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बोले रुद्रपुर: अनियोजित खनन से शास्त्री नगर बन चुका है गड्ढा कॉलोनी

शास्त्री नगर का नाम अब गड्ढा कॉलोनी हो गया है, जहां 1500 की आबादी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है। सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं, दुर्घटनाएं आम हो गई हैं, और नाली निर्माण की कमी से जलभराव की...

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरMon, 17 Feb 2025 06:14 PM
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बोले रुद्रपुर: अनियोजित खनन से शास्त्री नगर बन चुका है गड्ढा कॉलोनी

कभी शास्त्री नगर के नाम से पहचान रखने वाले क्षेत्र का नाम अब गड्ढा कॉलोनी प्रचलित हो चुका है। इस कॉलोनी की 1500 की आबादी सड़क और नाली निर्माण जैसी बुनियादी सुविधा को तरस रही है। पूरे क्षेत्र की सड़कें क्षतिग्रस्त होकर गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। सड़कों में कहीं-कहीं एक से डेढ़ फीट के गड्ढे बन चुके हैं। दुर्घटनाएं होना और वाहनों का पलटना रोजमर्रा की बात हो चुकी है। नाली निर्माण न होने के कारण अस्थायी नाली का पानी सड़क पर बहता है या खाली प्लॉट में जमा होता है। पानी जमाव के कारण गड्ढे इतने गहरे हो चुके हैं कि उनमें गिरकर मवेशियों की मौत तक हो चुकी है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि शिलान्यास होने के बावजूद गड्ढों और सड़कों का निर्माण नहीं हो पाया है। शास्त्री नगर पूर्व में खेती-किसानी के लिए जाना जाता था। खेती-किसानी में मुनाफा न होने के कारण जमीनें खाली रह गईं। सिडकुल के निर्माण के समय शास्त्री नगर क्षेत्र से ही अनियोजित तरीके से खनन कर मिट्टी निकालकर सिडकुल में भरान किया गया था। इस कारण यह क्षेत्र काफी गहराई में चला गया। गहराई में जाने के कारण क्षेत्र को गड्ढा कॉलोनी कहा जाने लगा। यहां मिश्रित आबादी रहती है। यहां कई तरह की समस्याएं हैं। इनमें से प्रमुख समस्या सड़क और नाली निर्माण की है। क्षतिग्रस्त सड़क और नालियों से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई बार नगर निगम के चक्कर लगाने के बाद भी लोगों की समस्याओं का कोई हल नहीं हो रहा है। क्षेत्र में आखिरी बार वर्ष 2005 में बिना नाली निर्माण के ही सड़कों का निर्माण कर दिया गया था। पूरे क्षेत्र में एक भी आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है। क्षेत्र में गरीब तबके के परिवारों की बड़ी संख्या है। आंगनबाड़ी केंद्र न होने के कारण बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ रहा है। पिछले एक साल से क्षेत्र में बिजली के नए कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं। लोगों को नए घर व्यापार से संबंधित कामों में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले 20 साल से गड्ढा कॉलोनी में रह रहे लोगों के राशन कार्ड तक नहीं बन पा रहे हैं। क्षेत्र में पानी की पाइप लाइन तक नहीं बिछी है। कच्चे नलों से सबमर्सिबल के माध्यम से लोग पानी की जरूरत पूरी कर रहे हैं। सरकारी हैंड़पंप की मरम्मत का कार्य पिछले 10 साल से नहीं किया गया है। हैंडपंप से निकलने वाले दूषित पानी को पीना लोगों की मजबूरी बन गया है। क्षेत्र के मुख्य चौक पर बिजली का खंभा पूरी तरह से एक ओर झुक गया है। यदि जल्द ही खंभे की मरम्मत का कार्य नहीं किया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि क्षेत्र का नाम शास्त्री नगर है, लेकिन इसकी पहचान गड्ढा कॉलोनी के रूप में बन चुकी है। क्षेत्र में एक बड़ा बोर्ड शास्त्री नगर के नाम से लगाया जाना चाहिए।

