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बोले रुद्रपुर: सार्वजनिक पार्कों में निजी वाहनों की हो रही है पार्किंग

आवास विकास पूर्वी में छोटे-बड़े कई सार्वजनिक पार्क हैं, लेकिन ज्यादातर पार्कों में लोगों ने अपनी गाड़ियां खड़ी कर रखी है। कई गाड़ियां दिन व रात में भी

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरFri, 25 April 2025 11:33 PM
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बोले रुद्रपुर: सार्वजनिक पार्कों में निजी वाहनों की हो रही है पार्किंग

आवास विकास पूर्वी में छोटे-बड़े कई सार्वजनिक पार्क हैं, लेकिन ज्यादातर पार्कों में लोगों ने अपनी गाड़ियां खड़ी कर रखी हैं। कई गाड़ियां दिन व रात में भी यहीं खड़ी रहती हैं। जिससे पार्क में आने वाले लोगों को असुविधा होती है। पार्कों में लोगों को घूमने-टहलने व व्यायाम करने तक के लिए जगह नहीं मिल पाती है। लोगों का कहना है कि नगर निगम को अभियान चलाकर सार्वजनिक पार्कों से निजी गाड़ियों को हटाना चाहिए। इसके अलावा, लोगों की यह शिकायत भी है कि रखरखाव न होने के कारण ज्यादातर पार्क बदहाल हैं। पार्कों में घूमने के फुटपाथ, बैठने के लिए कुर्सी, रोशनी आदि तक की व्यवस्था नहीं है। उनकी मांग है कि पार्कों का सौंदर्यीकरण व कुछ पार्कों में ओपन जिम लगाए जाने चाहिए।

रुद्रपुर। शहर में आवास विकास की गिनती पॉश कॉलोनियों में होती है, लेकिन पूर्व में नगर पालिका व वर्तमान में नगर निगम का हिस्सा होने के बावजूद यहां के बाशिंदे विकास को तरस रहे हैं। करीब 2500 आबादी वाली आवास विकास पूर्वी, वार्ड-39 में सड़कों का बुरा हाल है। जगह-जगह सड़कें टूटी व उस पर गड्ढे होने के कारण लोगों को आवागमन में दिक्कतें होती हैं। खराब सड़कों पर बच्चों व बुजुर्गों को अक्सर ठोकर लगती है। लोगों का कहना है कि वार्ड की सड़कों की मरम्मत कराई जानी चाहिए। इसके अलावा कई स्थानों पर बिजली के खंभे अत्यधिक पुराने हो गए हैं, जिनके गिरने से हादसा होने की आशंका हमेशा बनी रहती है। लोगों ने बताया कि कई स्थानों पर घनी आबादी के बीच लगे बिजली के खंभों की हालत बेहद दयनीय है। इसी तरह बिजली के तार भी काफी नीचे लटक रहे हैं। कल्याणी नदी की सफाई नहीं होने से लोगों की समस्याएं काफी बढ़ जाती हैं। बरसात में अक्सर नदी का गंदा पानी जगतपुरा क्षेत्र की गलियों में घुस जाता है, जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है। कई गलियों में नदी का गंदा पानी लोगों के घरों तक में घुस जाता है। लोगों की मांग है कि कल्याणी नदी की नियमित सफाई व इसके किनारों पर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाए। छठ पूजा स्थलों की उपेक्षा से लोगों में नाराजगी है। बताया कि छठ घाटों पर साफ सफाई, पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था नहीं होने से लोगों को कई बार गंदे पानी में पूजा करने को विवश होना पड़ता है। वार्ड में करीब 200 स्ट्रीट लाइटें लगी हैं। इनकी मरम्मत कराने के बाद भी यह तीसरे-चौथे दिन खराब हो जाती है। लोगों ने कहा कि खराब स्ट्रीट लाइटों को बदला व 60-70 नई लाइटें लगाई जानी चाहिए। वार्ड में नगर निगम की कूड़ा वाहन आता है। यहां नगर निगम की ओर से 6 सफाईकर्मियों की नियुक्ति की गई है। कहा कि इनकी संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। कई स्थानों पर लोगों ने नालियों व सड़कों पर अतिक्रमण कर रखा है। यहां के ज्यादातर पार्कों में भी लोगों ने अपनी गाड़ियां खड़ी कर रखी हैं।

