संस्कृत में छात्रों की संख्या कम होना चिंताजनक
शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आनंद भारद्वाज और सहायक निदेशक डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने डोईवाला विकासखंड के विद्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रों को आईआईटी में चयन के टिप्स दिए और...
शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आनंद भारद्वाज एवं सहायक निदेशक डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने गुरुवार को डोईवाला विकासखंड के कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। दोनों अधिकारी गुरुवार सुबह श्रीभरत मंदिर इंटरमीडिएट कॉलेज ऋषिकेश पहुंचे और कक्षाओं का निरीक्षण किया। इंटरमीडिएट भौतिक विज्ञान की कक्षा में डॉ. भारद्वाज ने भौतिक विज्ञान को शिक्षक की भांति पढ़ाना शुरू किया, जिसमें उन्होंने छात्र-छात्राओं को आईआईटी में सेलेक्ट होने की टिप्स बताए। संस्कृत शिक्षा विभाग की भी जिम्मेदारी देख रहे दोनों अधिकारियों ने संस्कृत कक्षाओं का निरीक्षण करते हुए कहा कि द्वितीय राजभाषा होने के नाते संस्कृत में छात्रों की संख्या कम होना चिंताजनक है। प्रधानाचार्य को इसे नए सत्र में गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। निरीक्षण में सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन एवं समग्र शिक्षा अभियान के तहत संचालित योजनाएं भी ठीक पाई गईं। छात्र संख्या भी सही थी। औचक निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी, पूर्व प्रधानाचार्य गोविंद सिंह रावत, डीबीपीएस रावत, लखविंदर सिंह, रंजन अंथवाल, सुमित्रा सहित सभी शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे। इसके बाद निर्देशक और सहायक निदेशक ने सचिव संस्कृत शिक्षा दीपक कुमार के साथ वसंत उत्सव में चल रही जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिताओं के उद्घाटन सत्र में प्रतिभाग करते हुए प्रतिभागी विद्यालयों के शिक्षकों एवं खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की।
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