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COVID-19: हरिद्वार का पहला मरीज कोरोना से जंग जीता,33 स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ने किया इलाज

हरिद्वार जिले में कोरोना का पहला मरीज संक्रमण से जंग जीत चुका है। युवक की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इससे पहले भी युवक की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। अब स्वास्थ्य विभाग युवक को डिस्चार्ज करने की...

Himanshu Kumar Lall हिन्दुस्तान टीम, हरिद्वार। जितेंद्र जोशी , Sat, 25 April 2020 09:20 PM
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हरिद्वार जिले में कोरोना का पहला मरीज संक्रमण से जंग जीत चुका है। युवक की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इससे पहले भी युवक की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। अब स्वास्थ्य विभाग युवक को डिस्चार्ज करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि इसके बाद घर पर भी युवक अगले 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन रहेगा।

हरिद्वार के मेला अस्पताल स्थित कोविड-19 सेंटर के प्रभारी डॉ. राजेश गुप्ता और उनकी टीम के हाथ पहली सफलता लगी है। 21 दिन के आइसोलेशन के बाद कोरोना से पीड़ित पहला मरीज ठीक हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने युवक को घर भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। युवक की सातवें दिन की गई जांच नेगेटिव आई थी। हालांकि इसके बाद पुष्टि के लिए 15वें दिन युवक की जांच की गई।

अब शुक्रवार को युवक की दूसरी जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव पाई गई। बीती 31 मार्च को राजस्थान से जमात से लौटे रुड़की के पनियाला निवासी युवक को क्वारंटाइन किया गया था।

बीती चार अप्रैल को युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने हरिद्वार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था। इसके बाद आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग ने युवक को मेला अस्पताल स्थित कोविड-19 सेंटर में भर्ती कराया। अब युवक स्वास्थ्य हुआ है तो दूसरे कोरोना पॉजिटिव मामलों को लेकर भी विभाग को उम्मीद जगी है।

 

33 स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ने किया इलाज
कोविड-19 सेंटर प्रभारी डॉ. राजेश गुप्ता और उनकी टीम ने तीन सप्ताह तक युवक का इलाज किया। इस दौरान कोविड-19 सेंटर प्रभारी राजेश गुप्ता के नेतृत्व में 33 चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी मरीज के इलाज में जुटे रहे। टीम में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संदीप टंडन, निश्चेतक डॉ. निष्ठा, माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. निशात अंजुम, 24 स्टॉफ नर्स और छह वार्ड ब्वॉय और सफाईकर्मी शामिल रहे।
 
चिकित्सकों की हर बात मानता था मरीज
अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि मरीज बेहद ही शांत है। इलाज के दौरान उसने स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग किया। अधिकांश मरीज अपने बेड पर ही रहता है। समय पर नहाना, भोजन और दवा लेना जैसे चिकित्सा नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहा है। यही कारण था कि मरीज ने इतनी जल्द रिकवरी की।
 
गाइडलाइन के अनुसार हुआ इलाज
डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि आइसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार ही मरीज का इलाज किया गया। दवाओं के साथ स्वच्छता और मरीज की डाइट पर भी विशेष ध्यान दिया गया।
 
अन्य मरीजों के ठीक होने की उम्मीद जगी
मेला अस्पताल स्थित आइसोलेशन सेंटर में अभी छह कोरोना पॉजीटिव मरीज भर्ती हैं। अभी तक सभी का स्वास्थ्य सामान्य बना हुआ है। ऐसे में कोविड-19 सेंटर के चिकित्सकों ने यह उम्मीद जताई है कि अन्य छह मरीज भी जल्द ही कोरोना नेगेटिव होंगे।
 
शुक्रवार को मिली सभी 18 रिपोर्ट नेगेटिव
शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग को मिली 18 कोरोना स्वैब सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने 92 सैंपल जांच के लिए और भेजे हैं। अब विभाग को 166 जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
 
148 को किया आइसोलेट 462 लोग क्वारंटाइन
स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न आइसोलेशन सेंटरों में 148 संदिग्ध मरीजों को आइसोलेट किया है। वहीं 462 लोग क्वारंटाइन किए गए हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने 333 लोगों की स्क्रीनिंग भी की।
 
नोवल कोविड-19 के पहले मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हमारे चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि अन्य मरीज भी स्वस्थ होकर जल्द अपने घर जाएंगे।
सी. रविशंकर, जिलाधिकारी
 
हरिद्वार में नोवल कोविड-19 का पहला मरीज ठीक हो गया है। यह चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत और प्रतिबद्धता के कारण संभव हो पाया। अब हमार लक्ष्य है कि अन्य छह मरीज भी जल्द से जल्द स्वस्थ्य होकर घर पहुंचे।
डॉ. सरोज नैथाणी, सीएमओ
 
 

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