अब बचे दो पीसीएस अधिकारियों की भी बढ़ेंगी मुश्किलें
एनएच-74 फोरलेन प्रोजेक्ट में हुए मुआवजा घोटाले में एसआईटी अब तक चार पीसीएस अधिकारियों को जेल भेज चुकी है। अब एसआईटी के रडार पर इस मामले में शेष बचे दो और पीसीएस अधिकारी हैं। एसआईटी ने इन दोनों...
एनएच-74 फोरलेन प्रोजेक्ट में हुए मुआवजा घोटाले में एसआईटी अब तक चार पीसीएस अधिकारियों को जेल भेज चुकी है। अब एसआईटी के रडार पर इस मामले में शेष बचे दो और पीसीएस अधिकारी हैं। एसआईटी ने इन दोनों अधिकारियों की कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों पीसीएस अधिकारियों पर एसआईटी जल्द कार्रवाई कर सकती है।एसआईटी ने निलंबित पीसीएस अधिकारी सुरेंद्र सिंह जंगपांगी और हिमालय सिंह मर्तोलिया के खिलाफ मामलों से संबंधित साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। एसआईटी अधिकारियों के मुताबिक, निलंबित पीसीएस अधिकारी जंगपांगी के खिलाफ जसपुर तहसील में बैक डेट में 143 का एक मामला सामने आ गया है। वहीं एसआईटी ने निलंबित पीसीएस अधिकारी मर्तोलिया की भी कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी को दोनों निलंबित पीसीएस अधिकारियों के खिलाफ अहम सुराग हाथ लग गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी जल्द इन दोनों निलंबित पीसीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। बता दें कि शासन ने इस मुआवजा घोटाले में छह पीसीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। करीब 10 महीने से अधिक लंबी जांच के बाद एसआईटी अब तक छह पीसीएस अधिकारियों में से चार को जेल भेज चुकी है। इस मामले में अब तक जेल भेजे गए पीसीएस अधिकारियों में निलंबित पीसीएस अधिकारी भगत सिंह फोनिया, डीपी सिंह, अनिल शुक्ला और एनएस नगन्याल शामिल हैं।
गदरपुर के 6 काश्तकारों को एसआईटी ने भेजा नोटिस
रुद्रपुर। भूमि मुआवजे घोटाले की जांच कर एसआईटी ने शनिवार को गदरपुर के छह काश्तकारों को पूछताछ के लिए नोटिस भेज दिया है। इसके बाद काश्तकारों को एसआईटी के समक्ष बैंक डिटेल, खतौनी आदि अन्य दस्तावेजों को लेकर प्रस्तुत होना होगा। इस दौरान एसआईटी काश्तकारों के दस्तावेजों की जांच कर उनसे पूछताछ करेगी। एसआईटी पूछताछ के बाद काश्तकारों के बयान को दर्ज कर लेगी।
फरार काश्तकारों की तलाश की तेज
रुद्रपुर। मुआवजे घोटाले में फरार काश्तकारों की एसआईटी ने तलाश तेज कर दी है। एसआईटी ने इनके खिलाफ बीते 4 जनवरी को नैनीताल कोर्ट से गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी करवा दिया था। इसके बाद से एसआईटी आरोपी काश्तकारों की धरपकड़ के लिए उनके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है। साथ ही एसआईटी ने तलाश को तेज कर दिया गया है। फिलहाल फरार आठ काश्तकार एसआईटी की गिरफ्त से अभी बाहर हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।