Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़ऋषिकेशRoute Determination for E-Rickshaws and Autos in Rishikesh by December

शहर में मनमर्जी नहीं दौड़ेंगे तिपहिया

शहर में ई-रिक्शा और ऑटो के लिए अलग-अलग रूट निर्धारित किए जाएंगे। दिसंबर तक रूट निर्धारण की प्रक्रिया पूरी करने का दावा किया गया है। वर्तमान में चार हजार से अधिक तिपहिया सवारी वाहन पंजीकृत हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, रिषिकेषFri, 22 Nov 2024 06:00 PM
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शहर में अब ई-रिक्शा और ऑटो अलग-अलग रूट पर दौड़ेंगे। पुलिस ने संबंधित महकमों के माध्यम से दोनों वाहनों के रूट निर्धारण की कवायद को तेज कर दिया गया है। दिसंबर तक वाहनों के लिए रूट निर्धारित होने का दावा किया गया है। वाहनों के लिए स्टैंड और आवश्यक सुविधाओं भी उपलब्ध कराना इस प्लान में शामिल है। सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय ऋषिकेश में अभीतक चार हजार से ज्यादा तिपहिया सवारी वाहन पंजीकृत हैं। इनमें दो हजार से अधिक ई-ऑटो और ई-रिक्शा हैं। ज्यादातर वाहन शहर के मुख्य मार्ग पर दौड़ रहे हैं, जिससे पर्वों और चारधाम यात्रा, पर्यटक सीजन में ट्रैफिक को सुचारु रखने में दिक्कतें पेश आती हैं। वाहनों के संचालन को लेकर कई दफा विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो चुकी है। इससे निपटने के लिए पुलिस ने संबंधित विभागों के माध्यम से रूट निर्धारणक की कवायद तेज कर दी है। 14 नवंबर की बैठक में सवारी वाहन यूनियनों से आवश्यक सुझाव और समस्याओं को सुना जा चुका है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सीओ ने एसपी ट्रैफिक और एसएसपी देहरादून को भेज दी है। जल्द ही नगर क्षेत्र में ई-रिक्शा और ऑटो के रूट निर्धारण के लिए विभागीय अधिकारियों की बैठक होनी है, जिसमें पुलिस, पीडब्ल्यूडी, राजस्व, नगर निगम और संभागीय परिवहन विभाग शामिल है। इसी बैठक में रूट को फाइनल कर लागू किया जाना है। पुलिस अधिकारियों ने दिसंबर तक रूट निर्धारण के साथ ही वाहनों का संचालन कराने का दावा किया है।

दून-ऋषिकेश मार्ग पर ई-रिक्शा की नो-एंट्री

ई-रिक्शा और ई-ऑटो की देहरादून-ऋषिकेश मार्ग पर पुलिस ने नो-एंट्री लागू कर दी है। सात मोड तक यहां दोनों ही वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। नियम के पालन के लिए पुलिस नियमित निगरानी भी कर रही है। उल्लंघन वाहन चालान और वाहन सीज तक करने की चेतावनी भी जारी की गई है। पुलिस मानना है कि यह हल्के वाहन हैं, जिससे इस व्यस्ततम और संवेदनशील मार्ग पर हादसों का खतरा हो सकता है, जिसके चलते जनहित में यह नियम लागू करने का दावा किया गया है।

कोट

विवाद से निपटने, सभी का रोजगार सुरक्षित रखने और सुचारु यातायात के लिए रूट निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। इसमें लगभग सुझाव और समस्या का सुना चुका है। जल्द ही विभिन्न विभागीय अधिकारियों की बैठक प्रस्तावित हैं। बैठक में ही रूट निर्धारित कर ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्र में लागू किया जाना है।

-संदीप नेगी, सीओ, ऋषिकेश

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