पार्कों से अतिक्रमण हटाकर किया जाए सौंदर्यीकरण

आवास विकास पूर्वी में सबसे ज्यादा पार्क हैं। लोग रोजाना पार्कों में टहलने, व्यायाम आदि के लिए आते हैं, लेकिन यहां पार्कों में सबसे ज्यादा अतिक्रमण हो रखा है। कई पार्कों में लोगों ने अपनी गाड़ियां खड़ी करनी शुरू कर दी हैं। ऐसे में, पार्कों में घूमने, व्यायाम व बैठने आने वाले लोगों को खासी परेशानी होती है। लोगों ने कहा कि ज्यादातर पार्क अक्सर गाड़ियों से भरे रहते हैं। लोगों को टहलने व बैठने तक के लिए जगह नहीं मिल पाती। कहा कि नगर निगम को गाड़ियों को हटाकर पार्कों को खाली करना चाहिए, जिससे पार्क में आने वाले लोगों को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझना चाहिए कि पार्क गाड़ियां खड़ी करने के लिए नहीं होते हैं। यहां अधिकतर पार्कों में सुविधाओं का भी काफी अभाव है। रखरखाव की सही व्यवस्था नहीं होने से पार्कों की स्थिति दयनीय है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर पार्कों में साफ-सफाई नहीं होती, रोशनी व बैठने आदि व्यवस्थाएं तक नहीं हैं। कहा कि सभी पार्कों का रखरखाव व सौंदर्यीकरण किया जाना चाहिए। साथ ही, सुशीला, महादेव आदि पार्कों में ओपन जिम की व्यवस्था की जानी चाहिए।

सड़कों व पुलियों का हो निर्माण

आवास विकास पूर्वी की ज्यादातर सड़कें व पुलिया लंबे समय से खस्ताहाल हैं, जिससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें होती हैं। जगह-जगह सड़कें टूटी होने से लोगों को आए दिन ठोकरें लगती हैं। खस्ताहाल सड़कों पर रात में चलना लोगों के लिए काफी कष्टदायी होता है। हाल ही में नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक में वार्ड की 5 सड़कों के निर्माण की बात कही गई है। नगर निगम के अधिकारियों ने यहां कई सड़कों की नपाई आदि का कार्य भी किया है। लोगों का कहना है कि नपाई के साथ जल्द ही सड़कों का निर्माण भी होना चाहिए। कहा कि नपाई तो कर दी जाती है, लेकिन बाद में बजट की कमी बताकर सड़कों का निर्माण नहीं हो पाता है। कहा कि वार्ड के जगतपुरा क्षेत्र में गली नंबर-5, 6 आदि में सड़कों का निर्माण कार्य जल्द किया जाना चाहिए। वार्ड में कई स्थानों पर पुलियों की हालत भी दयनीय है। कहा कि जगतपुरा में गली नंबर- 5 व 6 की पुलिया, शिव मंदिर के सामने वाली सड़क की पुलिया, राकेश शर्मा के ऑफिस के पास वाली पुलिया आदि का निर्माण कराया जाना चाहिए।

छठ पूजा स्थलों में बढ़ाई जाएं सुविधाएं

जगतपुरा क्षेत्र के लगभग सभी परिवार मिलकर छठ पूजा महोत्सव में शामिल होते हैं, लेकिन पूजा स्थलों में सुविधाओं की कमी के कारण लोगों को पूजा के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों ने बताया कि छठ पूजा के लिए यहां दो घाट हैं। एक घाट का कुछ समय पूर्व निर्माण किया गया है, लेकिन दूसरे छठ घाट की स्थिति काफी जर्जर है और यहां सुविधाओं की बेहद कमी है। कहा कि छठ पूजा जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर छठ घाटों पर साफ-सफाई, पेयजल आदि की काफी समस्या रहती है। अधिकांश बार लोगों को गंदे पानी में पूजा करने को मजबूर होना पड़ता है। कहा कि छठ घाट में नियमित साफ-सफाई, समर्सिबल, स्ट्रीट लाइटें आदि लगानी जानी चाहिए। छठ घाट की सफाई और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने से छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, वह पूजा को और बेहतर तरीके से कर सकेंगे। बताया कि छठ पूजा का सनातन धर्म में बड़ा ही धार्मिक महत्व है। इस पर्व पर व्रती भगवान सूर्य और छठ माता से प्रार्थना करते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। छठ पूजा मुख्य रूप से कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि को मनाते हैं। इसके अलावा चैत्र शुक्ल षष्ठी तिथि को भी छठ पर्व मनाया जाता है। इस तरह दो छठ व्रतों का विशेष रूप से महत्व है। दोनों ही छठ पर्व भगवान सूर्य और षष्ठी माता को समर्पित हैं।

