लंढौरा में निरीक्षण के दौरान क्लिनिक बंद कर भागे संचालक
एसीएमओ अनिल वर्मा ने निजी अस्पतालों का किया औचक निरीक्षण,एसीएमओ अनिल वर्मा ने निजी अस्पतालों का किया औचक निरीक्षण जो अस्पताल खुले थे उसमें नहीं मिले ड
एसीएमओ अनिल वर्मा ने लंढौरा में प्राइवेट अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। कार्रवाई के दौरान अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिले। एसीएमओ का कहना है कि अस्पताल संचालक को इस संबंध में नोटिस दिया गया है। लंढौरा और आसपास के इलाके में 15 से ज्यादा प्राइवेट अस्पताल चल रहे है। लोगों का कहना है कि ज्यादातर अस्पतालों का संचालन झोलाछाप डॉक्टर कर रहे हैं। जिनमें डिलीवरी भी कराई जा रही है। पूर्व में इन अस्पतालों में से कुछ में प्रसव के दौरान महिलाओं और शिशुओं की मौत हो चुकी है। शनिवार को एसीएमओ अनिल वर्मा ने अंबेडकर कालोनी स्थित एक अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। कार्रवाई के दौरान अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिला। एसीएमओ अनिल वर्मा का कहना है कि अभी इस संबंध में अस्पताल संचालक को नोटिस भेजा गया है। बाद में विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके बाद टीम रेलवे स्टेशन मार्ग पर स्थित अस्पतालों का औचक निरीक्षण करने पहुंची। लेकिन मामले की भनक लगने पर अस्पताल संचालक ताले लगाकर फरार हो गए। इसके बाद थिथौला में पहुंची टीम को आईओसी डिपो के सामने स्थित अस्पताल में भी ताला लटका मिला। एसीएमओ का कहना है कि अवैध तरीके से चल रहे अस्पतालों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।
लंढौरा में घरों में हो रही डिलीवरी
लंढौरा के लोगों का कहना है कि लंढौरा में कई घरों को अंदर से अस्पताल नुमा बनाकर काफी समय से उनमें डिलीवरी की जा रही है। लोगों का कहना है कि मोहल्ला मिरासियान, मोहल्ला किला, बस अड्डे के पास नई कालोनी में घरों के अंदर अस्पताल नुमा बना कर डिलीवरी कराई जा रही है। लोगों का कहना है कि अस्पतालों और घरों के अंदर प्रसव के दौरान महिला या शिशु की मौत होने पर जब परिजन हंगामा करते हैं तो उन्हें यह कहकर शांत कर दिया जाता है कि पुलिस आने पर शव का पोस्टमार्टम कराना पड़ेगा।
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