अक्षय ऊर्जा की नई प्रवृत्ति के बारे में बताया
जीबीपंत इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी घुड़दौड़ी के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग में मंगलवार से अक्षय ऊर्जा की नई प्रवृत्ति पर 5 दिवसीय कार्यशाला शुरू हो गई। कार्यशाला में छात्रों को अक्षय...
जीबीपंत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी घुड़दौड़ी के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग में मंगलवार से अक्षय ऊर्जा की नई प्रवृत्ति पर 5 दिवसीय कार्यशाला शुरू हो गई। कार्यशाला में छात्रों को अक्षय ऊर्जा में हो रहे नई प्रवृत्ति पर जानकारी दी गई। प्रथम सत्र में डा. आरसी मैठाणी ने हाइड्रो इलेक्ट्रिक पॉवर के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। बताया कि स्वचलित उपकरणों के युग में स्काडा की नई तकनीकों व उनके माध्यम से विद्युत अभियांत्रिकी के क्षेत्रों को उनके चरम कुशलता व स्वचालित तकनीक से किस प्रकार नियंत्रित किया जाता है। दूसरे सत्र में डीटीयू नई दिल्ली के डा.जर्नाद्धन प्रसाद केसरी ने छात्रों व शोद्यार्थियों को बायोमॉस, सोलर थर्मल के मौलिक तत्वों की जानकारी दी। उन्होंने अक्षय ऊर्जा के माध्यम से विद्युत अभियांत्रिकी का विकास व विस्तार के पहलुओं के बारे में बताया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डा.संजय गैरोला, डा.वाईके सिंह, डा.भोलाझा, सत्यवीर सिंह रावत, अतुल, ललित कुमार, नितेश रावत, अभिषेक बड़थ्वाल, नीम सागर, एसएस पटेल, सीपी डोभाल आदि शामिल थे।
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