बिजली के पुराने खंभे व तारों को बदला जाए

आवास विकास पूर्वी में कई स्थानों पर बिजली के खंभे काफी पुराने व जर्जर हो गए हैं। लोगों ने बताया कि बिजली के पुराने खंभों को जल्द बदला जाना चाहिए। कहा कि इन खंभों की स्थिति जर्जर है और इनसे कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी रहती है। बताया कि जगतपुरा में गली नंबर-4 में बिजली के खंभे में जंक लग गई है, जिससे यह किसी भी समय गिरने की स्थिति है। इसके अलावा भी कई स्थानों पर बिजली के खंभों की स्थिति चिंताजनक है। कई स्थानों पर जंक लगे पोलों के आसपास बड़ी आबादी रहती है। बताया कि बिजली के तार भी काफी नीचे झूल रहे हैं। पार्कों के आसपास कई स्थानों पर बिजली के तार सड़क पर पड़े हुए हैं, जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को असुविधा होती है। लोगों ने कहा कि ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को वार्ड के सभी पुराने व जर्जर हो चुके पोलों को बदलना और हवा में झूल रहे तारों को कसवाना चाहिए।

कल्याणी नदी की सफाई की जाए

कभी जीवनदायिनी रही कल्याणी नदी वर्तमान में काफी गंदी हो गई है। लोगों ने कहा कि वर्तमान में कल्याणी नदी में गंदगी का अंबार है। जहां-जहां से नदी गुजरती है, वहां के लोग कूड़ा-कचरा इसमें फेंक देते हैं। गर्मियों में कूड़ा सड़ने के कारण आने वाली दुर्गंध से घरों में रहने लायक स्थिति नहीं होती है। नदी के किनारे स्थित मीट-मांस के दुकानदार बचे हुए अवशेषों को भी नदी में डालते हैं। इस कारण घातक बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। नदी में फेंका हुआ कूड़ा खाने के लिए लावारिस पशु बस्तियों के भीतर तक आ जाते हैं। संकरी गलियों में लावारिस पशुओं के आने से बच्चों व बुजुर्गों के लिए हमेशा खतरा बना रहता है। पूर्व में लावारिस पशुओं के कारण कई दोपहिया वाहन सवार चोटिल तक हो चुके हैं। कहा कि नदी की सफाई और यहां सुरक्षा दीवार बनाई जानी चाहिए। बताया कि बरसात में कल्याणी नदी में पानी का स्तर बढ़ने से गंदा पानी गलियों व लोगों के घरों तक में घुस जाता है, जिससे लोगों को मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ता है। जगतपुरा में गली नंबर- 4, 5 व 6 में जलभराव के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है।

सुझाव व शिकायत:-

1- सार्वजनिक पार्कों में किए गए अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए। पार्कों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। उनका सौंदर्यीकरण किया जाना चाहिए।

1- सार्वजनिक पार्कों में लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। साथ ही, पार्कों में मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं। कई पार्कों में फुटपाथ व कुर्सियां-बेंच तक नहीं हैं।

2- खराब सड़कों की मरम्मत की जानी चाहिए, जिससे दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। साथ ही, जिस स्थानों पर पुलिया टूटी हैं, उनकी मरम्मत की जानी चाहिए।

2- समूचे वार्ड में सड़कें जर्जर हालत में हैं, जिससे लोग आए दिन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इसके अलावा कई स्थानों पर पुलिया भी टूटी हैं।

3- छठ पूजा स्थलों की नियमित सफाई की जानी चाहिए। घाटों पर पेयजल के समर्सिबल, स्ट्रीट लाइटें आदि लगानी जानी चाहिए।

3- छठ पूजा स्थलों में सुविधाओं का घोर अभाव है। लोगों को पेयजल तक उपलब्ध नहीं हो पाता है। कई बार लोगों को गंदे पानी में पूजा करनी पड़ती है।

4- वार्ड-39 में पुराने व जर्जर हो चुके बिजली के खंभों को बदला जाना चाहिए। हवा में झूल रहे बिजली के तार भी कसे जाने चाहिए।