आंगनबाड़ी केंद्र खोलने की उठाई मांग : छोटे बच्चों की शिक्षा के लिए शहरभर में आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं। गड्ढा कॉलोनी क्षेत्र में बड़ी संख्या में निर्धन परिवार के लोग रहते हैं। कई लोगों की मासिक कमाई 5-6 हजार रुपये भी नहीं है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि क्षेत्र में एक भी आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है। बच्चे दिनभर घर में खाली बैठे रहते हैं। सबसे नजदीकी आंगनबाड़ी दो किमी. दूर संजयनगर में है। कई घर में माता-पिता दोनों ही काम पर जाते हैं। ऐसे में बच्चों को दो किलोमीटर दूर आंगनबाड़ी छोड़ने और लाने वाला कोई नहीं है। दो-तीन साल घर में रहने के कारण बच्चों का बौद्धिक विकास नहीं हो पा रहा है। घर बैठे बच्चों को मोबाइल और टीवी की लत लग गई है। सीधे स्कूल में प्रवेश कराने पर बच्चे अन्य बच्चों से घुल मिल नहीं पाते हैं। शिक्षा और अन्य प्रतिस्पर्धाओं में भी बच्चे पिछड़ जाते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जल्द ही क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी केंद्र खोला जाना चाहिए।

कागजों में तैयार सड़क असलियत में कच्ची : गड्ढा कॉलोनी क्षेत्र में वर्ष 2005 में सीसी सड़क का निर्माण किया गया था। जलभराव की समस्या को देखते हुए मुख्य सड़क को सीसी सड़क बनाया गया था। मुख्य सड़क से जुड़े लिंक मार्ग आज भी कच्चे हैं। क्षेत्रवासियों ने बताया कि निगम की ओर से सर्वे कर रोड निर्माण का शिलान्यास कर उसका शिलापट लगाया गया है। कागजों में सड़क पूरी तरह से बनकर तैयार है, लेकिन वास्तव में सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। क्षेत्र में कई ऐसी छोटी सड़कें हैं, जिनमें घुटनों तक गड्ढे बन चुके हैं। कच्ची सड़कों के बीच से नाले गुजर रहे हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि कागजों में सड़क बनी हुई दिखाकर बड़े घोटाले को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। वर्ष 2005 में बनाई गई मुख्य सड़क की 10 साल से कोई सुध नहीं ली गई है। पूरी सड़क में हर 10 मीटर में गड्ढे हैं। दुर्घटना होना रोजमर्रा की बात हो चुकी है। क्षेत्रवासी शहर के हर अधिकारी और नेता के पास जा चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।

गड्ढा कॉलोनी में पेयजल लाइन तक नहीं : 20 साल पहले बसी गड्ढा कॉलोनी में अभी तक पीने के पानी की पाइप लाइन तक नहीं बिछाई गई है। लोगों को पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पूरे क्षेत्र के लोग सबमर्सिबल के माध्यम से पानी पी रहे हैं, जिसमें कई बार मटमैला पानी भी आता है। नगर निगम में आने के बावजूद क्षेत्र में पानी की पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है। सरकार की ओर से लगाए गए हैंडपंप की 10 साल से मरम्मत नहीं की गई है। गड्ढा कॉलोनी क्षेत्र में सुविधाओं का भारी अभाव है। हैंडपंप काम तो कर रहे हैं, लेकिन जंक लगे हैंडपंप से गंदा पानी आता है, जोकि पीने लायक नहीं है। गंदे पानी से सबसे अधिक छोटे बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। आए दिन दूषित पानी से बच्चे पेट में दर्द की शिकायत करते हैं। जलभराव के कारण पहले से ही आसपास गंदगी रहती है। गर्मियों से पहले क्षेत्र में पानी की पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाना चाहिए।

