डूबते सूर्य की उपासना कर मांगी सुखशांति
चार दिनों तक चलने वाले पूर्वांचल समाज के विशेष पर्व छठ के तीसरे दिन गुरूवार की शाम समाज की महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख शांति क
आज उगते सूर्य की पूजा के बाद होगा छठ पर्व का समापन बाजपुर, संवाददाता। चार दिन तक चलने वाले छठ पर्व के तीसरे दिन गुरुवार शाम समाज की महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख शांति की कामना की। महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर सूर्य उपासना के साथ छठी मईया की पूजा की। शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पर्व का समापन होगा।
गुरुवार शाम को महिलाएं विशेष परिधानों में चीनी मिल स्थित छठ स्थल पर जमा हुई। वहां महिलाओं ने भगवान सूर्य की उपासना की व छठ मईया की पूजा अर्चना के बाद डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। पुष्पा दिवाकर ने बताया कि चार दिन तक चलने वाले छठ महापर्व का तीसरा दिन है। उन्होंने बताया कि उगते सूर्य को अर्घ्य देने की रीति तो कई व्रतों और त्योहारों में है लेकिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा केवल छठ में है। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से पहले बांस की टोकरी को फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू और पूजा के सामान से सजाया जाता है। सूर्यास्त से कुछ समय पहले सूर्य देव की पूजा होती है फिर डूबते सूर्य देव को अर्घ्य देकर पांच बार परिक्रमा की जाती है।
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बाजपुर में गुरुवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिये मौजूद महिलायें
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