राम नाम के जपने से ही बन जाते सब बिगड़े काम
थल। बलतिर गांव में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में संगीतमय श्रीरामकथा के दूसरे दिन कथाव्यास पंडित पीयूष उपाध्याय ने पुराणों में बताई प्रयागराज तीर्थ की
थल ,संवाददाता। बलतिर गांव में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में संगीतमय श्रीरामकथा के दूसरे दिन कथाव्यास पंडित पीयूष उपाध्याय ने पुराणों में बताई प्रयागराज तीर्थ की महिमा का दिव्य वर्णन किया। उन्होंने कहा जब ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की तब उन्होंने इसी प्रयागराज में यज्ञ किया। तभी वहां कुंभ का आयोजन होता है। गुरुवार को कथा में उन्होंने कहा कि एक बार सभी को इस तीर्थ की यात्रा करनी चाहिए। कहा कि राम कथा सबके दुःख को दूर करने वाली है और राम नाम के जपने से ही सारे दुःख दूर हो जाते हैं। कहा कि यह बात याज्ञवल्क्य ऋषि भारतद्वाज ऋषि कथा का गूढ़ रहस्य बता कर उनका संशय दूर कर रहे हैं। उन्होंने कथा में बताया कि शिव के आराध्य देव राम हैं और उन्होंने सबसे पहले यह राम कथा सती को सुनाई थी।कथा विश्राम के बाद मंडप की आरती और प्रसाद वितरण किया गया। वहां कथा में पुजारी गोविंद भट्ट,यजमान प्रेमचंद्र जोशी,अनीता देवी,चंचल मेहरा,हेमा देवी,राजेंद्र सिंह मेहता,भवान सिंह मेहता,पूरन सिंह भैसोड़ा,प्रहलाद सिंह भैसोड़ा सहित कई लोग मौजूद रहे। कथा श्रवण को कई गांवों से लोग बड़ी संख्या मेँ यहां आ रहे हैं।
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