Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़ऋषिकेशCervical Cancer Awareness Week Importance of Screening and HPV Vaccination Emphasized at AIIMS Rishikesh

जागरूकता से होगा सर्वाइकल कैंसर से बचाव

सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन सप्ताह के अवसर पर एम्स ऋषिकेश में महिलाओं को स्क्रीनिंग कराने की सलाह दी गई। प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि जागरूकता और टीकाकरण से इस बीमारी को रोका जा सकता है। नुक्कड़ नाटक और...

Newswrap हिन्दुस्तान, रिषिकेषFri, 22 Nov 2024 04:41 PM
share Share

सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन सप्ताह के अवसर पर शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश में आयोजित जनजागरूकता कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को समय-समय पर स्क्रीनिंग करने की सलाह दी गई। बताया गया कि जनजागरूकता के माध्यम से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर को रोका जा सकता है। एम्स ऋषिकेश के प्रसूति और स्त्री रोग विभाग तथा नर्सिंग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सर्वाइकल कैंसर पर जनजागरूकता के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। अस्पताल के पेशेंट एरिया में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर को समाप्त करने के लिए प्रत्येक महिला को स्वयं जागरूक होना पड़ेगा। जनजागरूकता तथा टीकाकरण के माध्यम से इस बीमारी को रोका जा सकता है। इससे बचाव के लिए नियमित रूप से स्क्रीनिंग करानी जरूरी है। जांच और स्क्रीनिंग के लिए संस्थान में आईडब्लूसीसी सेंटर स्थापित है। महिलाओं को इस सुविधा का लाभ उठाना चाहिए। डीन एकेडेमिक और गायनी विभाग की हेड प्रो. जया चतुर्वेदी ने एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित स्क्रीनिंग कार्यक्रम की जानकारी दी और एचपीवी टीकाकरण अभियान को बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए व्यापक जनजागरूकता अभियान संचालित करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम को चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने भी संबोधित किया। गायनी विभाग की ऑन्कोलॉजिस्ट प्रोफेसर डॉ. शालिनी राजाराम ने सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एचपीवी वैक्सीन से इसे रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी महिला में इस बीमारी के लक्षण हों, तब भी उन्हें प्रत्येक 5 वर्ष में स्क्रीनिंग करवानी चाहिए।

नुक्कड़ नाटक से महिलाओं को जागरूक किया

नर्सिंग ऑफिसर्स और रेजिडेंट डॉक्टरों की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक प्र्रस्तुत कर इस बीमारी के प्रति महिलाओं को जागरूक किया गया। साथ ही इस विषय पर पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। कार्यक्रम में सर्वाइकल कैंसर के जोखिम कारक, संकेत और लक्षण, स्क्रीनिंग कार्यक्रम, एचपीवी टीकाकरण आदि के बारे में विस्तृत जानकारियां दी गई। इस दौरान गायनी विभाग के विभिन्न फैकल्टी सदस्य, चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा, नर्सिंग स्टाफ और अन्य मौजूद रहे।

एम्स में हररोज होती है सर्वाइकल कैंसर की जांच

एम्स ऋषिकेश की गायनी ओपीडी और आईडब्लूसीसी सेन्टर में प्रत्येक दिन महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की जांच की जाती है। स्त्री रोग ऑन्कोलॉजिस्ट डा शालिनी राजाराम ने बताया कि अभी तक 1800 से अधिक महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। बताया कि इस बीमारी से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष की प्रत्येक किशोरी को एचपीवी वैक्सीन लगवानी जरूरी है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें