गंगोलीहाट में शुरू हुआ साइंस आउटरीच कार्यक्रम
- भारत रत्न प्रो. सीएन राव ने वर्चुअली किया शुभारंभ - भारत रत्न प्रो. सीएन राव ने वर्चुअली किया शुभारंभ :::साइंस आउटरीच::::::::::::: -यूकास्ट के निदे
साइंस आउटरीच कार्यक्रम का शुभारंभ भारत रत्न प्रो. सी. एन. आर. राव एवं प्रों इन्दुमति राव ने वर्चुवली किया । प्रो. राव ने विद्यार्थियों व शिक्षकों से कहा कि विज्ञान में आगे बढ़ने के लिए जिज्ञासा का होना आवश्यक है। साइंस आउटरीच कार्यक्रम दूरस्थ क्षेत्र के उन बच्चों के लिए लाभदायक है जहां वैज्ञानिकों का पहुंचना मुश्किल है। शुक्रवार को हिमालयन ग्राम विकास समिति के सभागार में दो दिवसीय साइंस आउटरीच कार्यक्रम शुरू हुआ। इस दौरान प्रो. राव ने कहा कि कार्यक्रम विद्याार्थियों को वैज्ञानिकों से बातचीत करने, उनसे प्रश्न पूछने तथा विश्व में विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों को जानने में सहायक हो रहा है।
यूकास्ट के महानिदेषक प्रो. दुर्गेश पंत ने उत्तराखण्ड की ओर से प्रो. राव का स्वागत किया। कहा कि उनका इस कार्यक्रम से जुड़ना हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने यूकॉस्ट द्वारा संचालित विज्ञान गतिविधियों की जानकारी दी। यह कार्यक्रम सीएनआर राव एजुकेशन फांउडेशन बेंगलुरू व यूकास्ट देहरादून के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के प्रेरणा स्रोत रहे प्रो. खड्ग सिंह वल्दिया को याद करते हुए कहा कि साइंस आउटरीच कार्यक्रम को दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के 5 जिलों से 23 विद्यालयों के 110 से अधिक विद्यार्थी एवं शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. बीडी लखचौरा ने सभी वैज्ञानिकों का इस कार्यक्रम में समय देने के लिए आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन प्रो. आनंद सिंह जीना ने किया। -- विद्वानों ने छात्रों को बताया विज्ञान का महत्व गंगोलीहाट। साइंस आउटरीच कार्यक्रम में मानस एकेडमी के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार पंत ने विद्यार्थियों से कहा कि एआई के दौर में तकनीक का प्रयोग मानव हित में किया जाना चाहिए। विद्यार्थी केवल सूचनाओं का प्रयोग न करें बल्कि अपने बुद्धि चातुर्य से सूचनाओं से ज्ञान का सृजन भी करें। भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान मोहाली के भौतिक विज्ञानी प्रो. राजीव कापड़ी ने रेन्डम वाक पर अपना व्याख्यान दिया। गाणित के विषय विशेषज्ञ बीएस कोरंगा ने ठोस ज्यामीतीय के अन्तर्गत त्रिविमीय आकृतियों की संरचना, इनके क्षेत्रफल, आयतन एवं प्लेटोनिक ठोस के बारे विस्तार से जानकारी दी। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय पंतनगर के प्रो आनंन्द सिह जीना ने जीन विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने प्राणियों के अन्दर आनुवांशिक समानतायें एवं विभिन्नतायें विषय पर विस्तार से जानकारी दी। जवाहरलाल नेहरू सेंन्टर फार एडवांस साइंटिफिक रिसर्च बैगलुरू के भौतिक विज्ञानी प्रो. विद्याधिराजा, डॉ. विनायक पत्तार ने भौतिक विज्ञान के प्रयोगों को रोचक तरीके से बच्चों को दिखाया।कार्यक्रम के अंतिम सत्र में प्रो. ईश्वरमूर्ति ने रसायन विज्ञान, आईआईटी बाम्बे के प्रो. कंचन पाण्डेय ने भी अपने व्याख्यान दिए।
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