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बोले रुद्रपुर: नाले की कवरिंग और सड़कों पर लगें स्ट्रीट लाइटें, बारातघर बने

गांधी कॉलोनी के वार्ड नंबर सात में 2700 की आबादी है। लोग नगर निगम में शामिल होने के बाद भी लाभ नहीं देख पा रहे हैं। शादी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए कोई सार्वजनिक स्थान नहीं है, और नाले की सफाई...

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरThu, 27 Feb 2025 06:06 PM
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बोले रुद्रपुर: नाले की कवरिंग और सड़कों पर लगें स्ट्रीट लाइटें, बारातघर बने

वार्ड नंबर सात गांधी कॉलोनी में 2700 की आबादी रहती है। वर्ष 2018 में गांधी कॉलोनी को नवशहरियों में शामिल किया गया था। लोगों का कहना है कि नगर निगम में शामिल होने का उन्हें कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्र में गरीब तबके के लोगों की संख्या अधिक है। आबादी बढ़ने के बाद भी क्षेत्र में शादी और सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने के लिए कोई सार्वजनिक जगह नहीं है। बारातघर का निर्माण किया जाए। वहीं आबादी के बीच से गुजरने वाले नाले की कवरिंग की जाए। साथ ही सड़कों पर स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं। रुद्रपुर के वार्ड नंबर सात गांधी कॉलोनी में मिश्रित आबादी रहती है। इसमें 40 साल से भी पहले तराई विकास संघ के कार्यालय का निर्माण किया गया था। वर्तमान में तराई विकास संघ की जमीन को भंडारण निगम को सौंप दिया गया है। कॉलोनी से एक बड़ा नाला गुजरता है। नाले में ही बाजार और मीट मार्केट का कचरा और गंदा पानी डाला जा रहा है। नाले की सफाई और कवरिंग न होने के कारण यह नाला क्षेत्रवासियों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। नाले के समीप ही धार्मिक स्थल हैं। किसी भी सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम के दिन नाले से उठने वाली दुर्गंध की वजह से यहां खड़ा रहना भी मुश्किल होता है। तीन पीढ़ियों से भी अधिक समय से तराई विकास संघ के भवनों में रह रहे लोगों को भवन खाली करने के नोटिस दिए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि 40 साल से भी अधिक समय से यहां रह रहे लोगों को इन आवास से निकाला नहीं जाना चाहिए। यहां के लोग अपनी मांगों को लेकर पूर्व में भी प्रदर्शन कर चुके हैं। क्षेत्र में रहने वाले लोगों के पेंशन कार्ड और राशन कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। बुजुर्गों के वृद्धा पेंशन कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। बुजुर्गों को पेंशन कार्ड बनाने के लिए सरकारी कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। नगर निगम के सफाई कर्मी और कूड़ा गाड़ी भी समय पर नहीं आती है। क्षेत्र में लगी अधिकतर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। संकरी अंधेरी गलियों में रात के समय पैदल चलने वाले लोगों को दिक्कत होती है। नालियों की कवरिंग की मांग भी क्षेत्रवासी लंबे समय से कर रहे हैं।

स्ट्रीट लाइटें न होने से गलियों में रहता है अंधेरा : गांधी कॉलोनी में कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी हैं। इससे लोगों को अंधेरे में आने-जाने में खासी दिक्कतें होती हैं। स्थानीय लोग लंबे समय से स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासी मौ. आशु कहते हैं कि इस संबंध में नगर निगम से कई बार आग्रह किया जा चुका है, लेकिन अधिकारी हर बार आश्वासन देकर भूल जाते हैं। गल्ला मंडी, तराई विकास कॉलोनी सहित अन्य जगह भी कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण लोगों को परेशानियां होती हैं। लोगों ने बताया कि कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगी हैं, लेकिन वह लंबे समय से खराब पड़ी हैं। खराब लाइटों के बारे में शिकायत करने के बाद भी उन्हें ठीक नहीं किया जा रहा है। अंधेरा होने से छिनैती व अन्य आपराधिक घटनाएं होने की आशंका रहती है।

नाले की गंदगी से क्षेत्रवासी त्रस्त : गांधी कॉलोनी के मध्य से एक बड़ा नाला गुजरता है। नैनीताल रोड से आने वाले इस नाले की गंदगी से पूरे क्षेत्रवासी त्रस्त हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि नैनीताल रोड, गल्ला मंडी और मीट मार्केट से होकर गांधी कॉलोनी से गुजरने वाला यह नाला गंदगी से बजबजा रहा है। जहां से भी नाला गुजरता है, वहां की गंदगी नाले में डाली जाती है। गांधी कॉलोनी में यह नाला संकरा हो जाता है। इस कारण सारी गंदगी क्षेत्र में एकत्रित हो जाती है। गर्मियों के समय कूड़े के सड़ने से पूरे क्षेत्र में दुर्गंध आती है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि शहर की आबादी बढ़ने से नाले में गंदगी भी बढ़ने लगी है। लोगों के घरों में भी कूड़े की दुर्गंध आती है। जहां से भी नाला गुजरता है, वहां का भौतिक निरीक्षण किया जाना चाहिए। नाले में गंदगी डालने वाले लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। बरसात से पहले नाले की सफाई होनी चाहिए। नालियों की कवरिंग की जानी चाहिए।

तराई विकास संघ के लोगों को सता रही आवास की चिंता : तकरीबन 40 साल पहले तराई विकास संघ की स्थापना रुद्रपुर की गांधी कॉलोनी में की गई थी। वर्तमान में तराई विकास संघ की जमीन भंडारण निगम को सौंप दी गई है। तराई विकास संघ के 60 से अधिक परिवार तराई विकास संघ के आवासीय भवनों में रह रहे हैं। भवनों में रहने वाले 30 से अधिक परिवारों को आवास खाली करने का नोटिस दिया गया है। आवास में रह रहे लोगों का कहना है कि 40 साल से भी अधिक समय से हम लोग यहां रह रहे हैं। अब अचानक आवास खाली करने का नोटिस देकर हमें बेघर किया जा रहा है। लोगों की मांग है कि किराया लेकर हमें आवास में रहने दिया जाए। केवल कुछ ही लोगों को नोटिस दिया जा रहा है। एक ही जगह पर रह रहे लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। अपनी मांगों को लेकर तराई विकास संघ के लोग कई बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं। प्रशासन को आवास खाली करने का नोटिस वापस लेना चाहिए। लोगों को बेघर करने से रोका जाना चाहिए।

बारातघर नहीं होने से शादी-ब्याह में पड़ता है अतिरिक्त आर्थिक बोझ : वार्ड में एक बारातघर की मांग लंबे समय से रही है। बारातघर के अभाव में लोगों को होटलों व बैंक्वेट हॉल में शादी विवाह समारोह करने पड़ते हैं, लेकिन इससे लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड में ज्यादातर मध्यम वर्ग के लोग निवास करते हैं। होटलों व बैंक्वेट हॉल का बिल काफी ज्यादा होता है। ऐसे में वार्ड में ही बारातघर का निर्माण करा दिया जाए तो लोगों को शादी विवाह के लिए होटलों व बैंक्वेट हॉल का रुख नहीं करना पड़ेगा। स्थानीय लोगों के मुताबिक, बारातघर के लिए वार्ड में पर्याप्त जगह भी है। माथुर चौक के करीब नगर निगम की जमीन खाली पड़ी है। साथ ही कन्या जूनियर हाईस्कूल की खाली पड़ी जमीन का उपयोग इसके लिए किया जा सकता है। लोगों ने बताया कि बच्चों के लिए खेल मैदान भी नहीं है।

