बोले गढ़वाल : पौड़ी के इस बाजार में फैले कूड़े से लोग परेशान
पौड़ी के लोअर बाजार के व्यापारी और निवासी उचित कूड़ा निस्तारण व्यवस्था की कमी से परेशान हैं। कचरे से भरी नालियों और गदेरों के कारण स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। नगरपालिका की सफाई...
जिला मुख्यालय पौड़ी के लोअर बाजार के व्यापारी और स्थानीय निवासी उचित कूड़ा निस्तारण व्यवस्था नहीं होने से बेहद परेशान हैं। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कूड़ेदान की व्यवस्था नहीं होने से जहां सड़कों पर गदंगी बिखरी रहती है वहीं कचरे से चोक नालियों ने लोगों की मुश्किलों को बढ़ाया हुआ है। इतना ही नहीं बाजारक्षेत्र से गुजरता गदेरा भी कचरे से पटा हुआ है जो बरसात के दौरान लोगों पर आफत बनकर टूटता है। प्रस्तुति है पौड़ी से अनिल भट्ट की रिपोर्ट... गढ़वाल कमिश्नरी पौड़ी में साढ़े छह दशक पुरानी नगरपालिका होने के बावजूद भी जनता मूलभूत सुविधाओं के लिये तरस रही है। सफाई के अभाव में गदंगी से बजबजाती नालियों की बात हो या फिर सीवरलाइन नहीं होने से उनमें बहता सीवर हो अथवा उचित कूड़ा निस्तारण व्यवस्था नहीं होने के चलते सड़कों के किनारे बिखरे कूड़े के ढेर एवं कचरे से बुरी तरह पटे गदेरे हों, ये सब सामान्य बात है। कुछ इसी का उदाहरण दिखाई देता है लगभग 1500 की आबादी वाले पौड़ी के लोअर बाजार में जहां सड़कों के किनारे, नालियों में और यहां से बहते गदेरे में कूड़े कचरे के ढेरों ने नगरपालिका के पूरे ड्रेनेज सिस्टम पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं। खुली नालियों से गुजरते पेयजल लाइनों के मकड़जाल हों या फिर नालियों के ऊपर लगे फिक्स लोहे के जाल हों, इनके कारण भी कचरा नालियों में फंस जाता है और फिर उनकी सफाई भी नामुमकिन हो जाती है। ऐसे में नालियों में सड़ती गंदगी की दुर्गंध से गुजरना या फिर नालियों से सटी दुकानों में व्यापारियों को दुकानदारी करना भी किसी आफत से कम नहीं होता। लावारिस पशु भी एक समस्या बने हुए हैं जो सड़कों के किनारे या फिर नाले में जमा कचरे में खाने की चाह में उसे सड़कों पर बिखेर देते हैं। तंग रास्तों के किनारों पर या बीच में पेयजल लाइनों के उलझे जाल भी आवाजाही में मुश्किलें ही पैदा करते हैं। पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण पहले ही कम चौड़े रास्तों के किनारों पर खड़े दोपहिये वाहनों के कारण वो और तंग हो गए हैं। पूरे बाजारक्षेत्र में स्ट्रीटलाइट नहीं होने से लोग परेशान हैं। बाजार के शुरुआती हिस्से में मौजूद मुख्यमार्ग तक तो पालिका का कूड़ावाहन आता है लेकिन तंग गलियों में मौजूद लोगों को इसका पता नहीं चलने के कारण उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाता।
लोहे के जाल लगे होने से नहीं हो पाती सफाई
लोअर बाजार में नालियों के ऊपर आसान आवाजाही के लिये लगाये गए लोहे के जाल भी नालियों की सफाई में आड़े आ रहे हैं। फिक्स जाल होने के कारण इन्हें जहां खोला नहीं जा सकता वहीं इनके कारण नाली में जमा कचरे को साफ करना भी बेहद मुश्किलोंभरा साबित होता है। धारा रोड से लोअर बाजार तक ढलान होने के कारण चोक नालियों का और बरसाती पानी के साथ पेयजल लाइनों के लीकेज का पानी ओवरफ्लो होकर कई बार धारा रोड से होते हुए लोअर बाजार के एक हिस्से में घुस जाता है जिससे व्यापारियों के साथ स्थानीय निवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बाजारक्षेत्र में पर्याप्ट स्ट्रीटलाइट्स नहीं होने की वजह से भी लोगों को आवाजाही के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
