अक्षय ऊर्जा की दिशा में राष्ट्रीय पहल को आगे बढ़ाना जरूरी
रुड़की, कार्यालय संवाददाता। आईआईटी रुड़की ने सौर ऊर्जा अनुसंधान, शिक्षा एवं प्रौद्योगिकी विकास के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय सौ
आईआईटी रुड़की ने सौर ऊर्जा अनुसंधान, शिक्षा एवं प्रौद्योगिकी विकास के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी अक्षय ऊर्जा और सतत विकास की दिशा में भारत की राष्ट्रीय पहल को आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी रुड़की की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह साझेदारी वर्ष 2030 तक अक्षय ऊर्जा में वैश्विक बनने के भारत के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है। आईआईटी रुड़की और एनआईएसई के बीच सहयोग राष्ट्रीय सौर मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देगा। ये जलवायु परिवर्तन पर भारत की राष्ट्रीय कार्य योजना का एक प्रमुख घटक है। दोनों संस्थानों की साझेदारी का उद्देश्य उन्नत सौर प्रौद्योगिकियों के विकास एवं प्रदर्शन में तेजी लाना है। जिससे देश के स्वच्छ ऊर्जा में बदलाव को बढ़ावा मिलेगा। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने कहा एनआईएसई के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।