बाढ़ से निपटने को प्रशासन मुस्तैद
मानसून की दस्तक के बाद प्रशासन संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने को मुस्तैद हो गया है। इसके लिए पांच बाढ़ चौकियां स्थापित की है। ताकि बाढ़ प्रभावित इलाको में तत्काल राहत बचाव कार्य हो...
मानसून की दस्तक के बाद प्रशासन संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने को मुस्तैद हो गया है। इसके लिए पांच बाढ़ चौकियां स्थापित की है। ताकि बाढ़ प्रभावित इलाको में तत्काल राहत बचाव कार्य हो सके। तहसील में कंट्रोल रुम खोला है। कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 0135-2436212 पर बाढ़ संबंधी सूचना दे सकते हैं।पिछले दो दिनों से ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में सुबह शाम बारिश हो रही है। बरसात में ऋषिकेश सहित समीपवर्ती ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं जहां बाढ़ का खतरा बना रहता है। शहरी क्षेत्र में चंद्रेश्वरनगर, मायाकुंड, बापूग्राम, पशुलोक विस्थापित क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र प्रतीतनगर,रायवाला, गौहरीमाफी, छिद्दरवाला, साहबनगर, मौजा रानीपोखरी बडकोटमाफी, भोगपुर, रैनापुर, लिस्ट्राबाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्र हैं। उक्त क्षेत्रों में गंगा, सौंग, जाखन नदी का पानी घुसता है। अलबत्ता बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत बचाव के लिए तहसील प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली हैं। पांच बाढ़ चौकी स्थापित की है। प्रत्येक बाढ़ चौकी राजस्व उपनिरीक्षक की निगरानी में रहेगी, जिन्हे बाढ़ चौकी प्रभारी बनाया गया है। रजिस्ट्रार कानूनगो प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रत्येक बाढ़ चौकी में प्रभारी के साथ तीन कर्मचारी तैनात रहेंगे। त्वरित कार्रवाई के लिए तहसील में आपदा कंट्रोल रुम खोला गया है। जहां सुबह 7 से शाम 7 और शाम 7 से सुबह 7 बजे तक दो पाली में तहसील कर्मी डयूटी देंगे। बाढ़ से संबंधित सूचना कंट्रोल रुम के दूरभाष नंबर पर दें।
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