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बस स्टैंड से शिवमूर्ति चौक तक गंदगी से अटा नाला, लोगों का जीना दूभर

हरिद्वार रोडवेज बस स्टैंड से शिव मूर्ति चौक तक का नाला 300 से अधिक व्यापारियों के लिए समस्या बन गया है। गंदे नाले की सफाई न होने से दुकानों में गंदा पानी भर जाता है और बदबू के कारण व्यापार प्रभावित हो...

Newswrap हिन्दुस्तान, हरिद्वारFri, 21 Feb 2025 09:29 PM
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बस स्टैंड से शिवमूर्ति चौक तक गंदगी से अटा नाला, लोगों का जीना दूभर

हरिद्वार रोडवेज बस स्टैंड से शिव मूर्ति चौक तक बना नाला करीब 300 से ज्यादा कारोबारियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर प्रतिदिन 25 हजार से अधिक यात्री पहुंचते हैं। इस नाले से होकर लोग खड़खड़ी क्षेत्र अपर बाजार, मां मनसा देवी मंदिर, जिला, मेला और महिला अस्पताल समेत हरकी पैड़ी तक आवागमन करते हैं। प्रवीण कुमार पेगवाल की रिपोर्ट.

हरिद्वार रेलवे स्टेशन की दीवार से सटे नगर निगम के गंदे नाले की सफाई न होने की समस्या 300 से ज्यादा व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। गंदे नाले का पानी व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में घुस जाता है। भयंकर बदबू के कारण जीना मुहाल हो गया है। बारिश में समस्या और विकट हो जाती है क्योंकि गंदा पानी तीन-तीन फीट तक दुकानों और होटलों में भर जाता है। पिछले तीन साल में व्यापारियों ने निगम की लापरवाही के कारण लाखों रुपये का नुकसान उठाया है। नाले की गंदगी से मक्खी-मच्छरों से बीमारी का खतरा बना रहता है। इससे कई व्यापारी बीमार पड़ गए और अस्पताल में लंबा इलाज चला। नगर स्वास्थ्य अधिकारी से शिकायत भी की गई पर मौके पर जांच के लिए कोई नहीं आता है। कीटनाशक दवाओं का छिड़काव तक नहीं कराया जात है।

व्यापारी वर्ग निगम को नाले की साफ-सफाई के लिए पिछले पांच सालों से परेशान हैं। व्यापारियों ने बताया कि उनके प्रतिष्ठानों के सामने सड़क बिना उखाड़े ऊपर से बना दी जाती है। इससे प्रतिष्ठान नीचे और सड़क ऊपर हो गई है। नाला भी दरवाजे के बराबर आ गया। यही कारण है कि दुकानों में गंदा पानी भर जाता है। व्यापारियों का कहना है कि रोडवेज बस स्टैंड से लेकर शिवमूर्ति चौक तक रेलवे स्टेशन की दीवार से सटे नाले की सफाई न होने के कारण ऊपर तक कूड़ा अटा पड़ा है। नाले में काफी मिट्टी जमी हुई है। रेलवे की परिधि में बने होटल और सीवर लाइन का ड्रेनिज सिस्टम न बनाकर गंदे पानी को नाले में डाल दिया गया। व्यापारियों का आरोप है कि नगर निगम ने बिना नाले की सफाई कराए उसके ऊपर स्लैब डाल दिए हैं। कहा कि अधिकारी मौके पर आकर निरीक्षण तक नहीं करते हैं। व्यापारियों का कहना है कि रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टैंड पर आने वाले यात्री भी इस समस्या से जूझते हैं। बदबू आने के कारण यात्री होटलों में भोजन करने से भी कतराते हैं। ऐसे में व्यापार प्रभावित होता है। लोग वहां बैठने से भी कतराते हैं आरोप है कि क्षेत्रीय सफाई निरीक्षकों को सप्ताह में दो बार शिकायत की जाती है। उनका भी यही तर्क रहता है कि नाले की सालों से सफाई नहीं हुई है। इस बात को सुनते- सुनते कई साल बीत गए लेकिन, नगर निगम के अधिकारियों को लोगों की समस्या नजर नहीं आ रही है।

अतिक्रमण बना नाले की सफाई में रोड़ा, यात्री भी डालते हैं कूड़ा-करकट

रोडवेज बस स्टैंड से शिवमूर्ति तक गंदे नाले के ऊपर अवैध तरीके से दुकानें लगा ली गई हैं। ट्रेन आने पर यात्रियों का जत्था स्टेशन से बाहर निकल कर दुकानों से सामान और पानी की बोतल खरीदते हैं और खाली पन्नियां नाले में फेंक देते हैं। व्यापारियों का भी आरोप है कि नाले के ऊपर बैठे दुकानदार नाले में कूड़ा करकट डाल देते हैं। इस कारण नाले में कई टन कूड़ा जमा हो गया है। निगम के अधिकारियों को शिकायत करें तो कार्रवाई आगे नहीं बढ़ती है। इसका खामियाजा व्यापारी वर्ग को उठाना पड़ता है। निगम को गंभीरता के साथ नाले के ऊपर गलत तरीके से बसे दुकानदारों को हटाकर यहां की सफाई करानी होगी।

क्षेत्र में मक्खी-मच्छर और दुर्गंध से व्यापार हो रहा प्रभावित

स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि गर्मी में गंदे पानी से मक्खी और मच्छरों पनपना शुरू हो जाते हैं। नाले की सफाई नहीं हो रही है। ऐसे में दुकानों और होटलों में दुर्गंध और मच्छर पहुंचने लगे हैं। नाले का सफाई नहीं होने से व्यापार प्रभावित हो रहा है क्योंकि गंदगी और बदबू के कारण लोग ढाबे पर खाना पसंद नहीं करते। कई बार निगम से नाले की सफाई के लिए कहा जा चुका है फिर भी यहां नियमित रूप से सफाई नहीं हो रही है। स्थानीय व्यापारियों के मुताबिक निगम का सफाई कर्मी हर दिन सफाई करने नहीं पहुंचता है।