निकासी के साथ ही चौड़ी नालियों का हो निर्माण : गड्ढा कॉलोनी में जलभराव की समस्या अत्यधिक गंभीर है। क्षेत्र में जलभराव के कारण गहरे गड्ढे बन चुके हैं। गड्ढे इतने गहरे हैं कि जिनमें डूबने से लोगों के पालतू मवेशी मर जाते हैं। क्षेत्र में पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बरसात और लोगों के घरों से निकलने वाला पानी क्षेत्र में आसपास ही जमा हो जाता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि सड़क के दोनों ओर निचली जगह पर प्राकृतिक रूप से बनी नालियों से पानी क्षेत्र से बाहर जाता है। निगम की ओर से सड़क और मुख्य रूप से चौड़ी नालियों का निर्माण किया जाना चाहिए। गड्ढा कॉलोनी क्षेत्र में जलभराव की समस्या अन्य क्षेत्रों से ज्यादा गंभीर है। पूरे क्षेत्र का भौतिक निरीक्षण कर अधिक चौड़ी नालियों का निर्माण किया जाना चाहिए। चौड़ी नालियों के साथ ही पानी की निकासी की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। सभी गहरे गड्ढों का शीघ्र भरान किया जाना चाहिए।

पुराने नियमों से बांटे जाएं बिजली के नए कनेक्शन : गड्ढा क्षेत्र में बिजली के नए कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि बीते एक वर्ष से बिजली के नए कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। आरोप लगाया कि विभाग की कुछ कर्मचारी अतिरिक्त रुपये लेकर बिजली के कनेक्शन दे रहे हैं। पुराने नियमों के अनुसार ही लोग बिजली के कनेक्शन के लिए कागजी कार्रवाई कर रहे हैं। बिजली विभाग के कार्यालय जाने पर उन्हें बिना कोई कारण बताए कनेक्शन के लिए मना किया जा रहा है। क्षेत्रवासियों ने यह भी बताया कि बिजली के कनेक्शन न मिलने से लोग नए घर और व्यवसायों का काम शुरू नहीं कर पा रहे हैं। इस कारण लोगों के रुपये और समय दोनों व्यर्थ हो रहा है। नजूल भूमि पर पूर्व में जारी नियमों के अनुसार, बिजली के नए कनेक्शन दिए जाने चाहिए। शीघ्र नए कनेक्शन दिए जाने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए।

शिकायतें

1-पानी की पाइप लाइन न होने के कारण लोगों को पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है। दूषित पानी से लोग बीमार पड़ रहे हैं।

2-20 साल से क्षेत्र में रह रहे लोगों का राशन कार्ड नहीं बन पा रहा है। निर्धन परिवार काफी हद तक राशन कार्ड पर ही निर्भर रहते हैं।

3-क्षेत्र में कई बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हैं। मुख्य सड़क के समीप एक खंभा पूरी तरह से एक ओर झुका हुआ है और कभी भी गिर सकता है।

4- पतली नालियों में पानी की निकासी ही नहीं है। नालियों का गंदा पानी सड़क पर और लोगों के घरों में घुस जाता है।

5- मुख्य सड़क का निर्माण 10 साल पहले किया गया था। इसके बाद आज तक उसकी मरम्मत का कार्य नहीं किया गया है।

सुझाव

1-पानी की पाइप लाइन बिछाए जाने तक हैंडपंपों की मरम्मत का कार्य किया जाना चाहिए। लोगों को दूषित पानी से निजात मिलनी चाहिए।

2- क्षेत्र में कैंप लगाकर लोगों के राशन कार्ड बनाए जाने चाहिए। निर्धन परिवारों को शीघ्र राशन मुहैया कराया जाना चाहिए।

3- गर्मियों से पहले खंभों की मरम्मत का कार्य करने से लोगों को परेशानी से बचाया जा सकता है। मुख्य सड़क के समीप वाले खंभे को तुरंत बदला जाना चाहिए।

4- चौड़ी नालियों का निर्माण किया जाना चाहिए। नालियों के निर्माण के साथ ही पानी की निकासी इंतजाम भी किया जाना चाहिए।

5- बरसात से पहले सड़क की मरम्मत का कार्य किया जाना चाहिए। सीसी रोड पर समय से किया गया मरम्मत कार्य डामर की रोड की तुलना में अधिक प्रभावशाली होता है।

साझा किया दर्द

गड्ढा कॉलोनी क्षेत्र का नाम शास्त्री नगर है, तत्काल इसका एक बड़ा बोर्ड लगाया जाना चाहिए। साथ ही यहां विकास कार्य शीघ्र शुरू कराए जाने चाहिए।

--हर देवी

बिजली के क्षतिग्रस्त खंभों के कारण कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। जल्द खंभों को बदला जाना चाहिए। मुख्य सड़क के समीप झुके खंभे को जल्द बदला जाए।

