पौड़ी के अपर बाजार में नालियों के टूटे चैम्बरों पर रखे पत्थर बने खतरनाक
पौड़ी नगर निकाय में मूलभूत सुविधाओं की कमी से स्थानीय लोग और व्यापारी परेशान हैं। अपर बाजार में खुली नालियों और क्षतिग्रस्त चैम्बरों के कारण लोग चोटिल हो रहे हैं। पार्किंग की समस्या, लावारिस पशुओं की...
पौड़ी नगर निकाय में होने के बावजूद मूलभूत सुविधाओं की कमी हो तो फिर लोगों का परेशान होना स्वाभाविक हैं। इसका उदाहरण देखने को मिलता है नगरपालिका पौड़ी के अपर बाजार में। यहां कई स्थानों पर नालियों के ऊपर मौजूद क्षतिग्रस्त चैम्बरों ने व्यापारियों के साथ ही स्थानीय लोगों की परेशानी को भी बढ़ाया हुआ है। इन क्षतिग्रस्त चैंबरों में कभी व्यापारी तो कभी लोग फंसकर चोटिल हो जाते हैं। ऊपर से कुछ टूटे चैंबरों पर किसी ने पत्थर रख लिए हैं जो और खतरा बढ़ा रहे हैं। बताया कि शिकायत के बावजूद भी अब तक समस्या हल नहीं हुई। प्रस्तुत है अनिल भट्ट की रिपोर्ट...
प्रदेश में पलायन का सर्वाधिक दंश झेलते पौड़ी जनपद का मुख्यालय भी जहां पलायन की मार झेल रहा है वहीं मूलभूत सुविधाओं के लिहाज से भी नगरपालिका होने के बावजूद स्थितियां बहुत अच्छी नहीं हैं। लगभग 2000 की आबादी वाले अपर बाजार की ही बात करें तो यहां कभी बहुत चहलपहल हुआ करती थी लेकिन पलायन के साथ मूलभूत सुविधाओं की कमी ने स्थितियों को और बेपटरी किया है। अपर बाजार क्षेत्र में खुली नालियों और कई स्थानों पर सड़क के दोनों किनारों को जोड़ती नालियों के जंक्शन पर लगे लोहे के चैम्बरों के क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही के दौरान कई बार लोग चोटिल हो जाते हैं। जबकि कई बार दोपहिया वाहन भीं इसमें धंस जाते हैं। इससे परेशान स्थानीय लोगों और व्यापारियों का कहना है कि यदि खुली नालियों को अंडरग्राउंड कर दिया जाय तो सड़कों की चौड़ाई थोड़ा और बढ़ जायेगी जिससे रोज रोज बाजार की सड़कों पर लगने वाले वाहनों के जाम से भी उन्हें कुछ हद तक मुक्ति मिल सकेगी। इतना ही नहीं नालियों व सड़कों के किनारों से गुजरती पेयजल लाइनों के मकड़जाल से भी दिक्कतें होती हैं क्योंकि कई बार इनमें कचरा फंसने से पानी सड़कों पर बहने लगता है तो इस कारण नालियों की सफाई करना भी मुश्किल हो जाता है। इससे व्यापारियों के साथ ही खरीदारी करने के लिए बाजार आए लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। व्यापारियो ंने बताया कि सड़कों पर पड़े गड्ढे भी लोगों को आवाजाही के दौरान परेशानियां देने का ही कार्य कर रहे हैं। सीवरलाइन नहीं होने की वजह से कई बार नालियों में ही सीवर बहा दिया जाता है जिससे भी दिक्कतें होती हैं। बाजारक्षेत्र में लावारिस पशुओं की समस्या से भी लोग खासे परेशान हैं जिस वजह से कई बार बाजार में आवाजाही करना भी मुश्किलोंभरा होता है। ऐसे में उनकी मांग है कि नगरपालिका लावारिस पशुओं का कोई प्रभावी इंतजाम करे जिससे लोग भयमुक्त होकर बाजार में पहुंच सकें। इसके साथ बिजली के तारों के घने जाल, पार्किंग की समस्या व बीएसएनएल के बेकार खड़े पोल भी परेशानियों के कारण बन रहे हैं।
पार्किंग नहीं होने से आए दिन लगता है जाम
अपर बाजार में पार्किंग एक बहुत बड़ी समस्या है। ट्रैफिक वन वे होने के चलते यहां से जो वाहन जाते हैं फिर यहीं से वापस नहीं आ पाते। बाजार में वाहनों की खड़े करने के लिए पर्याप्त जगह भी नहीं है। इस कारण भी व्यापारियों पर ही इसका असर पड़ता है। बाजार में खुली नालियों को अंडरग्राउंड नहीं किये जाने और उनसे गुजरते पेयजल लाइनों के मकड़जाल ने भी परेशानियों को बढ़ाया हुआ है। पेयजल लाइनों के कारण जहां नालियों की सफाई में मुश्किल आती है। व्यापारियों का कहना है कि नालियों को अंडरग्राउंड कर दिया जाय तो तंग सड़क थोड़ी चौड़ी हो जायेगी। इसके साथ ही पार्किंग की व्यवस्था भी की जानी चाहिए।
शौचालय में साढ़े छह बजे लग जाता है ताला
