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Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़रुद्रपुरJoint Meeting to Identify Encroachments along Nepal-India Border

भारत-नेपाल सीमा के 15 किलोमीटर क्षेत्र में होगा अतिक्रमण चिह्नित

नेपाल सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र के 15 किमी दायरे में अतिक्रमण का चिह्नीकरण किया जाएगा। 15 दिन में रिपोर्ट एसडीएम को दी जाएगी। नए अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाएगा। बैठक में सीमा पर हर प्रकार के अतिक्रमण...

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरMon, 2 Sep 2024 01:55 PM
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राजस्व, वन, सिंचाई, लोनिवि की संयुक्त बैठक में नेपाल सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र के 15 किमी दायरे के अतिक्रमण के चिह्नीकरण किया जाएगा। तय हुआ कि अतिक्रमण चिह्नीत कर 15 दिन में रिपोर्ट एसडीएम को दी जाएगी। इस क्षेत्र में जो भी नया अतिक्रमण होगा उसे तत्काल हटा दिया जाएगा। मेलाघाट एसएसबी कैंप में संपन्न बैठक में तहसीलदार हिमांशु जोशी ने विभागीय अधिकारियों के साथ सीमावर्ती क्षेत्र के अतिक्रमण को लेकर मंथन किया। उन्होंने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर सीमा पर स्थित पिलरों से 15 किमी भारतीय सीमा पर हुए हर प्रकार के अतिक्रमण को चिह्नित किया जाना है। इसे लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ रूपरेखा तैयार की गई है। अतिक्रमण चिह्नित कर उसकी रिपोर्ट 15 दिन के अंदर एसडीएम रवींद्र सिंह बिष्ट को सौंपी जानी है। उन्होंने बताया कि सीमा के अतिक्रमण को लेकर पूर्व में कई बार विभागीय अधिकारियों के निरीक्षण और बैठकें हो चुकी हैं। इस बार की बैठक में तय निर्णयों के अनुसार विभागों को अतिक्रमण चिह्नीकरण की कार्रवाई करनी है। खटीमा रेंज के रेंजर महेश चंद्र जोशी ने बताया कि नेपाल सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र के जिन गांवों में वन भूमि पर अतिक्रमण हुआ है, उसका चिह्नीकरण कर रिपोर्ट दी जानी है। इस दौरान नया अतिक्रमण मिलने पर उसे तत्काल हटाया जाएगा। बैठक में कानूनगो राजकुमार, पटवारी कुलविंदर सिंह, झनकइया थानाध्यक्ष अनिल जोशी, एसएसआई मनोज देव, एलआईयू के नवीन जोशी, मेलाघाट इंजेलीजेंस आफिस के भुवन भट्ट के अलावा एसएसबी नारायण नगर, मेलाघाट, झब्बूझाला के जवान भी मौजूद थे।

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