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बोले हरिद्वार : शिवालिक नगर में नाला निर्माण को लेकर अधिकारी मौन

शिवालिक नगर के वार्ड-सात में कच्चा नाला लोगों के लिए गंभीर समस्या बन गया है। मकानों में सीलन और दरारें आ गई हैं। स्थानीय लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नाले से निकलने...

Newswrap हिन्दुस्तान, हरिद्वारThu, 13 Feb 2025 11:22 PM
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बोले हरिद्वार : शिवालिक नगर में नाला निर्माण को लेकर अधिकारी मौन

नगर पालिका शिवालिक नगर के वार्ड-सात का कच्चा नाला लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। नाले से सटे लोगों के घरों में सीलन आ गई है। मकानों के अंदर से सीमेंट टूट कर गिर रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2004 में यहां लोग बसने लगे थे। वर्ष 2009 में काफी संख्या बढ़ी और आज 10 हजार से ज्यादा लोग रहते हैं। नगर पालिका में शिकायत करने का बाद भी लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है। लोग स्थानीय विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक को शिकायत भेज चुके हैं। इसके बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है।

नगर पालिका शिवालिक नगर के वार्ड-सात में नाले को पक्का नहीं किया गया है। घरों से निकलने वाला गंदा पानी कच्चे नाले में रुक जाता है जिससे बदबू फैलती है। इस वार्ड में चार लेनों से आने वाले गंदे पानी की निकासी का बहाव उल्टा लोगों के घरों की नींव में आकर समा रहा है। इससे मकानों की नींव कमजोर हो रही है। लोगों का आरोप है कि नगर पालिका के अस्तित्व में आने से पहले भी यही स्थिति थी। नगर पालिका के अस्तित्व में होते हुए स्थिति बदतर है। जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत हुई। लेकिन अधिकारियों ने इन सभी शिकायतों को अनदेखा कर दिया। लोगों का आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही से मकान खराब हो रहे हैं। कच्चे नाले का अभी तक अधिकारियों ने सर्वे तक नहीं। बरसात के दिनों में गंदगी आने से नाला ब्लॉक हो जाता है। सफाई न होने के कारण पानी घरों और खाली प्लाटों में घुस जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गंदगी भरे इस नाले से घरों में बदबू आती है। नगर पालिका के अधिकारियों सहित जिले के अधिकारियों को मौखिक और लिखित शिकायत तक दे चुके हैं। लोगों ने कहा कि पिछले 15 साल से यह परेशानी बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गंदे पानी के कारण कई लोग बीमारी की चपेट में भी आ गए हैं। कहा कि अधिकारियों को इस मामले में जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।

लोगों को नाले में गिरने का खतरा

शिवालिक नगर के वार्ड-सात में नाला खुला पड़ा है। छोटे-बड़े और बच्चों के गिरने का भी खतरा रहता है। कई बार बच्चे खेलते हुए इस खुले नाले में गिर चुके हैं। उन्हें गंभीर चोटें भी आई हैं। कई बार लोगों ने अपने स्तर से पैसा इकट्ठा कर नाले की साफ-सफाई और मरम्मत कराई। लेकिन पालिका का कोई कर्मचारी यहां नहीं पहुंचा। इस लापरवाही से लोगों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि पालिका को लोगों की समस्या का ध्यान रखते हुए जर्जर नाले का निर्माण कराना चाहिए।

उल्टा बहाव सीधा कराने की मांग

वर्तमान समय में गली नंबर सात का पानी गली नंबर आठ की तरफ बह रहा है। लोगों का कहना है कि गली नंबर सात की तरफ मुख्य नाले का बहाव बना है। इस नाले से गंदा पानी आठ नंबर की तरफ बह रहा है। इस कारण पानी एक स्थान पर रुक जाता है। रुके हुए पानी में मक्खी मच्छर पनप रहे हैं। इससे संक्रमण फैलने का भी खतरा बना रहता है। बावजूद इसके उनकी शिकायत पर पालिका में सुनवाई तक नहीं हो रही है।

40 से ज्यादा परिवार कच्चे नाले से हो रहे प्रभावित

गली नंबर-आठ में 40 से ज्यादा परिवार इस कच्चे नाले की समस्या से प्रभावित हो रहे हैं। नाले के दोनों तरफ करीब 40 से ज्यादा मकान है। मकान में लोगों की गाढ़ी कमाई लगी हुई है। नाले के कारण घरों में बारीक-बारीक दरारें पड़ गई है। मकान की मरम्मत में पैसा अलग से खर्च होता है। अधिकारी अगर नाले का निर्माण करें तो लोगों के मकानों को नुकसान नहीं पहुंचेगा।

बोले जिम्मेदार...