सुझाव
1. बाजारक्षेत्र में सीवरलाइन की व्यवस्था हो जिससे सीवर नालियों में न बहे और न बरसात में होने वाली परेशानियों का सामना स्थानीय लोगों और व्यापारियों को ना करना पड़े।
2. कचरे से चोक नालियों और गदेरे को खोलकर गंदे पानी की निकासी की जाय। पार्किंग सुविधा भी विकसित की जानी चाहिए।
3. रास्तों और नालियों से पेयजल लाइनों के मकड़जाल को हटाया जाय जिससे आवाजाही और साफ सफाई में दिक्कतें न हों।
4. पर्याप्त कूड़ेदानों की व्यवस्था हो जिससे कचरा इधर उधर न बिखरे। लावारिस पशुओं की भी व्यवस्था की जाय।
5. बाजार क्षेत्र में पर्याप्त स्ट्रीटलाइट लगाई जाएं बिजली और केबल लाइनों के जाल को हटाया जाय। मीट मार्केट में कटखने कुत्तों का इंतजाम हो।
शिकायतें
1. क्षेत्र में सीवरलाइन नहीं होने से कई बार नालियों में बहता है सीवर। बरसात में तो स्थितियां और भी विकट हो जाती हैं। गंदगी के कारण लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है।
2. कचरे और गदंगी से नालियां और गदेरे चोक हो रखे हैं। इनकी सफाई नहीं होने से परेशानियां हो रही हैं। पार्किंग नहीं होने से भी दिक्कत है।
3. रास्तों और नालियों पर पेयजल लाइनों के मकड़जाल से आवाजाही और साफ सफाई में हो रही परेशानियां।
4. कूड़ेदान नहीं होने से रास्तों में ही बिखरा रहता है कूड़ा। लावारिस पशुओं की वजह से और भी होती है गंदगी।
5. बाजार क्षेत्र में स्ट्रीटलाइट पर्याप्त नहीं हैं। बिजली और केबल लाइनों के जाल से भी दिक्कतें। मीट मार्केट में लावारिस कुत्तों से बना है डर।
बोले अधिकारी
जलसंस्थान की पाइप लाइनों के मामले पर जल्द ही पालिकाध्यक्ष भी बैठक लेने वाली हैं जिसमें जलसंस्थान के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। हमारी कोशिश है कि व्यक्तिगत पेयजल लाइनों के जाल की जगह एक कॉमन लाइन हो जिससे सम्बन्धित उपभोक्ता के घर के पास कनेक्शन दिया जा सके तो इस समस्या का समाधान भी होगा सकता है। सफाई समेत अन्य समस्याओं पर भी आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। -एसपी जोशी, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका, पौड़ी
बरसाती गदेरे में जमा रहता है कचरा
लोअर बाजार से होकर गुजरने वाले बरसाती गदेरे में जमे कचरे के अम्बारों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि नगरपालिका ने कचरा निस्तारण के कैसे विकल्प जनता को उपलब्ध करवाये होंगे। क्षेत्र में कूड़ेदान नहीं होने के कारण लोगों को मजबूरी में कूड़ा गदेरे में डालना पड़ता है। हालांकि पालिका का कूड़ा वाहन बाजार के शुरुआती हिस्से के मुख्यमार्ग तक तो आता है लेकिन तंग रास्तों के कारण अंदरूनी क्षेत्र में नहीं पहुंच पाने के कारण न तो इसका पता किसी को चलता है और न अंदर कूड़ेदान की सुविधा होने के कारण वो कचरे का उचित निस्तारण ही कर पाते हैं। बरसात में यही गदेरा अपना रौद्र रूप धारण कर फिर कहर ढाता है। ऐसे में नगरपालिका को स्वच्छ पौड़ी के नारे को इस्तेमाल की जगह इसपर अमल भी करना चाहिए।
पेयजल लाइनों के उलझे जाल बने मुसीबत
लोअर बाजार के रास्तों और नालियों पर पेयजल लाइनों के उलझे जालों ने भी लोगों की मुश्किलों को बढ़ाया हुआ है। पेयजल लाइनों के जालों से जहां रास्ते और तंग हो गए हैं वहीं इनपर आवाजाही भी बेहद परेशानियोंभरी है। खुली नालियों पर पेयजल लाइनों के मकड़जाल से उनकी सफाई भी टेढ़ी खीर ही साबित होती है तो जहां नालियां अंडरग्राउंड कर दी गई हैं वहां उनके ऊपर इनके जाल रास्तों को और संकरा करने का काम कर रहे हैं। लोगों की मांग है कि यदि जल संस्थान एक कॉमन पाइप लाइन डालकर घरों या दुकानों के पास ही कनेक्शन दे दे तो इस समस्या का प्रभावी समाधान किया जा सकता है। ऐसे में उनका कहना है कि नगरपालिका और जलसंस्थान को आपसी समन्वय के साथ इस समस्या का फौरी हल निकालना चाहिए।