सुझाव

1. नाले के स्लैब हटाकर एक बार जेसीबी मशीन की मदद से सफाई जरूरी है।

2. रेलवे को खुद का ड्रेनेज सिस्टम बनाना होगा। गंदे पानी की सफाई अंदर ही होनी चाहिए।

3. निगम के अधिकारी रोडवेज बस स्टैंड की तरफ से शिवमूर्ति की ओर सीवर लाइन की गोलाई बढ़ाकर सीवर लाइन डाले तो समस्या हल हो जाएगी।

4. अर्द्धकुंभ में सड़क तोड़कर बनाई जाए, ताकि पहले की अपेक्षा फिर से सड़क किनारे की दुकानें ऊंची हो सकें।

5. नाले की चौड़ाई ठीक है। लेकिन नाले के पानी का बहाव गलत दिशा में है। उसको ठीक किया जाए।

शिकायतें

1. नगर निगम को अस्तित्व में आए 10 साल से ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन नाले की सफाई एक बार भी सही तरीके से नहीं की गई।

2. व्यापारी लगातार नाले की सफाई को लेकर शिकायत करते आ रहे हैं। लेकिन उनकी शिकायत पर एक बार भी सुनवाई नहीं हो रही है। नगर निगम को शिकायत पर कार्रवाई करनी चाहिए।

3. नाले में रेलवे ने सीवर लाइन का पानी डाला है। रेलवे के होटल का गंदा पानी भी नाले में ही गिर रहा है। जबकि नाले की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। इस ओर ध्यान न देना व्यापारी वर्ग के साथ भेदभाव है।

4. नाले की सफाई न होने के कारण व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में गंदा पानी घुस जाता है। बारिश के समय तो स्थिति बेहद खराब हो जाती है। तीन-चार फीट पानी होटल और दुकानों में भर जाता है। शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होती।

5. व्यापारी वर्ग नगर निगम और जनप्रतिनिधियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। तो निगम और जनप्रतिनिधि व्यापारियों के साथ उनकी समस्याओं का समाधान क्यों नहीं करते हैं।

बोले जिम्मेदार

ऐसा नहीं है कि नगर निगम नाले की सफाई नहीं कराता है। समय-समय पर सफाई कार्य कराया जाता है। शिकायत पर कार्रवाई भी की जाती है। कई लोगों ने नाले में कूड़े अटने की शिकायत की थी। उसका समाधान कराया गया है। अतिक्रमण के कारण कूड़ा करकट भर जाता है। कर्मचारियों को मौके पर भेजकर मामला दिखाया जाएगा। जितना सहयोग व्यापारी निगम से चाहते हैं उतना सहयोग किया जाएगा।

-रविंद्र दयाल, एसएनए नगर निगम हरिद्वार

नाले की गंदगी से भीषण गर्मी में सड़े हुए पानी मे मक्खी मच्छरों के पनपने से बीमारियों बढ़ेगी। नाले की सफाई जरूरी है। - रवि शर्मा

नाले गंदगी से अटे पड़े हैं, लेकिन नगर निगम अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। व्यापारियों के सब्र का इम्तिहान लिया जा रहा है।-सतीश कुमार दुआ

निगम के अधिकारी मानसून से पहले नाले की सफाई के बड़े-बड़े दावे करते थे। लेकिन निरीक्षण तक करने नहीं आते हैं। इसका खामियाजा आम जनता और व्यापारी भुगत रहे हैं। - अनिल अरोड़ा

दो दिनों से मौसम बारिश का हो रहा है। बारिश हुई तो जलभराव से तीन-तीन फिट पानी दुकानों में भर जाता है। -कमल पाहवा

निगम की लापरवाही का खामियाजा व्यापारी क्यों उठाएं। एक कर्मचारी तो दुकानों में सुबह, दोपहर और शाम को सफाई के लिए रखना पड़ रहा है।-तरुण आहूजा

नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों और व्यापारी वर्ग को भुगतना पड़ रहा है। -राजू मनोचा

निगम में लगातार शिकायत दी जा रही है। नाले में इतनी सिल्ट भर चुकी हैं कि सफाई के लिए जेसीबी मशीन की मदद लेनी होगी। -जोनी अरोड़ा

अधिकारियों को मीटिंग से समय नहीं मिलता। जनप्रतिनिधियों को परवाह नहीं है। व्यापारी टैक्स देकर भी ठगा महसूस करता है।-शौरभ गुप्ता

सफाई न होने और गंदे पानी की सप्लाई से संक्रामक रोग का खतरा बन रहता है। लापरवाह अधिकारियों के चलते कर्मचारी काम पर ध्यान नहीं देते हैं। - अजय कुमार

निगम ने नाले को ही गलत दिशा में बनाया है। इसमें निगम को सफाई के दौरान नाले की वास्तविक स्थिति भी देखनी चाहिए।-गुरवेंद्र सिंह

नाले की चौड़ाई तो ठीक है। मूलत: समस्या को निगम और जनप्रतिनिधि दोनों ही अनदेखा कर रहे हैं। निगम संज्ञान लेकर नाले की गहराई तक सफाई करवाए। -संजीव

बस स्टैंड ओर रेलवे स्टेशन से शिवमूर्ति तक निगम की लापरवाही से नाले में टनों मलबा जमा पड़ा है। लेकिन नाले के अंदर की सफाई नहीं होती। - तुशांत भट्ट

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