कच्चे नाले से संबंधित पालिका में लोगों की कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत मिलती है तो उसे पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। लोगों को समस्या से निजात दिलाने के लिए अधिकारी संकल्पबद्व है। शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि कर्मचारियों को मौके पर भेज कर मौका मुआयना कराया जाएगा। नाले के ऊपर अतिक्रमण है तो उसको हटाया जाएगा। लोगों की कच्चे नाले से संबंधित समस्या है तो उसका समाधान भी होगा। - सुभाष कुमार, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका शिवालिक नगर

सुझाव

1.गली नंबर आठ से गली नंबर सात की तरफ नाले का ढलान होना चाहिए। जिससे गंदे पानी सीधे सुखी नदी में जाए।

2.कच्चे नाले का पक्का निर्माण होना बेहद जरूरी है। पक्के निर्माण से नाले का लेबल होगा। तो समस्या खुद खत्म हो जाएगी।

3.गंदे नाले का निर्माण पूरी तरह मानकों के अनुरूप होना चाहिए। ताकि बारिश और गंदे पानी का फ्लो गली नंबर सात की तरफ जाए।

4.गंदे नाले की चौड़ाई लेआउट प्लान में आठ फीट है। लेकिन मौके पर इसकी चौड़ाई कम है। इसे पूरा किया जाए।

5.नाले के ऊपर अतिक्रमण किया हुआ है। इसके कारण गंदा पानी फ्लो के साथ नहीं निकलता है। अतिक्रमण हटे और नाला निर्माण हो तो समस्या से निजात मिल सके।

शिकायत

1.नाले के पानी का बहाव सही नहीं होने के कारण पानी एक जगह रुक गया है। पानी सड़ने के कारण मक्खी मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है। कीटनाशक दवाओं का छिड़काव तक नहीं होता है।

2.बारिश के मौसम में नाले में गंदगी रुकने के कारण गंदा पानी घरों में घुस जाता है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है।

3.कच्चे नाले से सटे घरों में सीलन आ रही है, पूरे घर में सीलन के कारण स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। पालिका को इसमें संज्ञान लेना चाहिए। ताकि लोगों को नुकसान न पहुंचे।

4.पालिका में शिकायत के बावजूद जब कार्रवाई नहीं होती, तो स्थानीय लोग अपनी जेब से पैसे खर्च कर नाले की सफाई करवाते हैं। अधिकारियों को यहां संज्ञान लेना चाहिए।

5.खुले नाले और अतिक्रमण के कारण कबाड़ गंदा नाले में कबाड़ फंसने के कारण और समस्या बढ़ जाती है। शिकायत के बावजूद भी अधिकारी नहीं सुनते हैं।

लोग बोले

गंदगी से अटे पड़े इस नाले का निर्माण होना जरूरी है। निर्माण होने तक सफाई करना पालिका की जिम्मेवारी है। बावजूद इसके अधिकारी शिकायत तक नहीं सुनते हैं।- बसंत पंत

गंदे नाले के पानी का बहाव ठीक से नहीं हो पा रहा है। इस कारण गंदा पानी उल्टे बह रहा है। शिकायत पर कार्रवाई नहीं होती है। अधिकारी को संज्ञान लेना चाहिए।- भूपेंद्र चौधरी

2004 में टिहरी विस्थापित कॉलोनी में लोगों ने घर बनाने शुरू किए थे। 2009 में मकानों की संख्या बढ़ी और आज यहां 10 हजार से ज्यादा की आबादी निवास कर रही है। नाले का निर्माण होना चाहिए।- मदन मोहन जोशी

कई बार पालिका को ज्ञापन भी दिया लेकिन न तो नाला पक्का हुआ और न ही जगह-जगह टूटे नाले को ठीक कराया गया। आलम यह है कि आए दिन इस नाले में लोग गिरकर चोटिल हो रहे है।- अनिल गुप्ता

लोगों की समस्या कच्चे नाले से ज्यादा है। गर्मियों में कच्चे नाले में रुकने वाला गंदा पानी सड़ जाता है। यही कारण है की मक्खी मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है और बीमारी को जन्म देते हैं।- नितिन खरे

बरसात के दिनों में नाला ओवरफ्लो होकर पानी खाली प्लांटों में जमा हो जाता है। लोगों ने इस समस्या से निजात नहीं मिल रही है। जिम्मेदार इस ओर ध्यान नही देते है। -धनश्याम सिंह बिश्नोई

नाला कूड़े के ढेर व सिल्ट से अटा पड़ा है। जल्द ही इन नालों की सफाई नहीं कराई गई तो समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। नाला निर्माण से पहले नाले की सफाई हो। -पूजा त्यागी

गंदे जल निकासी के लिए बनाए गए इस नाले का निर्माण पालिका क्यों नहीं कर रही। यह समस्या समझ से परे है। जबकि स्थानीय लोगों के लिए यह बड़ी समस्या है। जनहित में नाले की समस्या से लोगों को निजात मिले। -प्रमिला देवी

खुले नाले के ऊपर कई जगह से लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। इस पर पशुओं को बांध दिया है। कूड़ा कचरा नाले में डाल दिया जाता है। जिस कारण पानी की सप्लाई आगे नहीं होती। -हिमानी यादव

पालिका प्रशासन ने पिछले पांच साल में नाले की सफाई तक नहीं कराई है। नाला पूरी तरह कूड़े कचरे से अटा पड़ा है। अधिकारी को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। -प्रभा विश्नोई

गंदे कच्चे नाले से मकानों को नुकसान पहुंच रहा है। लोगों की समस्याओं को अधिकारी सुनने और उनका निदान करने के लिए है। न कि उनको परेशान करने के लिए। -महेश शर्मा

नाले का निर्माण होगा तभी यहां पर लोगों को सहूलियत मिलेगी। पालिका नाले का निर्माण करने के लिए लोगों की शिकायत पर सुनवाई तक नहीं कर रहा है। लोगों के सबर का बांध टूटता जा रहा है।- अमित त्यागी

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