पेंशन और राशन कार्ड बनाने को ऑफिसों के चक्कर लगा रहे लोग : वार्ड में बहुत से लोगों के विधवा, वृद्धा पेंशन और राशन कार्ड तक नहीं बन पा रहे हैं। लोगों ने बताया कि विधवा और वृद्धा पेंशन पाने के लिए सालों से प्रयासरत हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। नगर निगम से लेकर समाज कल्याण विभाग के कार्यालयों के कई चक्कर लगा दिए हैं, लेकिन हर बार अधिकारी कोरा आश्वासन देकर लौटा देते हैं। बताया कि सुभाष कॉलोनी व गांधी कॉलोनी में 500 से अधिक लोगों की अब तक पेंशन नहीं लग पाई है। इसी तरह कई लोगों के सफेद राशन कार्ड भी नहीं बन पा रहे हैं। इसके अलावा वार्ड के लोगों की यह शिकायत भी है कि कॉलोनी में नगर निगम की कूड़ा गाड़ी नहीं आती है। लोग यहां-वहां कूड़ा फेंक देते है, जिससे आवारा पशु भी वार्ड में दिनभर डेरा जमाए रहते हैं। समूचे वार्ड में मच्छरों का भी प्रकोप है, लेकिन निगम की ओर से यहां कभी फॉगिंग आदि नहीं कराई जाती है।

शिकायतें

1- क्षेत्र में गंदगी के कारण गर्मियों में मच्छर और अन्य कीट पतंगे पनपते हैं। निगम की ओर से फॉगिंग और कीटनाशक का छिड़काव नहीं किया जाता है।

2- तराई विकास संघ ने अपने क्षेत्र में चाहरदीवारी की है। चाहरदीवारी में आवाजाही के लिए जगह-जगह द्वार नहीं बनाए गए हैं। इस कारण लोगों को दिक्कतें होती हैं।

3-नाला कवर न होने से पूरे क्षेत्र में भयानक दुर्गंध आती है। स्ट्रीट लाइट न होने से अंधेरे में नाले में गिरकर लोग चोटिल होते हैं। नाला कवर किया जाए।

4- क्षेत्र में बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग रहते हैं। बैक्वेट हॉल का लाखों रुपये का किराया चुकाने के लिए लोगों को उधार लेना पड़ता है।

5-कूड़ा गाड़ी और सफाई कर्मचारियों के न आने से लोग जगह-जगह कूड़ा फेंकते हैं। खाने के लालच में लावारिस जानवर पूरे क्षेत्र में कूड़ा फैलाते हैं।

सुझाव

1- क्षेत्र में नाले के समीप वाले क्षेत्रों में रोजाना व अन्य क्षेत्रों में सप्ताह में दो दिन फॉगिंग और कीटनाशक का छिड़काव किया जाना चाहिए।

2- कई एकड़ में फैले क्षेत्र में चाहरदीवारी के लिए आबादी के अनुसार द्वार बनाए जाने चाहिए। लोगों से वार्ता कर द्वार का स्थान तय किया जाना चाहिए।

3-बरसात से पहले नाले की कवरिंग का काम पूरा किया जाना चाहिए। नालों के समीप सुरक्षा दीवार बनाई जानी चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।

4- बारातघर के लिए क्षेत्र में जगह मौजूद है। लोगों की समस्या का संज्ञान लेते हुए नगर निगम को बारातघर के लिए जगह चिह्नित की जानी चाहिए।

5-नियमित रूप से कूड़ा गाड़ी के आने से कूड़े की समस्या से निजात मिलेगी। नगर निगम को लावारिस पशुओं को पकड़ कर गोशाला में छोड़ना चाहिए।

साझा किया दर्द

कॉलोनी में बच्चों के खेलने के लिए कोई मैदान नहीं है। यहां पर्याप्त जगह है, वहां मैदान बनाया जा सकता है। मैदान होगा तो लोग उसका इस्तेमाल शादी-विवाह समारोह के लिए उपयोग कर सकते हैं।

-इंद्रा तिवारी

यहां कई स्थान ऐसे हैं, जहां बारातघर बनाया जा सकता है। अभी लोगों को होटलों आदि में शादियां करनी पड़ती हैं, लेकिन बारातघर बनने से लोगों की आर्थिक बचत होगी।