अपर बाजार में मौजूद शौचालय को भी करीब शाम को साढ़े 6 बजे बंद कर दिया जाता है जबकि सुबह भी देर से खुलता है जिससे लोगों को दिक्कतें होती हैं। इसके साथ सड़कों के किनारे बिना उपयोग के खड़े बीएसएनएल के खंभे भी आवाजाही में परेशानियां बढ़ाने का काम ही कर रहे हैं। इनकी लाइनों को सहारा देने के काम में आने वाले खंभे भी अब बेकार हालत में और कई जगह गिरने की हालत में अब भी सड़कों के किनारों पर खड़े हैं। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का कहना है कि इन्हें हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि इनसे दिक्कतें होती हैं।
बोली जनता
अपर बाजार के लिए टैक्सियों का संचालन पूर्व की भांति किया जाना चाहिए ताकि बाजार से आवाजाही हो। -विनय शर्मा, अध्यक्ष, व्यापार सभा
एजेंसी चौक से विभिन्न ग्रामीण इलाकों के लिए टैक्सियों का संचालन बंद हो जाने से इसका असर हमारे व्यापार पर पड़ा है। -तसलीम जावेद, स्थानीय निवासी
फिक्स पार्किंग को रनिंग पार्किंग की तरह इस्तेमाल किया जाय। पलायन के चलते आवाजाही बेहद कम हो गई है। -मनोज रावत अंजूल, स्थानीय निवासी
नगरपालिका को संडे बाजार जैसी गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत है जिससे बाजार में रौनक भी हो और लोगों की सक्रियता बढ़े। -देवेंद्र सिंह, स्थानीय निवासी
रामलीला मैदान में जो संडे बाजार लगना शुरू हुआ है उससे कुछ राहत मिल रही है। ऐसी ही अन्य गतिविधियों को बढ़ाया जाना चाहिए। -धीरेंद्र रावत, स्थानीय निवासी
बाजार में नालियों टूटे चैंबरों में फंसकर कई बार लोग चोटिल हो जाते हैं। इनसे कई बार लोगों को आवाजाही करने में खतरा रहता है।-रमेश चंद्र, स्थानीय निवासी
बाजार में नालियां कई जगहों पर खुली है। नालियों को बंद करने के साथ ही इनके चैंबरों को ठीक किया जाना चाहिए। -राजेंद्र सिंह रावत, स्थानीय निवासी
बाजार को हेरिटेज बनाने के लिए पूव सीएम की घोषणा के बावजूद काम शुरू ही नहीं हो पाया है, इसे शुरू किया जाना चाहिए। -विमल वर्मा, स्थानीय निवासी
बाजार में नालियां खुली होने के कारण इनके ऊपर लोग पत्थर रखकर दुकान पर चढ़ते हैं जिससे दिक्कत होती हैं। -मोहम्मद रिजवान, स्थानीय निवासी
जो नालियां बाजार में खुली हैं, उनको ठीक किया जाना चाहिए। सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण जाम लगता है। -चून्ना, स्थानीय निवासी
पार्किंग को लेकर परेशानी रहती है। ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं। कुछ जगहों पर ही दोपहिया खड़े हो पाते हैं। -सिकंदर अली, स्थानीय निवासी
बाजार में बीएसएनएल के खंभे अभी तक खड़े है। जबकि इन पर अब लाइन भी नहीं है। इन खंबों से सबको खतरा है। -मोहम्मद शाकीर, स्थानीय निवासी
घोषणा अधूरी रह गई
पौड़ी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के उद्देश्य से 7 करोड़ की लागत से हैरिटेज स्ट्रीट का निर्माण किया जाना था जिसकी घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने की थी लेकिन 3 वर्षों के बाद भी आजतक इसपर अमल नहीं हो सका है, जिसपर व्यापारी खासे निराश हैं। एजेंसी चौक से धारा रोड और अपर बाजार तक के मार्केट एरिया से गुजरने वाली सड़क को हैरिटेज यानी धरोहर सड़क के रूप में विकसित किया जाना था।
टैक्सियां नहीं चलने से दिक्कत
अपर बाजार के व्यापारी व्यापार में मंदी से भी काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि पहले गांवों की ओर से आने वाली टैक्सियों का संचालन एजेंसी के पास से किया जाता था जिससे आम लोगों के साथ ही उनके ग्राहकों को भी बाजार आने में सहूलियत होती थी लेकिन अब सभी टैक्सियां बस स्टेशन से ही संचालित होने लगीं हैं। यहां से बाजार लोगों के लिए काफी दूर पड़ता है, जिसके कारण इसका बुरा असर भी उनके व्यापार पर पड़ा है।
बोले जिम्मेदार
नगर पालिका पौड़ी के अधिशासी अधिकारी एसपी जोशी का कहना है कि जो सामान्य नालियां हैं उन पर जालियां लगाई जायेंगी। सड़क के दोनों किनारों को जोड़ती क्रासिंग नालियों के ऊपर भी स्लैब डाल दिए जायेंगे। इसके साथ ही क्षतिग्रस्त चैंबरों को भी ठीक किया जाएगा। जिससे किसी को आवाजाही में करने में दिक्कत न हो। इसके अलावा भी नगर पालिकास्तर की समस्याएं भी यदि संज्ञान में लाई जाती हैं तो उनके प्रभावी समाधान की कोशिशें की जायेंगी। लोग अपनी परेशानी बता सकते हैं। पूरी कोशिश है कि व्यापारियों और लोगों की परेशानियों को कम किया जाए।
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