बोले हरिद्वार : नवोदय नगर में दस साल में निकासी को नहीं बनी नालियां
नवोदय नगर, नगर पालिका शिवालिक नगर में पिछले 10 वर्षों से गंदे पानी की निकासी की समस्या बनी हुई है। यहां पर नालियों की कमी के कारण गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।...
जिला मुख्यालय से मात्र 700 मीटर की दूरी पर स्थित नवोदय नगर, नगर पालिका शिवालिक नगर का अहम हिस्सा हैं, लेकिन सुविधाएं यहां पर ग्राम पंचायत जैसी भी नहीं हैं। घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए नालियां तक नहीं बनाई गई हैं। गंदा पानी खाली पड़े प्लॉटों में जमा हो रहा है या सड़कों पर बह रहा है। गंदगी और मक्खी मच्छरों के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। प्रस्तुत है प्रवीण कुमार पेगवाल की रिपोर्ट...
नवोदय नगर के वार्ड-13 में सड़क किनारे नालियां नहीं हैं। गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। मुख्य सड़क पर पालिका प्रशासन की तरफ से इक्का-दुक्का नालियों का निर्माण पिछले पांच साल में किया गया लेकिन उसके बाद भी नवोदय नगर की कॉलोनियों में इस समस्या की तरफ नगर पालिका प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। इस वार्ड में 12 हजार से ज्यादा लोग निवास करते हैं। जिला मुख्यालय होने के कारण यहां विभाग के बड़े अधिकारी तक रहते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पालिका प्रशासन से लगातार मांग की जा रही है कि प्रत्येक सड़क के किनारे नाली का निर्माण कराया जाए। उन्होंने बताया कि जो नालियां है भी वह चोक हैं जिससे पानी सड़क पर ही भरा रहता है। आसपास के लोग बदबू के कारण परेशान रहते हैं। मच्छरों की संख्या बढ़ने से भी लोगों को रात में परेशानी होती है। नगर पालिका इन नालियों की समय से सफाई तक नहीं कराता है। कई बार स्थानीय लोगों ने एकत्रित होकर खुद ही नालियां साफ की हैं। लोगों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी न होने से नवोदय और गंगा नगरी एवं आसपास पालिका की कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर पिछले 10 सालों से गंदा पानी बहने की समस्या बनी हुई है। मुख्य मार्ग पर गंदा पानी भरा होने से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। रास्ते पर गंदे पानी के भराव से सड़क पर गड्ढे बन गए हैं। इसमें गिरकर आए दिन पैदल और वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं। सड़कों पर आने वाले और खाली पड़े प्लाटों में गंदे पानी से नवोदय नगर में बीमारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है। नपा इसमें कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
नवोदय नगर और आसपास की कॉलोनी में यह समस्या करीब 10 सालों से बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ग्रामीणों को संक्रामक बीमारी फैलने का भय बना हुआ है। ग्राम पंचायत समेलपुर से नवोदय को इसलिए पालिका में शामिल किया गया था। यहां जिला मुख्यालय और अधिकारियों के निवास बने हुए हैं। सीमा विस्तार के समय यह ग्राम सभा नगर पालिका शिवालिक नगर क्षेत्र में आ गई। लोगों का कहना है कि नगर पालिका और स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत कर चुके हैं। सामान्य दिनों में भी दर्जनों मकानों और आसपास खाली पड़े प्लाटों में जलभराव रहता है।
सुझाव
1. पालिका को नाली बनाने के लिए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाना चाहिए। प्रस्ताव पर मुहर लगाकर निर्माण कराएं।
2. पालिका के किसी भी व्यक्ति की शिकायत को अधिकारी गंभीरता से लें। इससे अधिकारी के प्रति लोगों में विश्वास बना रहेगा।
3. रिहायशी इलाकों में पिछले पांच साल में पानी की निकासी को नालियां नहीं बनी। अधिकारियों की कार्य शैली पर प्रश्न चिन्ह न लगे, इसका ध्यान रखना होगा।
4. नगर पालिका में शामिल किसी भी क्षेत्र की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। अधिकारी वार्ड की प्रत्येक कॉलोनी का सर्वे कर रिपोर्ट बनाएं। उसे बोर्ड में रखें।
5. पालिका के पिछले पांच वर्षों के कार्यालय में वार्ड के अंदर विकास कार्य होने चाहिए थे। विकास कार्य होंगे तो लोगों का विरोध भी नहीं झेलना पड़ेगा।
शिकायतें
1. स्थानीय जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन तक पहुंचा चुके हैं, लेकिन न जनप्रतिनिधि और न अधिकारी नालियां बनवाने को आगे आ रहे हैं।
2. नवोदय नगर के वार्ड-13 की कई कॉलोनी में नालियां न होने के कारण घरों से निकला गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। बीमारी फैलने का खतरा है।
3. लोगों ने अपने पैसों से कॉलोनी के अंदर नाली बनाई। लेकिन मुख्य सड़क पर आज तक भी नाली नहीं बन पाई है।