-नीलम छाबड़ा

सड़कों पर एक फुट तक के गड्ढे बन चुके हैं। इनके कारण आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें लोग घायल हो रहे हैं। जल्द सड़कों का निर्माण किया जाना चाहिए।

-नोनी राम

क्षेत्र में व्यापक रूप से स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है। निगम की ओर से स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत का कार्य किया जाना चाहिए। साथ ही बिजली कटौती पर रोक लगानी चाहिए।

-मनोहर लाल शर्मा

सरकारी हैंडपंप की मरम्मत का कार्य किया जाना चाहिए। दूषित पानी पीने से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। अभी लोग सबमर्सिबल से पानी की व्यवस्था कर रहे हैं।

-जमील अहमद

क्षेत्र में बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए आंगनबाड़ी केंद्र खोला जाना चाहिए। दो किलोमीटर दूर जाना संभव नहीं है। इस पर जल्द ध्यान देने की जरूरत है।

-हाजी रईस अहमद

क्षेत्र की 80 प्रतिशत समस्याओं का हल नाली और सड़क निर्माण करने से हो जाएगा। नगर निगम को यहां जल्द विकास कार्य शुरू कराकर लोगों को समस्याओं से निजात दिलानी चाहिए।

-गुरचरण सिंह

राशन कार्ड के लिए क्षेत्र में कैंप लगाया जाना चाहिए। गरीब तबके के लोग अपना काम छोड़कर कार्यालय के चक्कर नहीं काट सकते हैं। इसके अलावा अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।

-मिस्सी लाल

नए बिजली के कनेक्शन न मिलने से लोगों का समय व्यर्थ हो रहा है। घर बनाने वाले लोग किराए के घरों में रहने को मजबूर हो रहे हैं। यहां के लोगों को जल्द कनेक्शन दिए जाएं।

-योगेश शर्मा

गड्ढा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति कुछ ऐसी है कि अन्य क्षेत्रों के पानी का बहाव भी गड्ढा कॉलोनी की ओर है। यहां सड़कों और नालियों का व्यवस्थित तरीके से निर्माण किया जाए।

-नियाज अहमद

खाली प्लॉटों पर चाहरदीवारी की जानी चाहिए। खाली प्लॉट लावारिस पशुओं का अड्डा बन गए हैं। वहीं कॉलोनी में सड़कों और नालियों का निर्माण जल्द कराया जाए।

-गौरव छाबड़ा

चौड़ी नालियों के माध्यम से पानी की निकासी की जानी चाहिए। बरसात से पहले नालियों का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि यहां के लोगों को जलभराव से मुक्ति मिल सके।

-वीरपाल

क्षेत्र में जहां भी कच्ची सड़कें है, उनमें मिट्टी का भरान कराया जाना चाहिए। इसके बाद तुरंत पक्की सड़कों का निर्माण किया जाना चाहिए। इससे यहां के लोगों को राहत मिल सकेगी।

-लालीराम

बिजली के खंभों के कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। खंभों पर तारों का अतिरिक्त भार डाला गया है, इन्हें व्यवस्थित करने की जरूरत है। कुछ खंभों को बदला जाए।

-डॉ. शाबेज हुसैन

बोले पार्षद

गड्ढा कॉलोनी वार्ड नंबर 12 के अंर्तगत आती है। वार्ड नंबर 12 के सभी क्षेत्रों का मैंने निरीक्षण कर लिया है। मंगलवार को बोर्ड की बैठक में सड़क और नालियों के निर्माण का प्रस्ताव दिया जाएगा। साथ ही क्षेत्र में बुजुर्ग और पेंशन कार्डधारकों के लिए कैंप का आयोजन कर उनकी समस्या का हल किया जाएगा।

-महेंद्री शर्मा, पार्षद, वार्ड नंबर 12

बोले नगर आयुक्त

शिलान्यास के बावजूद सड़क नहीं बनाए जाने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। हो सकता है कि निर्माण कार्य शुरू होने में कुछ देरी हो रही हो। मामले का संज्ञान लेकर जांच की जाएगी।

-नरेश चंद दुर्गापाल, नगर आयुक्त रुद्रपुर

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