पर्वतीय रूट पर रही बसों की कमी
कोविड कर्फ्यू के कारण रविवार को पहाड़ की यातायात व्यवस्था लड़खड़ा गई। बसों की कमी के चलते सवारियों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए परेशान होना पड़ा।...
ऋषिकेश। हमारे संवाददाता
कोविड कर्फ्यू के कारण रविवार को पहाड़ की यातायात व्यवस्था लड़खड़ा गई। बसों की कमी के चलते सवारियों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए परेशान होना पड़ा। यात्रियों को घंटों बसों का इंतजार करना पड़ा। मजबूरी में कई लोगों ने महंगा किराया देकर प्राइवेट वाहनों से सफर किया।
संयुक्त रोटेशन यात्रा बस अड्डा परिसर में रविवार सुबह से पहाड़ी रूट पर संचालित बसों की आमद कम रही, इससे देवप्रयाग, घनसाली, श्रीनगर आदि रूटों पर जाने वाली सवारियां बसों का इंतजार करती रहीं। श्रीनगर गढ़वाल जाने के लिए दो घंटे से वाहनों के इंतजार में भटक रही सवारियों ने बताया कि कोविड कर्फ्यू में बसों का संचालन कम होने से दिक्कतें झेलनी पड़ रही है।
तीन से चार घंटे बाद बस मिल रही है। जबकि सामान्य दिनों में प्रति आधा घंटे बाद बस सेवा है। देवप्रयाग की सवारियों को खासी दिक्कत हुई। कोविड गाइडलाइन में बसों में 50 प्रतिशत सवारी की बाध्यता के चलते बसों में कम दूरी यानी रास्ते की सवारियों की जगह पहले अंतिम बस स्टाप की सवारियों को बिठा रहे हैं। एक चालक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि रास्ते की सवारियों को बाद में बिठाते हैं। पहले अंतिम स्टेशन की सवारी को प्राथमिकता देते हैं। टीजीएमओ संचालक दाताराम रतूड़ी ने बताया कि 50 प्रतिशत की बाध्यता के बाद इस तरह की दिक्कत आयी है।
फोटो कैप्शन 19आरएसके 07 ::: गढ़वाल जाने वाली बसों के बारे में पूछताछ करते लोग।
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