नगर पालिका में शामिल उमरुखुर्द, भूड़ ग्राम सभा में अब प्रशासक नियुक्त
पंचायत सदस्यों के नगर में शामिल होने से भंग हुई पंचायतसदस्यों के नगर में शामिल होने से भंग हुई पंचायत -6 माह से पंचायत के खाते में अटके थे विकास कार्यों के 36 लाख खटीमा। हमारे संवाददाता नगर पालिका...
नगर पालिका सीमा विस्तार के बाद नगर में शामिल हुए भूड़ महोलिया और उमरुखुर्द ग्राम पंचायतें सभासदों के नहीं रहने से भंग कर दी गयी हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर यहां प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं। दोनों ग्राम सभाओं का अधिकांश हिस्सा नगर में शामिल होने के बावजूद कुछ हिस्सा आज भी ग्राम सभा है। यहां विकास कार्यों का लगभग 36 लाख रुपया कोई फैसला न होने से खातों में डंप पड़ा था।भूड़ महोलिया, उमरुखुर्द का अधिकांश हिस्सा नगर पालिका में शामिल हो गया है। ग्रामसभा का आंशिक हिस्सा आज भी ग्रामसभा है। यहां विकास कार्यों के लिए छह माह से पंचायात के खाते में 36 लाख रुपये डंप पड़ा हुआ था। पंचायात सेकेट्री द्वारा डीपीआरओ को पत्र लिखकर ग्राम सभा में प्रधानों के रहने को लेकर डायरेक्शन मांगा था। दोनों ग्राम सभाओं के प्रधान अब नगर पालिका क्षेत्र में आ गए थे। भूड़ महोलिया के प्रधान महेश मर्तोलिया की पत्नी पूनम मर्तोलिया पालिकाध्यक्ष के पद पर चुनाव भी लड़ी थी। दोनों प्रधान आज भी उस पद पर हैं अथवा नहीं इसे लेकर पंचायात में संशय था। जिलाधिकारी डॉ. नीरज खैरवाल ने दोनों ग्राम सभाओं में प्रशासक नियुक्त कर दिए हैं। एडीओ पंचायत राजूराम अब यहां प्रशासक होंगे। खंड विकास अधिकारी नवीन चंद्र उपाध्याय ने बताया कि अब ग्राम पंचायत का कार्यकाल मात्र 4 माह रह गया है। अब यहां चुनाव कराना संभव नहीं है। पंचायत के अधिकांश सदस्य नगर पालिका में शामिल हो गए। जिससे पंचायतों को भंग कर प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं।
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