बोले हरिद्वार : जनता ने पूछा सवाल, कब खुलेगा हिल बाईपास
हरिद्वार में ब्रह्मपुरी से भूपतवाला को जोड़ने वाला हिल बाईपास मार्ग बंद होने से 60 हजार की आबादी प्रभावित है। स्नान पर्व, कुंभ मेला, और अन्य आयोजनों के दौरान लोग 10 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर काटने को...
हरिद्वार में ब्रह्मपुरी से भूपतवाला को जोड़ने वाला हिल बाईपास मार्ग बंद होने के कारण क्षेत्र की करीब 60 हजार की आबादी प्रभावित है। स्नान पर्व, कुंभ मेला, कांवड़ मेला और अन्य धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक आयोजनों के दौरान हिल बाईपास मार्ग बंद होने से लोगों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। लोगों को उत्तरी हरिद्वार से मध्य हरिद्वार आने जाने में 10 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर काटना पड़ता है। प्रस्तुति है हरिद्वार से प्रवीण कुमार पेगवाल की रिपोर्ट... लोगों का आरोप है कि लोगों को जो सुविधा प्रदान करने के लिए हिल बाईपास का निर्माण किया गया था। वह नहीं मिल रही है। मांग को लेकर जिला प्रशासन, शासन और उत्तराखंड सरकार से कई दफा मांग कर चुके हैं लेकिन क्षेत्र के लोगों की सुनवाई नहीं होती है। मांग है कि जनहित में हिल बाईपास मार्ग आवागमन के लिए खोला जाए। हरिद्वार का हिल बाईपास मार्ग ब्रह्मपुरी क्षेत्र को दुदाधारी चौक, भूरे की खोल, खड़खड़ी, भूपतवाला क्षेत्र को सीधे जोड़ता है। इन क्षेत्रों में करीब 20 हजार की आबादी केवल पहाड़ वाले क्षेत्र में निवास करती है। बड़े स्नान पर्वों के आयोजन पर बड़ी संख्या में यात्री हरिद्वार पहुंचते हैं। इस कारण हाइवे और शहर की अंदरूनी सड़कों पर भीड़ का दबाव बढ़ जाता है। पूर्व में सड़कों पर भीड़ का दबाव बढ़ने के कारण हिल बाईपास मार्ग पर ट्रैफिक डायवर्ट किया जाता था। लेकिन करीब पांच साल से हिल बाईपास मार्ग बंद पड़ा है। लोगों का आरोप है कि हिल बाईपास मार्ग लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया था। लेकिन मार्ग लोगों के काम नहीं आता है। भूपतवाल क्षेत्र में पूर्व में करोड़ों रुपये की लागत से पुल बना कर हिल बाईपास मार्ग को उत्तरी हरिद्वार से जोड़ा गया था। लेकिन क्षेत्र के लोगों को मार्ग का लाभ नहीं मिल रहा है। हर साल कांवड़ मेले के दौरान उत्तरी हरिद्वार में जरूरी समान की सप्लाई बंद हो जाती है।
लोगों के लिए दूध, गैस, सब्जी और अन्य खाद्य सामग्री की सप्लाई बाधित रहती है। सप्लाई बंद होने के बाद क्षेत्र के दुकानदार सामान के दाम बढ़ा देते हैं। मजबूरी में लोगों को महंगा समान खरीदना पड़ता है। साथ ही कुंभ मेले, स्नान पर्व और अन्य आयोजनों के समय भी लोगों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं, रोजाना क्षेत्र के लोग उत्तरी हरिद्वार और मध्य हरिद्वार के बीच आवाजाही करने के लिए अतिरिक्त 10 किलोमीटर का चक्कर काटने को मजबूर हैं। क्षेत्र में बीमार लोगों को भी अस्पताल तक पहुंचाने में बड़ी दिक्कतें उठानी पड़ती है। लोगों का आरोप है कि मांग के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती है।
सुबह 10 से शाम चार बजे तक खुले मार्ग
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन लोगों को 24 घंटे मार्ग उपयोग करने की अनुमति नहीं देता है। तो सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक लोगों को मार्ग का उपयोग करने की अनुमति मिलनी चाहिए। बीएचईएल में कई मार्ग, तिबड़ी ब्रह्मपुरी हिल बाईपास पास मार्ग, चिला ऋषिकेश मार्ग सहित अन्य मार्गों का उपयोग करने की अनुमति लोगों को है। लेकिन मनसा देवी हिल बाईपास मार्ग के लिए पार्क प्रशासन अनुमति नहीं देता है।
सुझाव
1. हिल बाईपास खुलने के बाद क्षेत्र की करीब 60 हजार की आबादी को लाभ मिलेगा। यात्री भी मार्ग का लाभ उठा सकेंगे।
