भक्त की भक्ति के आगे झुक जाते हैं भोलेनाथ: शास्त्री
हरिद्वार। श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन महामृत्युंजय मंत्र की शक्ति और उसकी उत्पत्ति की कथा सुनाई गई। पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने मृकण्ड ऋषि की कथा सुनाई जिनकी तपस्या से महादेव प्रसन्न हुए। इस मौके पर...
हरिद्वार। श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार के तत्वाधान में शिव मंदिर साईं धाम कॉलोनी दादूपुर गोविंदपुर बहादराबाद में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन महामृत्युंजय मंत्र की शक्ति एवं महामृत्युंजय मंत्र उत्पत्ति की कथा का श्रवण कराया। भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि शिवजी के अनन्य भक्त मृकण्ड ऋषि संतानहीन होने के कारण दुखी थे। विधाता ने उन्हें संतान योग नहीं दिया था। मृकण्ड ने सोचा कि महादेव संसार के सारे विधान बदल सकते हैं। मृकण्ड ने घोर तप किया। भोलेनाथ मृकण्ड के तप का कारण जानते थे, इसलिए उन्होंने शीघ्र दर्शन नही दिया। लेकिन भक्त की भक्ति के आगे भोले झुक ही जाते हैं। इस मौके पर बाला रानी गौतम, शिव मोहन गौतम, रामनिवास तिवारी, मोहित तिवारी, पंडित अनिरुद्ध जगूड़ी, पंडित मोहित जगुड़ी, पंडित गणेश कोठारी, कमलेश, आशा, महादेवी, अर्चना, कुसुम तिवारी आदि शामिल रहे।
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