मणिपुर, असम के बाद राष्ट्रीय खेल कराने वाला तीसरा पहाड़ी राज्य होगा उत्तराखंड
उत्तराखंड 9 नवंबर को अपने 25वें वर्ष में प्रवेश करेगा। इसके बाद जनवरी-फरवरी 2025 में राज्य में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होगा। यह उत्तराखंड का पहला राष्ट्रीय खेल आयोजन होगा, जो मणिपुर और असम के बाद...
हल्द्वानी। युवा राज्य उत्तराखंड 9 नवंबर को 25वें साल में कदम रखेगा। इसके ढाई महीने के बाद उत्तराखंड समर ओलंपिक गेम्स की तर्ज पर खेले जाने वाले देश के सबसे बड़े खेल कुंभ राष्ट्रीय खेलों का आयोजन करेगा। जिसकी मेजबानी 2015 में उत्तराखंड को मिली थी। उत्तराखंड मणिपुर और असम के बाद तीसरा पहाड़ी राज्य है जहां राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होगा। मणिपुर में 1999 और असम में 2007 में आयोजन हुआ था। उत्तराखंड का पड़ोसी और पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश 1966 में केंद्र शासित प्रदेश और 1971 में पूर्ण राज्य बना था। मगर हिमाचल प्रदेश आज तक राष्ट्रीय खेल नहीं कर सका। वहीं उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 1948 में राष्ट्रीय खेल जरूर हुए थे, लेकिन समर ओलंपिक गेम्स फॉर्मेट में आज तक उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय खेल नहीं करा पाया है। जबकि उत्तर प्रदेश से अलग होने के 25वें साल में ही उत्तराखंड राष्ट्रीय खेल के आयोजन को तैयार है। जबकि महज 9 साल पहले 2015 में उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली थी। जिसके बाद 5 शहरों को खेलों के लिए तैयार किया गया है। वहीं उत्तराखंड के साथ बने छत्तीसगढ़ मेजबानी मिलने के बावजूद खेल नहीं करा सका। जबकि झारखंड 2011 में इसका आयोजन करा चुका है। बता दें कि नवंबर 2000 उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और झारखंड अस्तित्व में आए थे। तीनों राज्य एक साथ 25वें साल में पहुंच रहे हैं। 25वें साल की शुरुआत में ही जनवरी-फरवरी 2025 में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है। भारतीय ओलंपिक संघ के तत्कालीन महासचिव राजीव मेहता की कोशिशों से 2015 में उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेल का आयोजन स्थल बनाया गया। 2018 में उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल होने प्रस्तावित थे। इससे पहले 2016 में छत्तीसगढ़ में 36वें और 2017 में गोवा में 37वें राष्ट्रीय खेल प्रस्तावित थे। मगर छत्तीसगढ़ में तैयारी पूरी नहीं थी। जबकि मगर गोवा में तैयारियां पूरी नहीं होने के कारण 7 साल बाद 2022 में गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेल हुए। जिसके बाद 2023 में गोवा 37वें राष्ट्रीय खेल करा पाया था। इसके बाद अब उत्तराखंड में 38वें खेल होंगे।
2015 में तत्कालीन आईओए महासचिव राजीव मेहता की कोशिशों से उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेल की मेजबानी मिली थी। नए बने पर्वतीय राज्य के लिए कम समय में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन कराना बड़ी उपब्लधि है।
-डीके सिंह, महासचिव उत्तराखंड ओलंपिक संघ
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।