2. हरिद्वार से देहरादून जाने और आने वाले लोगों को अतिरिक्त मार्ग की सुविधा मिलेगी। एम्बुलेंस के लिए भी वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था बनेगी।
3. कुंभ और कांवड़ मेलों के साथ ही स्नान पर्व पर लोगों शहर में लगने वाले जाम से निजात मिलेगी। लोग जाम में फंसने से बचेंगे।
4. मार्ग खुलने पर लोग बीमार मरीज को समय से अस्पताल में भर्ती करा सकेंगे। अतिरिक्त चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। मरीज की जान को खतरा नहीं होगा।
5. मध्य हरिद्वार सीधे हिल बाईपास मार्ग से उत्तरी हरिद्वार से जुड़ेगा। मेलों के दौरान जरूरी सामान की सप्लाई प्रभावित नहीं होगी।
शिकायतें
1. राजाजी पार्क प्रशासन हिल बाईपास मार्ग की बंद रखता है। जबकि लोगों की सहूलियत के लिए मार्ग का निर्माण किया गया था।
2. लोगों के रुपये से लोनिवि. और उत्तराखंड सिंचाई विभाग हिल बाईपास का जीर्णोद्धार करता है। भूपतवाला में पुल का निर्माण भी किया गया है।
3. मांग के बाद भी हिल बाईपास नहीं खोला जाता है। इसे लेकर स्थानीय लोग कई बार प्रदर्शन भी कर चुके हैं लकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।
4. मेलों और स्नान पर्व के दौरान उत्तरी हरिद्वार के लोग मध्य हरिद्वार नहीं पहुंच पाते है। किसी को जरूरी काम हो तो उसमें भी दिक्कत होती है।
5. बीमार मरीज को अस्पताल पहुंचाने में क्षेत्र के लोगों को अतिरिक्त 10 किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ता है। एम्बुलेंस जाम में फंस जाती है तो मरीज की जान पर बनी रहती है।
हिल बाईपास खुलने से बढ़ेगा व्यापार
हरिद्वार के व्यापारी भी कई दिनों से हिल बाईपास मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि यात्रा सीजन के दौरान वाहनों को हरिद्वार में एंट्री नहीं दी जाती है। यदि हिल बाईपास मार्ग को खोला जाता है तो वाहनों को डायवर्ट कर यहां से निकाला जाएगा। जब शहर में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी तो निश्चित रूप से उनका व्यापार भी बढ़ेगा। लिहाजा आने वाले यात्रा सीजन से पहले इस मार्ग को जीर्णोद्धार के बाद जल्द खोला जाना है।
राजाजी पार्क के अंदर आता है मार्ग
हिल बाईपास मार्ग राजाजी टाइगर की सीमा में बना है। पार्क प्रशासन ने वन कर्मियों द्वारा की जाने वाली गश्त के लिए यह मार्ग बनाया था। जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए यहां वन चौकी भी स्थापित है। जहां वन कर्मियों की तैनाती रहती है। लोक निर्माण विभाग का गेस्ट हाऊस भी बना हुआ है। पूर्व में भूपतवाला में बड़े पुल का निर्माण कर मार्ग को पुल से जोड़ा गया था ताकि मार्ग से आवाजाही हो सके। लेकिन मार्ग को आवाजाही के लिए नहीं खोला जाता है।
एम्बुलेंस को नहीं मिलता रास्ता
लोगों का कहना है कि रोजाना हाइवे और अंदरूनी सड़कों पर लगे जाम में एम्बुलेंस फंस जाती है। एम्बुलेंस में मरीज की जान पर बन जाती है। जाम के बीच एम्बुलेंस को रास्ता नहीं मिलता है। जबकि हिल बाईपास मार्ग खुलने से एम्बुलेंस और अन्य जरूरी वाहन मध्य हरिद्वार से उत्तरी हरिद्वार सिर्फ 10 मिनट में पहुंच सकते है। लेकिन जरूरी वाहनों को भी मार्ग का उपायों करने की कोई सुविधा नहीं है।
जाम में कई बार काम आया हिल बाईपास
पूर्व में जब भी हरिद्वार में बड़े आयोजन हुए तब यह मार्ग प्रशासन के लिए संजीवनी साबित हुआ। जब-जब इस मार्ग को खोलकर यहां से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया तब-तब निश्चित रूप से हरिद्वार में भीड़ का दबाव कम हुआ। भीड़ का दबाव कम होने से न सिर्फ स्थानीय लोगों को जाम से राहत मिली है। बल्कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी दिक्कतें नहीं उठानी पड़ी। मार्ग खुलने से बड़ी सहूलियत मिलेगी।
मार्ग खुलने से जाम से मिलेगी निजात
चारधाम यात्रा, स्नान पर्व या फिर वीकेंड पर हरिद्वार में बड़ा जाम लगता है। पिछले कुछ सालों में हरिद्वार में तेजी से यात्रियों कि संख्या बढ़ती जा रही है। गर्मियों में वीकेंड पर जाम से शहर का बुरा हाल हो जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हिल बाईपास मार्ग खोलने पर निश्चित रूप से हरिद्वार में जाम नहीं लगेगा। लोगों का समय बर्बाद होने से बचेगा। लोग सीधे मध्य हरिद्वार से उत्तरी हरिद्वार पहुंच सकेंगे।
वीआईपी के लिए खुलता है मार्ग
हरिद्वार में रोजाना कई बड़े वीआईपी और वीवीआईपी आते रहते हैं। शहर में जाम की स्थिति पैदा होती है। तो इन वीआईपी और वीवीआईपी लोगों के लिए हिल बाईपास मार्ग खोला जाता है। यह लोग मार्ग का मनमर्जी से उपयोग कर सकते है। लेकिन क्षेत्र के लोग मार्ग का उपयोग करने से वंचित रहते हैं। जबकि कई दफा स्थानीय लोग पैदल इस मार्ग का उपयोग करते हैं।
‘सुनवाई हो
जनहित में हिल बाईपास मार्ग को खोला जाना चाहिए। पूर्व में मार्ग खुला होने से लोगों को बड़ी सहूलियत मिलती थी। अब बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। -हरीश अरोड़ा
क्षेत्र की करीब 20 हजार की आबादी और शहर की करीब 40 हजार की आबादी को सीधे तौर पर हिल बाईपास खुलने का लाभ मिलेगा। लेकिन मांग पर कोई सुनवाई नहीं होती है। -गौरव खन्ना
मार्ग का जीर्णोद्धार भी लंबे समय से रुका पड़ा है। उत्तरी हरिद्वार पहुंचने के लिए अतिरिक्त 10 किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ता है। -राकेश सिंह
क्षेत्र के लोगों को बीमार को अस्पताल पहुंचने में परेशानी होती है। कई दफा रेलवे ट्रैक को पार कर बीमार को अस्पताल पैदल लेकर जाते है। हिल बाईपास खुलने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। -पवन पांडे
मेला पर्व और स्नान पर्व के दौरान शहर में बड़ा जाम लगता है। इस दौरान हिल बाईपास खुलने से बड़ी राहत मिलेगी। लोगों को अतिरिक्त मार्ग की सुविधा मिलेगी। -अनिल कोरी
मेला पर्व और स्नान पर के दौरान शिवालिक पर्वत बेल्ट की करीब 20 हजार की आबादी को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। लोग क्षेत्र से बाहर नहीं जा पाते है। -रवि बागा
उत्तरी हरिद्वार में मेले और स्नान के दौरान जरूरी सामान की सप्लाई प्रभावित हो जाती है। लोगों को जरूरी सामान के लिए अतिरिक्त रकम चुकानी पड़ती है। -सुनील सेठी
ब्रह्मपुरी, भूरे की खोल, भीमगोड़ा, बंगाली बस्ती, खड़खड़ी और भूपतवाला के लोग हिल बाईपास मार्ग खुले से सीधे मध्य हरिद्वार से जुड़ जाएंगे। जनहित में मार्ग खुलना चाहिए। -दिनेश कुमार
क्षेत्र के लोग मुख्य सड़क पर पहुंचने के लिए जान जोखिम में डाल कर रेलवे ट्रैक को पार करते है। मार्ग खुलने के बाद लोगों का जोखिम कम होगा। मार्ग बंद होने से परेशानी होती है। -राकेश कुमार
लोगों को अतिरिक्त चक्कर काटना पड़ता है। समय की बर्बादी होती है। पूर्व में हिल बाईपास का उपयोग कर खड़खड़ी से ब्रह्मपुरी पहुंच जाते थे। कोई सुनवाई नहीं होती है। -रमन पंडित
लोग कई दफा हिल बाईपास खोलने की मांग कर चुके हैं। धरने प्रदर्शन भी किए गए है। मार्ग का उपयोग कर पैदल श्रद्धालु मनसा देवी मंदिर पहुंचते है। क्षेत्र के लोगों को भी लाभ मिलना चाहिए। -महेश चंद्र
मार्ग का उपयोग लोग पैदल चलने के लिए करते हंै। वीआईपी के लिए मार्ग खोल दिया जाता है। लेकिन क्षेत्र के लोगों को मार्ग का लाभ नहीं मिलता है। -उदय प्रसाद शर्मा
बोले अधिकारी
लोनिवि का मार्ग है। मार्ग का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त है। लोक निर्माण विभाग और सिंचाई विभाग को मार्ग निर्माण के काम करना है। मार्ग पार्क क्षेत्र से होकर गुजरता है। उच्च स्तर से मार्ग खोलने की अनुमति मिलनी है। हालांकि जिले के डीएम को भी मार्ग खोलने का अधिकार है। मेला पर्व के दौरान मार्ग खोला जाता है। उच्च स्तर से अनुमति मिलने पर लोगों के लिए मार्ग खोला जा सकता है।
-बीडी तिवारी, वन क्षेत्राधिकारी राजाजी
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