन के व्यय भार का वहन आइसलैंड सरकार द्वारा किया जाएगा। कहा कि भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण एवं वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान देहरादून के द्वारा किए गए आकलन के अनुसार, उत्तराखंड राज्य में लगभग 40 भूतापीय स्थल चिह्नित किए गए हैं। इसमें भूतापीय ऊर्जा का दोहन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मैसर्स वर्किस कंसल्टिंग इंजीनियर्स आइसलैंड की प्रमुख कंपनी है, जो भूतापीय ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक विशेषज्ञता रखती है। उनकी तकनीकी क्षमताएं और अनुभव उत्तराखंड में भूतापीय परियोजनाओं को तेजी से और कुशलता से विकसित करने में सहायक होंगे। इस दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, दिलीप जावलकर व दीपेंद्र चौधरी, विशेष सचिव रेजिडेंट कमिश्नर अजय मिश्रा, अपर सचिव रंजना राजगुरु, प्रबंध निदेशक यूजेवीएन लिमिटेड संदीप सिंघल, प्रबंध निदेशक पिटकुल पीसी ध्यानी सहित वर्किस कंपनी से हैंकर हैरोल्डसन, रंजीत कुंना व आइसलैंड एंबेसी से राहुल चांगथम उपस्थित रहे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें