किसानों को जैविक खेती के बारे में दी जानकारी
आईआईटी में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन,आईआईटी में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रुड़की, संवाददाता। आईआईटी में ग्रामीण समुदायों के सशक्तिकरण
आईआईटी में ग्रामीण समुदायों के सशक्तिकरण पर शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण विकास में टिकाऊ और व्यावहारिक समाधानों पर चर्चा करना और इन समाधानों के जरिए ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना था। उद्घाटन सत्र में सेंटर फॉर सस्टेनेबल रूरल डेवलपमेंट के प्रमुख प्रो. आशीष पांडेय ने ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण और प्रबंधन के महत्व पर विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि कैसे स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों और पारंपरिक ज्ञान का उपयोग टिकाऊ जल प्रबंधन के लिए किया जा सकता है। उन्होंने जल संरक्षण के क्षेत्र में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। जल संसाधन विभाग की प्रो. कृतिका कोठारी ने टिकाऊ कृषि और पर्यावरणीय संतुलन के महत्व पर बताया कि टिकाऊ कृषि पद्धतियां न केवल पर्यावरण को संरक्षित करती हैं, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने में भी मददगार होती हैं। उन्होंने जैविक खेती और मृदा संरक्षण से संबंधित तकनीकों को विस्तार से समझाया।
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