आधुनिक तरीके से सड़क निर्माण के बारे में बताया
इसमें हाईवे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने विचारों और परिकल्पनाओं का आदान-प्रदान करेंगे। दो दिन की कार्यशाला का उद्देश्य हाईवे इंजीनियरों, पेशा विशेषज्ञों विद्यार्थियों को गुणवत्ता नियंत्रण, नई...
आईआईटी रुड़की और इंडियन रोड कांग्रेस नई दिल्ली (आईआरसी) ने मिल कर सड़क निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण, नई सामग्री और तकनीक पर क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें हाईवे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने विचारों और परिकल्पनाओं का आदान-प्रदान करेंगे।दो दिन की कार्यशाला का उद्देश्य हाईवे इंजीनियरों, पेशा विशेषज्ञों विद्यार्थियों को गुणवत्ता नियंत्रण, नई सामग्री, तकनीक, मशीनरी और आधुनिक रुझान को लेकर अत्याधुनिक तकनीकी ज्ञान देना है। दो दिवसीय कार्यशाला में उत्तराखंड उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, दिल्ली के इंजीनियर और अन्य विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। इनके अतिरिक्त सड़क परिवहन एवं उच्च मार्ग मंत्रालय, एनएचएआई, एनआरआईडीए के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय नगर निकायों, कंट्रेक्टरों और कंसल्टिंग फर्मों के प्रतिनिधियों को भी इस कार्यशाला में शामिल किया गया है। इस दौरान मिट्टी स्थिरीकरण वार्म मिक्स एस्फाल्ट, कोल्ड मिक्स, आरएपी सामग्री, फ्लेक्सिबल और कठोर पेवमेंट, सीमेंट उपचारित आधार, गुणवत्ता नियंत्रण के बारे में बताया गया। आईआईटी रुड़की के उप निदेशक प्रो. एम परीदा ने कहा कि यह कार्यशाला सड़क निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण, वैकल्पिक सामग्रियों के उपयोग, उभरती प्रौद्योगिकियों के प्रयोग जैसे सभी पहलुओं को आपस में जोड़ने की दिशा में सहज प्रयास है। आईआरसी के महासिचव एसके निर्मल ने कहा कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण, नई सामग्री और तकनीक-2020 के थीम पर आयोजित यह कार्यशाला सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को सामने रखने का अभूतपूर्व प्रयास है। आईआईटी रुड़की के प्रो. जीडी रनसिंचुंग आरएन ने कहा कि स्थायी और टिकाऊ निर्माण के लिए जरूरी है कि हम संरचना के दृष्टिकोण से उद्योग की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रिया अपनाने के साथ हाईवे प्रोजेक्ट के डिजाइन और निर्माण में लगे लोगों के प्रशिक्षण और कौशल विकास में सर्वश्रेष्ठ तकनीक का प्रयोग करें।
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