गांधीनगर के ग्रामीण जूनियर हाईस्कूल खोलने को सड़क पर उतरे
गांधीनगर के ग्रामीणों ने जूनियर हाईस्कूल न खोलने के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। बच्चों को पांचवीं के बाद पढ़ाई के लिए 8 किमी पैदल चलना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन उनकी मांगों की अनदेखी कर रहा...

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव गांधीनगर में जूनियर हाईस्कूल न खोले जाने से आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर आए। मंगलवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में जूनियर हाईस्कूल न होने से बच्चें पांचवीं के बाद पढ़ाई को रोजाना आठ किमी पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं। गांधीनगर में निवर्तमान ग्राम प्रधान राजेश रोशन के नेतृत्व में ग्रामीण पांच किमी पैदल चलकर और फिर 24 किमी वाहन से यात्रा कर तहसील परिसर में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और फिर धरने में बैठ गए। वक्ताओं ने कहा कि गांव में बच्चों के लिए केवल प्राथमिक स्कूल ही है। आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को चार किमी दूर दूसरे गांव जोशा या फिर नौ किमी दूर मदकोट जाना पड़ता है। इससे बच्चों को खासी दिक्कत उठानी पड़ रही है। जंगल के रास्ता होने से अभिभावकों को बच्चों को हर समय चिंता लगी रहती है। कहा कि बच्चा शिक्षा पा सके इसके लिए माता-पिता खतरे के बावजूद बच्चों को पढ़ने दूसरे गांवों में भेज रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से वह गांव में जूनियर हाईस्कूल खोलने की मांग उठा रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा है। कहा कि प्रशासन की अनदेखी से आहत होकर मजबूरन उन्हें धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
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