लावारिस कुत्ते कई बार लोगों को कर चुके हैं घायल
लोअर बाजार में मीट बाजार भी है जहां सबसे बड़ी समस्या लावारिस कटखने कुत्तों की है। मांस की दुकानों से खाने की चाह में रास्तों पर डटे रहने वाले लावारिस कुत्ते अबतक कई लोगों पर हमला कर उन्हें घायल भी कर चुके हैं। पूर्व में तो लावारिस कुत्तों के हमले के कारण एक बच्चे की मौत तक हो चुकी है, बावजूद इसके न नगरपालिका इस ओर ध्यान देने को तय्यार है और न ही प्रशासन। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का कहना है कि मीट मार्केट में मौजूद 50 से अधिक हिंसक लावारिस कुत्तों की समस्या का उचित समाधान किया जाय जिससे वे भयमुक्त आवाजाही कर सकें। दूसरी तरफ लावारिस गौवंश ने भी लोगों की दिक्कतों को बढ़ाया हुआ है।
बाजार की नालियों के ऊपर फिक्स जाल से इनकी सफाई नहीं हो पाती। इस कारण कचरा जमा होने से गंदा पानी जमा हो जाता है।इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए। -अनूप नौटियाल, स्थानीय निवासी
धारा रोड से सड़क का ढलान लोअर बाजार की तरफ होने की वजह से पानी सीधे लोअर बाजार की सड़कों पर ही बहता रहता है जिससे आवाजाही में दिक्कत होती है। -मनमोहन, स्थानीय निवासी
बाजार में लावारिस पशुओं से काफी परेशानी है। यहां मीट मार्केट की वजह से लावारिस कुत्ते भी अधिक रहते हैं जो कई लोगों को अब तक काट चुके हैं। -आबिद हुसैन, स्थानीय निवासी
कूड़ा जहां नालियों में फंस रहा है वहीं यहां से गुजरने वाला गदेरा भी पूरी तरह से कूड़ा करकट से पटा है जिसके कारण बरसात के दौरान बेहद होती है। -सोहेल, स्थानीय निवासी
बाजार में पहले ही पार्किंग की परेशानी है। धारारोड की तरफ जहां तक बाजार के लिए वाहन आ पा रहे वहां भी पार्किंग की सुविधा ठीक से नहीं मिल पा रही है। -योगेश दनोसी, स्थानीय निवासी
लोअर बाजार में कई जगह पोलों पर झूलती केबल वायरें और बिजली की लाइनें भी खतरा बनी हुई हैं। इन्हें व्यवस्थित किया जाना चाहिए। -राहत हुसैन, स्थानीय निवासी
लोअर बाजार की नालियों को ठीक किया जाना चाहिए। नालियों के ऊपर की फिक्स जाली के बजाए हटाने वाली जाली लगनी चाहिए जिससे सफाई हो सके। रवि शंकर, स्थानीय निवासी
बाजारक्षेत्र में घूम रहे लावारिस पशुओं से भी डर बना रहता है। नगरपालिका को इस मामले की ओर ध्यान देकर उनकी उचित व्यवस्था करनी चाहिए। -सचिन वर्मा, स्थानीय निवासी
बाजार के रास्तों पर गुजर रही पेयजल लाइनें ठीक से नहीं बिछाए जाने के कारण चलने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन्हें व्यवस्थित करना चाहिए। -संदीप वर्मा, स्थानीय निवासी
लोअर बाजार में कूड़ा खुले में पड़ा रहता है जिससे दिक्कतें होती हैं। और कई बार तो कूड़ा-कचरा हवा के साथ उड़कर घरों और दुकानों तक भी पहुंच जाता है।-शफीक हुसैन, स्थानीय निवासी
लोअर बाजार में सीवरेज से लेकर पार्किंग और साफ-सफाई की दिक्कतें रहती है। बाजार के कुछ हिस्से में स्ट्रीटलाइट नहीं होने से भी दिक्कतें हैं। इस पर ध्यान दिया जाय।-कुलदीप गुसाईं, स्थानीय निवासी
बाजार के तंग पैदल रास्तों में कई जगह पर पेयजल लाइनें एक फुट तक बाहर आ रखी हैं। ऐसे में रास्तों की चौड़ाई कम हो गई है और इससे आवाजाही में दिक्कतें होती हैं। -गुरमीत सिंह, स्थानीय निवासी
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