जसपुर में ग्रीष्मकालीन धान की बजाय अन्य फसलों को उगाने पर बनी सहमति
वाटर लेबल मेंटेन करने के उद्देश्य से ग्रीष्मकालीन धान की फसल पर रोक लगाने एवं इसके स्थान पर अन्य फसलों को उगाने पर सहमति बन गई है। किसानों ने अफसरों स

जसपुर, संवाददाता। वाटर लेबल मेंटेन करने के उद्देश्य से ग्रीष्मकालीन धान की फसल पर रोक लगाने और इसके स्थान पर अन्य फसलों को उगाने पर सहमति बन गई है। किसानों ने अफसरों से उपकरण और बीज देने की मांग की है। शनिवार को ब्लॉक सभागार में एसडीएम चतर सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी कल्याण रावत, एडीओ कृषि ओमपाल सिंह आदि ने किसान एवं अफसरों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकालीन धान की बुआई करने से धान अधिक पानी पीता है। इससे भूमि का वाटर लेबल कम होता जा रहा है। इससे गर्मियों में पानी की दिक्कत आ जाती है। बताया कि कई साल पहले काशीपुर और जसपुर का वाटर लेबल कम होने से दोनों शहरों को ब्लैक जोन घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि फिर से यह हालात न बने। इसको लेकर ग्रीष्मकालीन धान पर रोक लगाकर उसके स्थान पर मक्का, गन्ना, उड़द और मूंग दाल की फसल उगाई जाए। अफसरों ने किसानों से भी सुझाव लिए। भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सहोता ने इन फसलों के लिए उपकरण एवं बीज दिलाने की मांग रखी। तय किया गया कि ग्रीष्मकालीन धान की बुआई न कर अन्य फसलें ही उगाई जायेंगी। यहॉ तहसीलदार सुभांगनि, नायब तहसीलदार बीसी आर्य, बीडीओ चंद्रशेखर जोशी, नरेंद्र सिंह, किशन सिंह, दिलबाग सिंह आदि रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।