-भगवती चंदोला

नैनीताल रोड से निकलने वाले नाले में मछली मार्केट आदि सभी प्रकार की गंदगी आती है, जिससे सांस लेना तक दूभर हो जाता है। बरसात में नाली का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों में आ जाता है।

-रेनू

नगर निगम की कूड़ा गाड़ी नहीं आती है, जिससे कूड़ा फेंकने में काफी परेशानी होती है। लोग सड़कों के किनारे कूड़ा फेंक जाते हैं, जिससे काफी दुर्गंध आती है। यहां कूड़ा गाड़ी भेजनी चाहिए।

-भवानी

नगर निगम की ओर से फॉगिंग आदि नहीं कराई जाती है, जिससे मच्छर पनपते हैं और लोग बीमार पड़ते हैं। गर्मी आने वाली है, इसलिए नगर निगम की टीम को नियमित फॉगिंग करनी चाहिए।

-संगीता

विधवा पेंशन के लिए आवेदन कर दिया है, लेकिन अब तक पेंशन नहीं लग पाई है। सरकारी रोजनाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति को मिले, इसलिए विभागों को इससे संबंधित ज्यादा से ज्यादा कैंप लगाने चाहिए।

-कुमुद

तराई विकास क्षेत्र में कूड़ा गाड़ी आती ही नहीं है। कई बार शिकायत की, लेकिन इसके बाद भी यहां कूड़ा गाड़ी नहीं आती है। लोग यहां-वहां कूड़ा फेंक देते हैं, जिससे परेशानी होती है।

-दीपा

गली में नाली कवरिंग नहीं हुई है, जिससे मच्छरों व बदबू की वजह से लोगों को परेशानी होती है। इसका तुरंत समाधान किया जाना चाहिए।

-अशोक कुमार

तराई विकास निगम के कर्मचारियों का परिवार यहां पांच पीढ़ियों से रह रहा है, लेकिन अब उन्हें यहां से जबरदस्ती हटाया जा रहा है। कुछ घरों के आगे दीवार खड़ी करके भीतर जाने का रास्ता बंद कर दिया गया है।

- रज्जू प्रसाद

कई साल हो गए हैं, लेकिन अब तक लोगों की वृद्धा पेंशन नहीं लग पाई है। समूचे वार्ड में सैकड़ों लोग ऐसे हैं, जो अब तक वृद्धा, विधवा आदि पेंशन से वंचित हैं।

-महेश तिवारी

नैनीताल रोड से निकलने वाला नाला वार्ड से होकर गुजरता है, लेकिन नाला कवर नहीं होने से चारों ओर बदबू फैलती है। नगर निगम को इस नाले की कवरिंग करनी चाहिए।

-सलीम

वार्ड की सड़कों की हालत बेहद खराब है। वर्षों से सड़कों की मरम्मत नहीं हुई है, जिससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें आती हैं। सड़कों की मरम्मत की जानी चाहिए।

-गौरव शर्मा

बोलीं पार्षद

वार्ड में कई कार्य हुए हैं, जबकि कई अन्य किए जाने हैं। सुभाष कॉलोनी में हाल ही में स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। कई स्थानों पर अब भी स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। इस संबंध में नगर निगम में शिकायत की गई है। वार्ड में कई जगहों में कूड़ा गाड़ी नहीं जाती है। इसके बारे में भी निगम को सूचना दी गई है। कई लोगों की विधवा, वृद्धा पेंशन लगनी है और सफेद राशन कार्ड बनाए जाने हैं।

- मधु शर्मा, पार्षद, गांधी कॉलोनी

बोले नगर आयुक्त

क्षेत्रवासियों की समस्याओं का संज्ञान लिया जाएगा। बोर्ड का गठन हो चुका है। नाला कवरिंग और बारातघर के निर्माण से संबंधित जो भी मांग है, बोर्ड बैठक में उन पर चर्चा की जाएगी।

-नरेश चंद्र दुर्गापाल, नगर आयुक्त रुद्रपुर

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