खटीमा में डीएपी की किल्लत, 50 फीसदी ही हो सकी गेहूं की बुवाई
खटीमा में डीएपी की कमी से लगभग 50 प्रतिशत किसान गेहूं की बुवाई नहीं कर पाए हैं। किसान नेता गुरसेवक सिंह ने बताया कि एनपीके और डीएपी की कमी के कारण बुवाई में देरी हो रही है। सचिव सुरेश सती ने कहा कि...
खटीमा, संवाददाता। खटीमा में डीएपी की किल्लत बनी हुई है। इससे लगभग 50 प्रतिशत किसान गेहूं की बुवाई नहीं कर पाए हैं। किसान नेता गुरसेवक सिंह ने बताया कि अभी तक 50 प्रतिशत किसान ही गेहूं की बुवाई कर पाए हैं। कहा कि एनपीके और डीएपी की कमी के चलते लोगों की गेहूं की बुवाई लेट हुई है। इस संबंध में सचिव सहकारी समिति झनकट एवं दक्षिणी दीर्घाकार बहुउद्देशीय सहकारी समिति सुरेश सती ने बताया कि इस समय उनके पास स्टॉक में डीएपी नहीं है। किसान लगातार डिमांड कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार डीएपी की कमी ऊपर से ही बनी हुई है। वहीं डीएपी और एनपीके की कमी के पीछे कुछ ऐसे लोगों का भी हाथ बताया जा रहा है, जिन लोगों ने 200-200 कट्टे डीएपी स्टॉक कर ली थी। ये लोग अब ऊंचे दामों में डीएपी बेच रहे हैं। यह डीएपी शुरुआत में ही स्टॉक कर ली गई थी।
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