श्रीरामकथा में भगवान शिव की महिमा बताई
बलतिर गांव के पंचमुखी हनुमान मंदिर में तीसरे दिन श्रीराम कथा का आयोजन हुआ। कथावाचक पंडित पीयूष उपाध्याय ने भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया और बताया कि रामकथा भगवान शिव की प्रिय कथा है। तुलसीदास ने...
थल, संवाददाता। बलतिर गांव में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्रांगण में तीसरे दिन श्रीराम कथा में भगवान शिव की महिमा बताई। शुक्रवार को कथावाचक पंडित पीयूष उपाध्याय ने कहा कि रामकथा भगवान शिव की प्रिय कथा थी जो सती को सुना रहे हैं। भगवान शिव ने ही राम के अनन्य भक्त गोस्वामी तुलसीदास को श्रीरामचरित मानस महाग्रंथ को लिखने का आदेश दिया था। तुलसीदास ने इस ग्रंथ को 2 साल 7 माह और 26 दिन में लिखकर तैयार किया था। वर्णन करते हुए कहा कि तुलसीदास कह रहे हैं कि जिन्होंने कभी भगवान राम की कथा नहीं सुनी उनके कान के छिद्र सर्प के बिल के सामान हैं। जिन्होंने कभी संत और ज्ञानी पुरुष के दर्शन नहीं किए। उनके आंख मोर के सुनहरे पंख में बने आंख के सामान ही हैं। इस दौरान देर रात तक भगवान राम पर आधारित भजनों का गायन किया गया। इस दौरान यजमान प्रेमचंद्र जोशी,अनीता देवी, चंचल मेहरा,हेमा देवी,भवान सिंह मेहता,राजेंद्र सिंह मेहता,भागवताचार्य रोहित पुनेठा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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