4. पालिका को शिकायत की और अधिकारी मौके पर आए लेकिन इन पांच वर्षों में नालियां नहीं बनी। जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए।
5. पिछले कार्यकाल में भाजपा के सभासद और स्थानीय विधायक से भी नालियों के बनाने की मांग की गई। लेकिन दोनों तरफ से ही उनके हाथ मायूसी लगी।
25 से ज्यादा शिकायतें, समाधान ना के बराबर
नवोदय नगर के निवासियों का कहना है कि पिछले 10 साल में यहां की आबादी कई गुना बढ़ी है। नवोदय नगर समिति 25 बार जिला और पालिका प्रशासन से निर्माण कार्य को लेकर शिकायत कर चुकी है। अधिकारी मौन बने बैठे हैं। स्थानीय लोगों कहना है कि रिहायशी इलाकों में शुमार नवोदय नगर में एक सिपाही से लेकर अधिकारी तक निवास करते हैं। अधिकारी भी लगातार नगर पालिका में प्रस्ताव लाकर नालियों का कार्य करने का दावा करते हैं। लेकिन अधिकारियों के दावे हर साल हवा हो उड़ जाते हैं। ऐसे में, आम जनता खुद को ठगा सा महसूस करती है।
आखिर कब मिलेगी गंदगी से निजात
बारिश के दिनों में पानी सड़क पर बहने की समस्या और ज्यादा विकट हो जाती है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण जल भराव की स्थिति हो जाती है। -कलावती देवी
नवोदय नगर में करीब दस लेन है। एक गली करीब डेढ़ किलोमीटर दूर तक फैली हुई है। ऐसा कोई रास्ता नहीं बचा जहां पर गंदा पानी सड़कों पर न बेहता हो। -अनिता देवी
सड़क पर गंदा पानी आने पर यातायात व्यवस्था बाधित होती है। स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। -पावित्रा देवी
गंदा पानी सड़क पर आने के कारण राहगीरों के कपड़े भी खराब हो जाते हैं। यही नहीं गंदा पानी घरों के अंदर तक जा रहा है। शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है। -तीर्थ सिंह पटवाल
गर्मी के मौसम में खाली पड़े प्लाटों में भरे गंदे पानी में मक्खी मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाएगा। यह बीमारी को जन्म देगी और लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालेगी। -जगत सिंह कैंथूरा
कई बार नगर पालिका के अधिकारी मौके पर जाकर सर्वे कर जाते हैं। लेकिन नाली का निर्माण कब तक होगा। इसके बारे में कोई सटीक जवाब नहीं मिलता है। -दर्शन लाल बड़कोठी
करीब 10 लाइन में 10 हजार से ज्यादा आबादी निवास करती है। इतनी बड़ी आबादी में नगर पालिका विकास कार्य तक नहीं कर पा रही है। पिछले पांच साल में यहां पर थोड़ा बहुत कार्य हुआ। -दरवान सिंह रावत
नाली न बनने की समस्या पूरे नवोदय नगर की है। पिछले पांच साल से नगर पालिका को शिकायत करते आ रहे हैं। आखिर कब लोगों को समस्या स्व निजात मिलेगी । -आंनद प्रसाद जुगलान
खाली पड़े प्लाटों में जब निर्माण कार्य होता है। तो गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है। बच्चे गंदे पानी में खेलते हैं तो बीमार पड़ जाते हैं। लोगों की समस्या को देखते हुए जल्दी नालियों का निर्माण किया जाए। -कुंवर सिंह बिष्ट
जब तक नगर पालिका या स्थानीय विधायक, जिला पंचायत, सांसद निधि से कार्य नहीं होगा। तब तक स्थिति सुधरने वाली नहीं है। इस वार्ड में विभागों के अधिकारी तक निवास करते हैं। -जगदीश प्रसाद भटट
कब तक वार्ड के लोग नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर होंगे। पानी निकासी का इंतजाम नहीं होने के कारण गंदा पानी सड़क पर आ जाता है। उसी गंदे पानी से होकर आना जाना करना पड़ता हैं। -दिनेश चंद पसबोला
पिछले कई सालों से पक्की नाली निर्माण की मांग की जा रहीं है। खाली पड़े जमीन के साथ पूरे वार्ड में साफ-सफाई के अभाव में गंदगी फैली पड़ी हैं। मच्छरों से बीमारी होने का खतरा बढ़ता जा रहा है। -गोपी सिंह नेगी
अध्यक्ष कुछ कहने को तैयार नहीं
स्थानीय लोगों कहना है कि नवोदय नगर में छोटी-बड़ी 10 से ज्यादा गलियां हैं। लेकिन यहां पर घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए एक भी नाली नहीं बनी है। केवल मुख्य सड़क पर एक बड़ी नाली बनाकर छोड़ दी गई है। स्थानीय लोगों को कहना है कि अगर गलियों की नली बनाकर मुख्य लाइन में पानी छोड़ दिया जाता है तो गंदे पानी की समस्या दूर हो जाएगी। अधिकारी केवल शिकायत लेकर रख लेते हैं और उस शिकायत को आगामी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाने का बहाना बनाकर भूल जाते हैं। लेकिन कार्य के नाम पर न तो अधिकारी बोलने को तैयार है और न ही नगर पालिका अध्यक्ष इसमें कुछ कहने को तैयार है।
बोले जिम्मेदार
नवोदय नगर में कई पुरानी नालियों की मरम्मत कराई गई है। जहां भी लोगों की शिकायत मिलती है। वहां पर कर्मचारियों को भेजा जाता है। अधिकारियों को मौके पर भेज कर जांच रिपोर्ट मंगाई जाएगी। ताकि यहां पर कार्य हो सके। -सुभाष कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका शिवालिक नगर
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।