4- वार्ड-39 में कई स्थानों पर बिजली के खंभे काफी पुराने व जर्जर स्थिति में हैं। इनके कारण कभी भी अप्रिय हादसा हो सकता है।

5- कल्याणी नदी की सफाई कराई जानी चाहिए। साथ ही, नदी पर सुरक्षा दीवार का निर्माण कराया जाना चाहिए, जिससे गंदा पानी गलियों में आ सके।

5- लोगों के कल्याणी नदी में कूड़ा-कचरा फेंकने से दुर्गंध आती है। नदी की सफाई नहीं होने से उसका गंदा पानी गलियों व घरों तक में घुसता है।

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1- सड़कों की स्थिति काफी खराब है। जगतपुरा गली नंबर-6 की मुख्य सड़क व भीतर की गलियों की सड़कों का निर्माण किया जाना चाहिए, जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत न हो।

- जय शंकर

2- जगतपुरा गली नं-6 में हनुमान मंदिर का जीर्णोधार किया जाना चाहिए। गलियों की सड़कों की स्थिति बहुत खराब है, इनकी मरम्मत की जानी चाहिए।

- महेंद्र राम

3- कल्याणी नदी की सफाई करानी चाहिए, जिससे लोगों को दुर्गंध में सांस लेने को मजबूर न होना पड़े। जलभराव होने से समस्या काफी बढ़ जाती है। नदी के किनारे सुरक्षा दीवार बनाई जाए।

- विक्की सैनी

4- जगतपुरा में नीटा वीर जी के घर के पास पुलिया टूट चुकी है। लोगों को आवागमन में दिक्कत होती है। पुलिया की मरम्मत कराई जानी चाहिए।

- लीलावती सैनी

5- बिजली के तार हवा में झूल रहे हैं। इससे हादसा होने की आशंका रहती है। कई जगहों में बिजली के खंभे भी काफी पुराने हो गए हैं। इन्हें बदला जाना चाहिए।

- सुनीता

6- बीते कुछ दिनों से कूड़ा गाड़ी दोपहर को 12 बजे के बाद आती है। ऐसे में लोग अपने घरों का कूड़ा कचरा नदी में फेंक देते हैं। इससे नदी और ज्यादा प्रदूषित हो रही है।

- कंचन

7- जलभराव यहां की मुख्य समस्या है। इस समस्या से निजात मिलनी चाहिए। नदी पर सुरक्षा दीवार बनने से गंदा पानी वार्ड में नहीं आएगा। लोगों को भी नदी में कूड़ा नहीं डालना चाहिए।

- सुनीता सैनी

8- पार्कों में साफ सफाई होनी चाहिए। लोग सुबह-शाम वहां घूमने जाते हैं। लेकिन साफ सफाई नहीं होने के कारण पार्क में जाने वालों की संख्या कम होती जा रही है।

- कौशल भगत

9- सड़कों का निर्माण किया जाना चाहिए। खराब सड़कों पर रोजाना हादसे हो रहे हैं। लोगों को चोट तक लग रही है। कई जगहों पर पुलिया की भी मरम्मत करने की जरूरत है।

- दीपक पोद्दार

10- लगभग सभी सड़कें खस्ताहाल हैं। इनकी मरम्मत की जाए। कल्याणी नदी पर सुरक्षा दीवार का भी निर्माण आ‌वश्यक है। नदी का गंदा पानी लोगों के घरों तक में घुस जाता है।

- महेंद्र पोद्दार

11- नालियों का चौड़ीकरण व सफाई की जानी चाहिए। सड़कों की नपाई हुई है, लेकिन बनेंगी कब तक, इसकी कोई जानकारी नहीं है। पार्कों को स्वच्छ रखना चाहिए।

- दीपक साहनी

12- कूड़ा गाड़ी समय से नहीं आती है। सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए। कई स्थानों में रात को अंधेरा रहता है, वहां स्ट्रीट लाइटें जरूर लगाई जाएं।

- राकेश

13- कल्याणी नदी की सफाई होनी चाहिए। सड़कों की स्थिति बहुत खराब है। बिजली के खंभे पुराने हो गए हैं, जो हादसों का कारण बन सकते हैं। इन्हें बदला जाए। बिजली के तारों को भी कसा जाना चाहिए। सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 10 की जानी चाहिए।

- सौरभ राज बेहड़, पार्षद

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