डीएफओ ने दक्षिणी जौलासाल वन क्षेत्र का किया निरीक्षण
नानकमत्ता में एक बाघ ने 40 वर्षीय मुख्त्यार सिंह की जान ले ली। वह मवेशियों को चराने गया था। डीएफओ हिमांशु बागरी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वन विभाग को दिशा निर्देश दिए। मृतक के परिजनों को मुआवजा...
नानकमत्ता। डीएफओ हिमांशु बागरी ने दक्षिणी जौलसाल वन क्षेत्र में पहुंचकर निरीक्षण किया। यहां शनिवार को बाघ ने मवेशियों को चराने गया ग्राम टुकड़ी निवासी 40 वर्षीय मुख्त्यार सिंह उर्फ पम्मा पुत्र दलबीर सिंह को मार दिया था। डीएफओ ने वन विभाग की टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। 14 फरवरी को परमजीत सिंह निवासी ग्राम टुकड़ी मवेशियों को चुगाने के लिए जंगल गया था। देर सायं तक घर वापस न आने पर परिजनों ने खोज भी की गई। लेकिन मुख्तयार कहीं नहीं मिला। शनिवार को परिजनों व ग्रामीणों ने फिर खोजबीन की। शनिवार की सुबह 9.30 बजे मुख्त्यार का शव ग्राम ग्राम टुकड़ी के निकट दक्षिणी जौलासाल वन रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र कक्ष छह में मिला। दक्षिणी जौलासाल रेंजर महेश जोशी व रनसाली रेंजर महेंद्र सिंह रैकुनी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। वन विभाग ने पग चिह्नों की खोज की। जंगल में वन्य जीव के पग मिले। पग के निशान प्रथम दृष्टया बाघ के बताये गये। वन विभाग ने चार ट्रेप कैमरे भी लगाये। पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा ने डीएफओ हिमांशु बागरी से दूरभाष पर वार्ता कर मानव वन्य जीव संघर्ष रोकने के लिए फेंसिंग की मांग की थी। रविवार की देर सायं डीएफओ हिमांशु बागरी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। मृतक परिजनों को ढांढस बधाते हुए मुआवजा राशि देने का आश्वासन दिया। रेंजर महेश जोशी ने बताया कि मुआवजा देने की प्रक्रिया जारी है।
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