मुख्यालय के चारों ओर सड़कों पर गड्डे ही गड्डे
5 से 10 किमी की रिंग रोड़ की परिधि में 50 से अधिक गड्डे, विभाग की तरफ से गड्डों को भरने के लिए होती है महज रस्म अदायगी, भरने के बाद भी जल्द उखड़ रहा...
जनपद का मुख्यालय रुद्रप्रयाग भले ही चारों तरफ से सड़कों की सुविधा से जुड़ा है किंतु 5 से 10 किमी की परिधि में रिंग रोड पर करीब 50 से अधिक गड्ढे बने हैं। यहां तक कि शहर के बीचों-बीच कई गड्ढे बने हैं जिन्हें विभागीय स्तर से भरने की महज रस्म अदायगी जैसी होती है, कुछ दिनों में डामर उखड़ कर गड्ढे फिर से उभर रहे हैं।रुद्रप्रयाग शहर गुलाबराय बाई पास से लेकर पेट्रोल पंप और फिर जवाड़ी बाई पास बेलनी होते हुए कोटेश्वर तिराहे तक करीब 5 से 10 किमी की परिधि में कई जगहों पर गड्ढे बने हैं। कई बार गड्डों को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन और एनएच एवं लोनिवि को अवगत कराया जा रहा है किंतु इन्हें भरने में महज खानापूर्ति ही की जाती रही है, जिसका नतीजा कुछ ही दिनों में गड्ढे फिर से उभर जा रहे हैं। गुलाबराय बाई पास पर करीब 5 से 10 गड्ढे खतरनाक बने हैं। जबकि पेट्रोल पंप के पास आधा दर्जन से अधिक गड्ढे हर समय मुसीबत बने हैं। ऐसे ही नगर के बीचों बीच गड्डों में आवाजाही करनी वाहन चालकों के लिए किसी बड़ी परेशानी से कम नहीं है। हल्की सी बारिश होने पर गड्डों में भरा पानी वाहन चलने से पैदल चलने वाले राहगीरों पर गिरने लगता है। वहीं दूसरी ओर नगर के बीचों बीच दो नए पुलों के निर्माण से नगर में वन-वे ट्रेफिक व्यवस्था है जिससे लोगों को गड्डों के बीच ज्यादा परेशानियां उठानी पड़ रही है। स्थानीय निवासी प्रदीप चौधरी, यशवंत बिष्ट, खुशहाल सिंह रावत ने कहा कि नगर में ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे, बेलनी कस्बे को जोड़ने वाली पोखरी सड़क, केदारनाथ तिराहे से जागतोली तक कई स्थानों पर गड्ढे बने हैं जो दुर्घटना को न्यौता दे रहे हैं। प्रशासन, एनएच लोनिवि और लोनिवि को इन गड्डों को भरने की कार्रवाई करनी चाहिए। एनएच श्रीनगर और लोनिवि रुद्रप्रयाग के अफसरों का कहना है कि समय समय पर गड्डों को भरने की कार्रवाई की जाती है।
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