पूर्णानंद श्मशान घाट पर बढ़ा शवों का दबाव
कोरोनाकाल में बढ़ती मौतों के कारण श्मशान घाट पर दबाव बढ़ गया है। सामान्य दिनों में यहां एक दिन में पांच से सात शवों की घाट पर अंत्येष्टि होती थी। अब...
ऋषिकेश। हमारे संवाददाता
कोरोनाकाल में बढ़ती मौतों के कारण श्मशान घाट पर दबाव बढ़ गया है। सामान्य दिनों में यहां एक दिन में पांच से सात शवों की घाट पर अंत्येष्टि होती थी। अब यह संख्या दो से तीन गुना तक बढ़ गई है। रविवार को पूर्णानंदघाट पर एक साथ बारह शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
पूरे देश में कोरोना संक्रमण की मार ने बेहाल कर दिया है। ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मौत हो रही है। इससे श्मशान घाट पर शवों की संख्या बढ़ने लगी है। एक साथ कई शव जल रहे हैं। यही हाल मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंदघाट का है। यहां पर शवों का दबाव बढ़ गया है। नगर पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने बताया कि अब स्थानीय लोगों के साथ ही देहरादून, रानीपोखरी, श्यामपुर, रायवाला, नरेंद्रनगर आदि दूर दराज क्षेत्र के लोग भी शव लेकर पूर्णानंदघाट पर पहुंच रहे हैं। इससे यहां पर दबाव बढ़ गया है। बताया कि पालिका की ओर से घाट पर साफ सफाई की व्यवस्था बराबर की जा रही है, ताकि लोगों में किसी प्रकार का संक्रमण न फैले।
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