Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़पिथौरागढ़Pregnant trapped due to negligence of health department in Munsiyari

मुनस्यारी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से गर्भवती का फंसी जान आफत में

मुनस्यारी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से एक गर्भवती की जान आफत में फंस गई। प्रसव वेदना से जूझती हुई गर्भवती अस्पताल पहुंची। उसकी गंभीर हालत को...

Newswrap हिन्दुस्तान, पिथौरागढ़Thu, 20 May 2021 09:01 PM
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मुनस्यारी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से एक गर्भवती की जान आफत में फंस गई। प्रसव वेदना से जूझती हुई गर्भवती अस्पताल पहुंची। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए भी उसे रेफर नहीं किया गया। अंत में स्वास्थ्य कर्मियों का बस नहीं चला तो पांच घंटे बाद उसे 108कर्मियों के हवाले कर दिया। जब 108कर्मी उसे जिला मुख्यालय ला रहे थे तो रास्ते में उसका प्रसव कराना पड़ा। कर्मियों की सजगता से गर्भवती की जान तो बच गई, लेकिन नवजात की मौत हो गई।

मुनस्यारी के बुंगा गांव की बीना ने बताया कि बुधवार रात 9बजे प्रसव वेदना से जूझ रही अपनी देवरानी को लेकर सीएचसी मुनस्यारी पहुंची। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा उल्टा है। इस पर उन्होंने समय रहते निर्णय लेने की बात कही थी। लेकिन तब डॉक्टरों ने सबकुछ ठीक होने का आश्वासन दिया था। लेकिन पांच घंटे बाद रात 1बजे उन्होंने उसे रेफर कर 108कर्मियों के हवाले कर दिया। जब 108कर्मी उसे लेकर बनीक के पास पहुंचे तो गर्भवती की हालत गंभीर हो गई। इस पर 108की ईएमटी हीरा आर्या ने उसका प्रसव कराने की जिम्मेदारी उठाई। सड़क किनारे वाहन रोककर प्रसव तो कराया, लेकिन नवजात की मौत हो गई। हीरा आर्या ने बताया कि गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई थी। महिला की जान बचाई जा सके, इसके लिए उन्होंने उसका प्रसव कराया। वहीं पीड़िता के परिजनों ने सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

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पहले भी इसी दर्द से गुजर चुकी है महिला

पिथौरागढ़। पीड़िता की जेठानी बीना ने बताया कि पहले भी उनकी देवरानी इसी दर्द से गुजर चुकी हैं। कुछ वर्ष पूर्व उनके गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई थी। इस बार खुशी मिलने की उम्मीद थी। लेकिन समय पर बेहतर उपचार न मिलने से फिर से उन्हें वही दर्द झेलना पड़ा है। कहा समय रहते रेफर कर दिया जाता तो शायद बच्चे को बचाया जा सकता था। कहा स्वास्थ्य कर्मियों को यह बात मालूम होते हुए भी कि इस हालत में गर्भवती के लिए अस्पताल पहुंचना संभव नहीं है, ऐसा कर उसकी जान के साथ खिलवाड़ किया गया।

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कोट- समय से पूर्व गर्भवती को प्रसव वेदना उठी थी। सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने पूरा प्रयास किया। महिला की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। जितना संभव था उतना उपचार दिया गया।

डॉ. दिनेश चंदोला, प्रभारी चिकित्साधिकारी, मुनस्यारी।

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